स्टार्टअप का नया इतिहास लिख रहे ओयो, टाटा संस, आईआईटी और मारुति सुजुकी
दिग्गज वाहन कंपनी मारुति सुजुकी, हॉस्पिटेलिटी फर्म 'ओयो', टाटा संस और आईआईटी, दिल्ली स्टार्टअप का नया इतिहास लिख रहे हैं। 10,650 करोड़ का फंड जुटा रही 'ओयो' देश की दूसरी सबसे बड़ी स्टार्टअप कंपनी बन चुकी है। स्टार्टअप के लिए आईआईटी दिल्ली को 225 करोड़ की पहली किस्त जारी होने जा रही है।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) दिल्ली ने स्टार्टअप क्षेत्रों में निवेश के लिए अगले छह साल में सात हजार करोड़ रुपये का फंड जुटाने का लक्ष्य बनाया है। यह प्रौद्योगिकी संस्थान अपने पूर्व छात्रों के साथ मिलकर स्टार्टअप को नई उड़ान देने जा रहा है। वह पूर्व छात्रों के साथ मिलकर ऐसी निधि तैयार कर रहा है, जिससे संस्थान के छात्रों और प्रोफेसरों के स्टार्टअप को गति मिले। संस्थान में अभी 30 से ज्यादा स्टार्टअप हैं।
कई रिसर्च प्रोजेक्ट पर भी काम किया जा रहा है, जिन्हें स्टार्टअप के माध्यम से मूर्त रूप देने के लिए 31 अक्टूबर को आइआइटी दिल्ली राष्ट्रपति भवन में एंडोमेंट फंड (अक्षय निधि) की पहली किस्त की घोषणा की जाएगी। आइआइटी दिल्ली के पूर्व छात्रों के साथ मिलकर स्टार्टअप को फंड मुहैया कराने के लिए एंडोमेंट फंड तैयार किया जा रहा है। इससे नायाब स्टार्टअप आइडिया को मूर्त रूप मिलेगा। आइआइटी दिल्ली के एंडोमेंट फंड के तहत 225 करोड़ रुपये की पहली किस्त जारी करने की घोषणा 31 अक्टूबर को राष्ट्रपति भवन में होने जा रही है।
अमेरिका में कारोबारी विस्तार और यूरोप में वेकेशन रेंटल बिजनेस को मजबूत बनाने के लिए हॉस्पिटेलिटी फर्म 'ओयो' होटल्स एंड होम्स फंडिंग के नए राउंड में 10 हजार 650 करोड़ रुपए जुटा रही है। रितेश अग्रवाल ने 5 साल पहले सस्ते होटल की बुकिंग के प्लेटफॉर्म के तौर पर ओयो की शुरुआत की थी। इसके पोर्टफोलियो में इस समय 35 हजार से ज्यादा होटल और 1.25 लाख वेकेशन होम शामिल हैं। ओयो भारत, चीन, मलेशिया, इंडोनेशिया और यूके समेत 8 देशों में होटल रूम्स का संचालन कर रही है। इसने मई में यूरोप की वेकेशन रेंटल कंपनी लीजर को 2885 करोड़ रुपए में खरीदने की डील का ऐलान किया था।
सीरीज एफ-फंडिंग में 'आरए' हॉस्पिटेलिटी होल्डिंग्स 'ओयो' में लगभग 70 करोड़ डॉलर का निवेश करने जा रही है। बाकी 80 करोड़ डॉलर 'ओयो' के मौजूदा निवेशक लगाएंगे। फंड जुटाने के लिए अभी कॉम्पिटीशन कमीशन ऑफ इंडिया (सीसीआई) की मंजूरी ली जा रही है। 'ओयो' विश्व के 3.2 अरब मिडिल क्लास के लोगों का जीवन स्तर सुधारने के लिए प्रतिबद्ध है।
मारुति सुजुकी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी केनिचि आयुकावा ने कहा है कि वाहन क्षेत्र में कई बदलाव आ रहे हैं। शुरुआत से ही मारुति सुजुकी ऐसे उत्पाद और सेवाएं पेश करती रही है, जो नियमनों से आगे रहते हैं और ग्राहकों की बदलती जरूरत को पूरा करते हैं। हमें भरोसा है कि इन स्टार्टअप्स के साथ भागीदारी के जरिये हम मोबिलटी और आटोमोबाइल समाधान के क्षेत्र में एक नए दौर में प्रवेश करने वाले हैं। मारुति सुजुकी इंडिया ने अपने मोबिलिटी एंड आटोमोबाइल इनोवेशन लैब (मेल) कार्यक्रम के तहत पांच स्टार्टअप्स सेंसगिज, एक्सेन, आइडेंटिफाई, एनमोविल और डॉकट्रन से करार किया है। इनमें नवोन्मेषी एवं अत्याधुनिक समाधान वाली स्टार्टअप कंपनियों के साथ सहयोग के जरिये मोबिलिटी और वाहन क्षेत्र में नवोन्मेषी कामकाज किया जा रहा है।
उधर, रतन टाटा की कंपनी टाटा संस मेड इन इंडिया इलेक्ट्रिक टू व्हीलर को बढ़ावा दे रही है। टाटा संस पुणे-आधारित इलेक्ट्रिक व्हीकल स्टार्टअप टॉर्क मोटर्स पर निवेश करने जा रही है। इसके फ्लैगशिप प्रोडक्ट टी-6एक्स के कमर्शियल लॉन्च से पहले ही रतन टाटा ने यह फैसला लिया है। हालांकि, इसमें निवेश कितना किया जाएगा, इसके बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं मिली है। इससे पहले कंपनी ने भारत फोर्ज और भाविश अग्रवाल (ओला के संस्थाप) से धन जुटाया था।
टोर्क मोटर्स स्वदेशी रूप से विकसित इलेक्ट्रिक वाहनों का निर्माता है। इस मेड इन इंडिया प्रोडक्ट्स को वर्षों के गहन रिसर्च और डेवलपमेंट के आधार पर विकसित किया जा रहा है। इस निवेश पर रतन टाटा ने कहा है कि पिछले कुछ वर्षों में इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रति दृष्टिकोण में बदलाव आया है। यह इंडस्ट्री तेजी से बदल रही है। वह टॉर्क मोटर्स की टीम से बहुत प्रभावित हैं। टाटा संस को ही नहीं, बल्कि हर भारतीय उद्यमी टॉर्क मोटर्स जैसी लगन होनी चाहिए।