पीएम मोदी ने बिहार को दी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट समेत 541 करोड़ रुपये की योजनाओं की सौगात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आज बिहार में 7 परियोजनाओं का उद्घाटन किया है। इनमें पटना-सिवान-मुजफ्फरपुर-मुंगेर और छपरा शहर की योजनाएं शामिल हैं। इन परियोजनाओं की कुल लागत 541 करोड़ रुपये होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बिहार की जलापूर्ति व सीवर से जुड़ी 541 करोड़ रुपये की विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने जिन सात परियोजनाओं का उद्घाटन किया उनमें पटना नगर निगम के बेऊर में नमामि गंगे योजना के अंतर्गत बनाए गए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट भी शामिल है। इसके अलावा सीवान नगर परिषद और छपरा नगर निगम के क्षेत्र में जलापूर्ति योजनाओं का लोकार्पण किया। इन दोनों योजनाओं के तहत स्थानीय नागरिकों को चौबीसों घंटे पीने का शुद्ध जल मिलेगा।
पीएम मोदी ने नमामि गंगे परियोजना के तहत पटना और करमलीचक में सीवर ट्रीटमेंट प्लांट (STP) परियोजना, मुजफ्फरपुर में रिवर फ्रंट विकसित करने और सिवान-मुंगेर और छपरा में जल से जुड़ी योजना का उद्घाटन किया।
पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये इन परियोजनाओं के बारे में अपने संबोधन में कहा, "शहरी क्षेत्र में बिहार के लाखों लोगों को शुद्ध पानी के कनेक्शन से जोड़ने का काम चल रहा है। अमृत योजना के तहत बिहार के 12 लाख परिवारों को शुद्ध पानी देने का लक्ष्य है। 6 लाख परिवारों को ये सुविधा मिल गई है। आपके परिवार को भी ये सुविधा जल्द मिल जाएगी।"
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा, "आज जिन चार परियोजनाओं का उद्घाटन हुआ है इससे शहरी गरीबों का जीवन आसान बनाने की दिशा में नई सुविधाएं मिली हैं।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में इंजीनियर्स डे (अभियंता दिवस) की शुभकामनाएं देते हुए कहा, "आज इसी के साथ हम इंजीनियर दिवस भी मना रहे हैं। देश के महान इंजीनियर एम. विश्वैशवरैया की जयंती का है जिन्होंने देश और दुनिया में अभूतपूर्व योगदान दिया है। भारतीय इंजीनियरों की दुनिया में एक अलग ही पहचान है और हमें गर्व है कि हमारे इंजीनियर देश के विकास को मजबूती से आगे बढ़ा रहे हैं। मैं इस अवसर पर सभी इंजीनियरों को, उनकी निर्माण शक्ति को आदरपूर्वक नमन करता हूं। बिहार तो देश के विकास को नई ऊंचाई देने वाले लाखों इंजीनियर देता है। बिहार की धरती तो आविष्कार और इनोवेशन की पर्याय रही है। बिहार के कितने ही बेटे हर साल देश के सबसे बड़े इंजीनियरिंग संस्थानों में अपनी चमक बिखेरते हैं। आज जो परियोजनाएं शुरू हुई हैं उन्हें पूरा करने में बिहार के इंजीनियरों की बड़ी भूमिका है। मैं बिहार के सभी इंजीनियरों को इंजीनियर दिवस की बधाई देता हूं।"
पीएम मोदी ने इस दौरान बाबा साहेब अंबेडकर को भी याद किया, पीएम मोदी ने कहा, "बाबा साहेब शहरीकरण के बड़े समर्थक थे।बिहार के लोग भारत के इस नए शहरीकरण में अपना योगदान दे रहे हैं। आत्मनिर्भर बिहार आत्मनिर्भर भारत को गति देने का काम कर रहा है। इसी सोच के साथ अमृत मिशन के तहत बिहार के कई शहरों को इज ऑफ लिविंग और इज ऑफ डुइंग बिजनेस के तहत बल दिया जा रहा है।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधन के अंत में कोरोना महामारी पर बोलते हुए कहा, "कोरोना से बचने के लिए दो गज की दूरी औ साफ-सफाई बेहद जरूरी है। हमारे वैज्ञानिक वैक्सीन बनाने में जुटे हैं।"
पीएम मोदी ने कोरोना महामारी से बचने के लिये नारा दिया- 'जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं।'
इन परियोजनाओं के शिलान्यास और लोकार्पण के दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी अपना संबोधन दिया। उन्होंने कहा, "लोगों को शुद्ध जल मिलना बड़ी बात है। 1955 में स्कूल में पढ़ता था और गंगा नदी के किनारे बख्तियारपुर में जन्म हुआ था। पूरे बख्तियारपुर में एक या दो कुंओं का पानी स्वच्छ था। हम रविवार को गंगा नदी में स्नान करने जाते थे और वहीं से एक बाल्टी पानी लाकर पीते थे और बहुत खुश होते थे। ये हमारी जिम्मेवारी है कि गंगा नदी के पानी को स्वच्छ रखें। इसके लिए नमामि गंगे सीवरेज प्लांट की स्थापना होनी बहुत जरुरी थी।"
उन्होंने आगे कहा, "अमृत जल योजना के तहत 24 घंटे पानी की आपूर्ति करने के बारे में एक बार फिर से विचार किया जायेगा। हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि पानी की आपूर्ति पर्यावरण के अनुकूल हो और कहीं पर भी इसका दुरूपयोग न हो। हम लोगों को आश्वस्त करेंगे कि बिहार में विकास का काम हम लगातार करते रहेंगे।"
इन परियोजनाओं के शिलान्यास और लोकार्पण कार्यक्रम में केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर ने अपने संबोधन में कहा, "देश के समावेशी विकास का प्रधानमंत्री का संकल्प है। समावेशी विकास के लिए हर क्षेत्र का विकास होना चाहिए।"
वहीं बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी इन सभी परियोजनाओं की जानकारी दे रहे थे
आपको बता दें कि इन सभी परियोजनाओं का क्रियान्वयन बिहार के नगर विकास और आवास विभाग के अधीन बुडको की ओर किया जा रहा है और इन परियोजनाओं की कुल लागत 541 करोड़ रुपये होगी।
गौरतलब हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाल ही में बीते 10 और 13 सितंबर को मत्स्य विभाग और पेट्रोलियम से जुड़ी कई परियोजनाओं का शुभारंभ कर चुके हैं। इसी क्रम में नगरीय विकास से जुड़ी परियोजनाओं का उद्घाटन-शिलान्यास किया है।