वॉलेट बिजनेस बेचने की तैयारी में Paytm: रिपोर्ट
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, Paytm अपने वॉलेट बिजनेस को बेचने के लिए जियो फाइनेंशियल सर्विसेज और HDFC बैंक के साथ बातचीत कर रहा है. RBI ने अपने हालिया आदेश में Paytm को 29 फरवरी, 2024 से नई जमा या टॉप-अप स्वीकार करने से रोक दिया है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, संकटग्रस्त पेमेंट्स कंपनी पेटीएम (
) अपने वॉलेट बिजनेस को बेचने के लिए इंडस्ट्री के कई दिग्गजों के साथ बातचीत कर रही है. इसका कारण, भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) का हालिया आदेश है, जिसमें Paytm पर 29 फरवरी, 2024 से नई जमा या टॉप-अप स्वीकार करने से रोक लगा दी गई है.हिंदू बिजनेस लाइन कि रिपोर्ट के मुताबिक, जियो फाइनेंशियल सर्विसेज और HDFC बैंक इस डील के लिए सबसे आगे हैं.
YourStory के सवालों के जवाब में, पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड के एक प्रवक्ता ने कहा, "हम किसी भी तरह की बाजार की अटकलों पर टिप्पणी नहीं करते हैं. हम पूरी तरह से नियामक के निर्देशों का पालन करते हैं, और टीम का प्रयास PPBL द्वारा पेश किए गए प्रोडक्ट्स के जरिए एक सहज ग्राहक अनुभव सुनिश्चित करना है."
इस ख़बर के बाद जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के शेयरों की कीमत 15.21% उछलकर 292.40 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुई. हालाँकि, दिन के कारोबार के अंत में HDFC बैंक के शेयरों में 0.21% की मामूली गिरावट देखी गई, और यह 1,443.05 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ.
आरबीआई के आदेश के बारे में चिंताओं का जवाब देने के लिए वन 97 के मैनेजमेंट द्वारा 1 फरवरी को आयोजित एक विश्लेषक कॉल के अनुसार, वन 97 के जीएमवी में वॉलेट बिजनेस का योगदान सिंगल डिजिट में है, और इसलिए इसके यूपीआई, कार्ड और लोन बिजनेस से कम है.
कॉल के दौरान पेटीएम के अध्यक्ष और सीओओ भावेश गुप्ता ने कहा, "यह एक उचित लाभदायक प्रोडक्ट है क्योंकि हमें एमडीआर मिलता है और हमें "add money to wallet" से शुल्क मिलता है. इसलिए रेवेन्यू का बंटवारा था जो अब तब तक प्रभावित होगा जब तक हम उपयोगकर्ताओं के लिए पेटीएम ऐप पर किसी अन्य उपयोगकर्ता के साथ या पेटीएम ऐप के माध्यम से एक नया वॉलेट खोलने और/या इन वॉलेट्स को माइग्रेट करने का विकल्प उपलब्ध नहीं करा पाते, अगर नियामक के अनुसार यह संभव है तो.”
आरबीआई का आदेश 29 फरवरी, 2024 के बाद किसी भी ग्राहक खाते, पीपीआई, वॉलेट, फास्टैग, एनसीएमसी कार्ड और अन्य में आगे जमा या क्रेडिट लेनदेन या टॉप-अप की अनुमति नहीं देता है. आदेश में यह भी कहा गया है कि पेटीएम ग्राहकों द्वारा अपने खाते से शेष राशि की निकासी या उपयोग बचत बैंक खाते, चालू खाते और अन्य इंस्ट्रूमेंट्स को उपलब्ध शेष राशि तक अनुमति जारी रहेगी.
आदेश में वन97 कम्युनिकेशंस और पेटीएम भुगतान सेवाओं के नोडल खातों को पीपीबीएल से जल्द से जल्द समाप्त करने और सभी पाइपलाइन लेनदेन 15 मार्च, 2024 तक पूरा करने के लिए भी कहा गया है.
कुल मिलाकर, पीपीबीएल पर आरबीआई के निर्देश से वन 97 की वार्षिक EBITDA पर 300-500 करोड़ रुपये का असर पड़ने का अनुमान है. कंपनी ने अक्टूबर से दिसंबर 2023 की तिमाही में 2,850 करोड़ रुपये के रेवेन्यू में 38% की वृद्धि के कारण 222 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया. रेवेन्यू के आंकड़े दशहरा और दिवाली जैसे त्योहारी सीजन के दौरान ऋण वितरण में वृद्धि और मंच के माध्यम से बड़ी संख्या में लेनदेन को दर्शाती है.
(Translated by: रविकांत पारीक)