6 सालों में देश में कितने हजार MSMEs हो गए बंद, सरकार ने बताया
जहां तक MSME की बात है तो यह सेक्टर बढ़ती इनपुट लागत, लिक्विडिटी, लेबर और कच्चे माल की उपलब्धता से जूझ रहा है.
देश में साल 2016 से लेकर अब तक 10000 से ज्यादा MSMEs यूनिट (Micro, Small and Medium Enterprises) बंद हो चुकी हैं. यह जानकारी MSME राज्य मंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा ने राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी. उन्होनें ने कहा कि पूर्ववर्ती उद्योग आधार मेमोरेंडम (UAM) और उद्यम रजिस्ट्रेशन पोर्टल के आंकड़ों के अनुसार 2019 से अब तक 9667 MSME बंद हो चुके हैं. UAM डाटा के मुताबिक, 2016 से 2019 की अवधि के बीच में बंद होने वाले MSME की संख्या 400 थी.
भारत की अर्थव्यवस्था कोविड के झटके से उबरकर ट्रैक पर लौट रही है. लेकिन अभी भी कुछ सेक्टर ऐसे हैं, जो कुछ समस्याओं का सामना कर रहे हैं. जहां तक MSME की बात है तो यह सेक्टर बढ़ती इनपुट लागत, लिक्विडिटी, लेबर और कच्चे माल की उपलब्धता से जूझ रहा है. भारत की अर्थव्यवस्था में MSME का बड़ा योगदान है.
कितनी नौकरियां गईं
एक अलग प्रश्न के उत्तर में वर्मा ने बताया कि वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान 6222 MSME के बंद होने से 42662 लोगों का रोजगार छिन गया. वहीं इस वित्त वर्ष में 20 जुलाई तक 2870 MSME के बंद होने से 19862 नौकरियां गई हैं. कोविड संकट के दौरान MSME सेक्टर को सपोर्ट करने के लिए सरकार ने कई उपायों की घोषणा की थी. इनमें कारोबारों के लिए इमरजेन्सी क्रेडिट लाइन गारंटी भी शामिल थी. इन उपायों की घोषणा आत्मनिर्भर भारत पैकेज (Atmnirbhar Bharat) के तहत की गई थी.
Edited by Ritika Singh