कैसे कोविड-19 में बने अवसरों के चलते आगे बढ़ रहा है गेमिंग स्टार्टअप Baazi Games
कोरोना वायरस के कारण लगाए गए पहले लॉकडाउन के दौरान, गेमिंग स्टार्टअप Baazi Games ने अपने यूजर्स की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी देखी। इन दो सालों में इसका यूजर बेस बढ़कर 11.5 मिलियन पर हो गया है, जो 2020 में 5.5 मिलियन था।
कंसल्टिंग फर्म बीसीजी और इन्वेस्टमेंट फर्म सिकोइया कैपिटल ने नवंबर 2021 में जारी एक रिपोर्ट में अनुमान जताया था कि 2025 तक भारत का मोबाइल गेमिंग बाजार तीन गुना बढ़कर 5 अरब डॉलर से अधिक का बाजार अवसर मुहैया करा सकता है।
डिमिस्टिफाइंग ऑफ इंडियन मोबाइल गेमिंग मार्केट, शीर्षक से जारी इस रिपोर्ट में उन रुझानों पर जोर दिया गया था, जिसकी वजह से मोबाइल गेमिंग बाजार में ग्रोथ की उम्मीद की जा रही है। इन रुझानों में यूजर्स की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी, औसत रेवेन्यू प्रति पेइंग यूजर (ARPPUs) में अपेक्षित बढ़ोतरी, और इस क्षेत्र में निवेशकों की रुचि में "अभूतपूर्व" बढ़ोतरी शामिल हैं।
गेमिंग सेक्टर पर फोकस वाले फंड लुमिकाई और कंसल्टिंग फर्म रेडसीर की एक दूसरी रिपोर्ट में अनुमान जताया गया है कि "भारत में पेड गेमर्स की संख्या 2021 में 95 मिलियन गेमर्स से 235 मिलियन तक पहुंच जाएगी"।
वहीं गेमिंग रेवेन्यू में सबसे बड़े योगदान देने वालों में से एक रियल-मनी गेमर्स हैं। यह एक ऐसा सेगमेंट है, जिसमें अगले पांच साल में 30-40 फीसदी की बढ़ोतरी दिखने की उम्मीद है।
काफी हद तक, यह अभूतपूर्व बढ़ोतरी कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप के कारण हुई है, जिसने लोगों को घर पर रहने के लिए मजबूर किया और उनकी मनोरंजन से जुड़ी गतिविधियों को ऑनलाइन दुनिया तक सीमित कर दिया। जाहिर तौर पर, ऐसे में कई ने गेमिंग की तरफ रुख किया।
यह स्मार्टफोन यूजर्स में बढ़ोतरी और इंटरनेट तक किफायती दाम में पहुंच जैसे कई कारकों से संभव हुआ।
इस लहर के दौरान तेजी से बढ़ने वाली भारतीय गेमिंग कंपनियों में से एक
है। यह देश की रियल-मनी गेमिंग (RMG) इंडस्ट्री की सबसे पहली कंपनियों में एक है। कंपनी ने अपने यूजर्स की संख्या साल 2020 में 5.5 मिलियन से फरवरी 2022 तक 11.5 मिलियन होते हुए देखा है। इस तरह महामारी के दौरान इसके यूजर्स की संख्या में करीब दोगुने की बढ़ोतरी हुई है।Baazi Games के फाउंडर और सीईओ नवकिरण सिंह, YourStory के साथ बातचीत में कहते हैं, "हमने एक बहुत बड़ा उछाल देखा, खासकर पहले लॉकडाउन के दौरान। हालांकि यह उछाल लूडो जैसे घरेलू खेलों जितना नहीं थी। लेकिन हमारे सेगमेंट ने पहले लॉकडाउन के दौरान कुल मिलाकर 20 से पहले 25 फीसदी का उछाल देखा।"
सही दांव लगाना
Baazi Games ने 2014 में PokerBaazi गेम के लॉन्च के साथ अपनी शुरुआत की। PokerBaazi देश के शुरुआती ऑनलाइन पोकर प्लेटफॉर्म्स में से एक है। स्टार्टअप ने आगे चलकर फैंटेसी स्पोर्ट्स में किया और 2018 में BalleBaazi लॉन्च किया और CardBaazi (पुराना नाम RummyBaazi) नाम से ऑनलाइन रमी लॉन्च किया। दोनों ऑनलाइन गेमिंग में तेजी से बढ़ते सेगमेंट हैं।
कंपनी की हालिया ग्रोथ की अगुआई BalleBaazi ने किया, जिसके 8.5 मिलियन यूजर्स हैं। यह इसके किसी भी गेम के सबसे अधिक यूजर्स हैं। इसके बाद 20 लाख यूजर्स के साथ PokerBaazi और 10 लाख यूजर्स के साथ CardBaazi का स्थान है।
नवकिरण बतातें है कि पहले लॉकडाउन ने पूरे ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री के लिए यूजर्स की एक बड़ी आबादी के दरवाजे खाले, खास तौर से भारत में।
बाद की लहरों में 5-10 फीसदी की अधिक धीमी बढ़ोतरी देखी गई। हालांकि बाजी गेम्स ने समय रहते कुछ अहम निर्णय लिए जिससे उसे सही मौकों का लाभ उठाने में मदद मिली।
2020 में पहले लॉकडाउन के दौरान, फैंटेसी स्पोर्ट्स पर काफी बुरा असर पड़ा। नवकिरण याद करते हुए बताते हैं, “स्पोर्ट्स सेगमेंट पूरी तरह से ठप था। साथ में रेवेन्यू के मामले में हमारे फैंटेसी स्पोर्ट्स भी निचले स्तर पर पहुंच गए थे। वे शून्य आय वाले दिन थे और बहुत कम नए यूजर्स जुड़े थे।”
फैंटेसी स्पोर्ट्स में पहली बार सितंबर 2020 में जाकर लोगों की कुछ दिलचस्पी दिखनी शुरू हुई, जब इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के सीजन को टाल दिया गया।
इस बीच, टीम ने अपनी टेक्नोलॉजी में सुधार करने पर फोकस किया। पोकरबाजी यूजर्स के मामले में बल्लेबाजी के बाद दूसरे स्थान पर है और कंपनी के लिए सबसे अधिक रेवेन्यू पैदा करने वाला गेम है। ब्रांड के आमदनी का करीब 75 प्रतिशत इसी से आता है। यहां तक कि, पोकरबाजी के रेवेन्यू में पिछले साल 64 प्रतिशत की भारी बढ़ोतरी हुई।
बाजी गेम्स ने इस लोकप्रियता को भुनाने के लिए मई 2021 में एक नया पोकरबाजी ऐप लॉन्च किया, जिसने गेमिंग इंडस्ट्री में कई अवार्ड जीते।
नए ऐप में इमोटिकॉन्स, वॉयस चैट, रियल-टाइम विनर टैब, सिंगल-हैंड यूज के लिए पोर्ट्रेट मोड और पूरी तरह से इंटीग्रेटेड पेमेंट सिस्टम जैसे एंगेजमेंट फीचर्स दिए गए हैं।
नवकिरन कहते हैं, "हमने इंडस्ट्री में सबसे पहले स्टैटिस्टिकल फीचर को पेश किया, जिसमें एक खिलाड़ी AI और ML का इस्तेमाल करके अपने खुद के और प्रतिद्वंद्वी के करियर के आंकड़े को रियल टाइम में देख सकता है।"
स्टार्टअप ने दिसंबर 2021 में Baazi Mobile Gaming लॉन्च किया, जो एक कैजुअल और हाइपर-कैजुअल गेमिंग प्लेटफॉर्म है। स्टार्टअप का दावा है कि प्लेटफॉर्म ने तीन महीने से भी कम समय में 2,00,000 से अधिक यूजर्स को जोड़ने में कामयाबी हासिल की है। हालांकि अभी तक इसने राजस्व में कोई योगदान नहीं दिया है।
बाजी गेम्स ने मर्चेंडाइज बेचने के लिए एक ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म भी लॉन्च किया है।
गज़ब की बढ़त
नवकिरण का कहना है कि Baazi Games की टीम पिछले साल लगभग दोगुनी हो गई थी। वे कहते हैं, "ग्रॉस रेवेन्यू के मामले में, बाजी गेम्स में 45 फीसदी की बढ़ोतरी हुई।"
फिलहाल, स्टार्टअप में 300 से अधिक कर्मचारी हैं। इसमें से 60 प्रतिशत से अधिक टेक्नोलॉजी और डेटा एनालिसिस पर फोकस करते हैं। फर्म अगले डेढ़ वर्षों में तकनीकी पक्ष से जुड़ी चीजों में करीब 200 और लोगों को हायर करने की योजना बना रही हैं।
नवकिरण बताते हैं, "हम एक गेमिंग ब्रांड हैं लेकिन हम खुद को एक टेक-फर्स्ट ब्रांड के रूप में देखते हैं। हमारी सभी टेक्नोलॉजी इन-हाउस हैं। इसलिए, टेक्नोलॉजी केंद्र बनी रहेगी और हम आने वाले भविष्य में टेक हायरिंग पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।”
स्टार्टअप ने अपने यूजर्स की सूची में नए राज्यों को भी जोड़ा। जिन राज्यों में ऑनलाइन गेमिंग पर प्रतिबंध है, उन्हें छोड़कर यह सभी राज्यों में मौजूद है। महाराष्ट्र हमेशा से इसका सबसे बड़ा बाजार रहा है और लॉकडाउन ने उत्तर प्रदेश, राजस्थान और बिहार को इसके टॉप 10 बाजारों में जोड़ा है।
इस समय, यूपी इसका दूसरा सबसे बड़ा बाजार है, जबकि राजस्थान और बिहार क्रमशः 5वें और छठे स्थान पर हैं।
फंडिंग और भविष्य
बल्लेबाजी ने 2019 में सीरीज ए राउंड के तहत 4 मिलियन डॉलर जुटाए थे। 2020 में इसने उदतारा वेंचर्स की अगुआई में फिर 20 लाख डॉलर जुटाए, साथ ही कार्डबाजी के लिए इसकी पैरेंट कंपनी बाजी गेम्स ने भी 10 लाख डॉलर की पूंजी डाली।
भविष्य के लक्ष्य की बात करें तो, यह अगले छह महीनों के भीतर अपने सबसे अधिक रेवेन्यू देने वाले PokerBaazi के लिए 40-45 मिलियन डॉलर जुटाने की योजना बना रहा है।
नवकिरण कहते हैं, "स्टार्टअप का लक्ष्य अपनी तकनीक को बढ़ाने के लिए पूंजी का इस्तेमाल करना और ऑगमेंट रियलिटी और वर्चुअल रियलिटी (AR/VR) व मेटावर्स जैसे आगामी सेगमेंट में निवेश और विस्तार करना शामिल है। हमने पहले ही इन सेगमेंट में रिसर्च शुरू कर दिया है।”
इसके अतिरिक्त, यह पोकर और ऑनलाइन गेमिंग में अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए मार्केटिंग पर खर्च करने की योजना बना रहा है और पोकर के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए इसे "हाउसहोल्ड गेम" बनाने की योजना बना रहा है।
बाजी गेम्स अगले साल तक अपने पोकर से हासिल होने वाली आमदनी को दोगुना करने की योजना पर काम कर रही है और अगले एक साल में इसे 100 फीसदी की बढ़ोतरी की उम्मीद है।
तेजी से बढ़ता बाजार
ऑनलाइन गेमिंग और गेमिंग स्टार्टअप भारत में हमेशा सुर्खियों में नहीं थे।
KRAFTON में कॉरपोरेट डेवलपमेंट के प्रमुख (भारत और MENA क्षेत्र) और Rolocule Games (बाद में ड्रीम 11 द्वारा अधिग्रहित) के संस्थापक अनुज टंडन YourStory को बताते हैं कि उनके समय में वह इंडस्ट्री में खुद को एक गेमिंग आंत्रप्रेन्योर से ज्यादा एक जागरूकता फैलाने वाले शिक्षक के रूप में महसूस करते थे।
तब से चीजें बहुत बदल चुकी हैं। इस समय भारत में गेमिंग सेक्टर से दो यूनिकॉर्न हैं - Dream 11 और Mobile Premier League (MPL)। इसके अलावा एक गेमिंग कंपनी- Nazaara शेयर बाजार में लिस्ट है। इस सेगमेंट की अन्य कंपनियों में Winzo, Games2Win और Gametion (Ludo King के निर्माता) शामिल हैं। भारत ने गेमिंग के लिए सेक्टर-विशेष फंड जैसे Lumikai और The Gaming Lounge में भी बढ़ोतरी देखी है।
पिछले साल अकेले भारत के गेमिंग इकोसिस्टम में कई बड़े आकार के अधिग्रहण देखने को मिले थे। फरवरी 2021 में, बेंगलुरु स्थित Moonfrog Labs (Teen Patti Gold, Ludo Club, Rummy Gold के निर्माता) को स्वीडन स्थित Stillfront Group ने 90 मिलियन डॉलर से अधिक में अधिग्रहित किया था। फिर जुलाई में, बेंगलुरु स्थित गेम डेवलपिंग स्टार्टअप PlaySimple को स्वीडिश गेमिंग फर्म Modern Times Group (MTG) ने 360 मिलियन डॉलर में खरीदा था, जो भारत में गेमिंग सेक्टर के सबसे बड़े सौदों में से एक है।
आज, 450 मिलियन से अधिक गेमर्स के साथ भारत दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी गेमिंग आबादी है। नवकिरण कहते हैं कि निवेश केवल गेमिंग स्टार्टअप तक ही सीमित नहीं है, बल्कि आसपास के ईकोसिस्टम जैसे स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म, एनीमेशन स्टूडियो भी इसमें शामिल हैं।
उन्होंने आगे कहा, “एनीमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग और कॉमिक्स सेक्टर के लिए एक टास्क फोर्स स्थापित करने के लिए सरकार से मिले सपोर्ट से सेंटीमेंट बढ़ा है और हम यहां से निवेश को बढ़ते हुए देखेंगे। इसलिए, यह कहना अधिक उचित होगा कि गेमिंग निवेश के लिए एक फलता-फूलता बाजार बनने जा रहा है।”
नवकिरण कहते हैं कि इस सेक्टर में अभी बहुत कुछ करना बाकी है। साथ ही वह यह भी मानते हैं कि यूजर्स की संख्या में आई असमान्य बढ़ोतरी आगे शायद जारी नहीं रहे हैं और नए यूजर्स में ग्रोथ कोरोना-पूर्व के स्तर पर वापस जा सकता है।
नवकिरन ने कहा, "मुझे लगता है कि यह गेमिंग के लिए सिर्फ शुरुआत है।"
Edited by रविकांत पारीक