PM मोदी ने जिस स्टार्टअप Digantara की तारीफ़ की थी, उसने स्पेस में एक और कमाल कर दिया
पीएम मोदी ने मासिक रेडियो प्रोग्राम 'मन की बात' के हालिया एपिसोड में स्पेसटेक स्टार्टअप्स का जिक्र किया था. इस दौरान उन्होंने Digantara के काम की भी सराहना की थी. अब इस स्टार्टअप ने कुछ ऐसा किया है जिससे दुनिया भी इसका लोहा मानेगी...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीती 26 जून को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' में भारत के स्पेसटेक स्टार्टअप्स के बारे में चर्चा करते हुए उनके योगदान की सराहना की थी. पीएम ने इस दौरान अतंरिक्ष में ट्रैफिक मैनेजमेंट का ईकोसिस्टम बनाने की दिशा में काम कर रहे स्टार्टअप
का भी जिक्र किया था.इससे पहले, इस महीने की शुरुआत में, Digantara के को-फाउंडर्स अनिरुद्ध शर्मा और तनवीर अहमद ने पीएम मोदी के साथ बातचीत की, जहां उन्होंने पीएम को अपने विजन के बारे में समझाया था.
अब, इस इस स्पेसटेक स्टार्टअप ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के PSLV – C53 Mission पर दुनिया का पहला कमर्शियल स्पेस-बेस्ड वेदर सिस्टम, ROBI (ROBust Integrating proton fluence meter) लॉन्च किया है.
लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (Lovely Professional University) के पूर्व छात्रों, अनिरुद्ध शर्मा और राहुल रावत द्वारा आईआईएससी बैंगलोर (IISC Bangalore) के इनक्यूबेशन के तहत शुरू किया गया, यह भारत का पहला कमर्शियल पेलोड है जो PSLV के PS-4 ऑर्बिटल प्लेटफॉर्म का उपयोग करेगा.
दिगंतारा के पेटेंट किए गए, डिजिटल स्पेस वेदर इंस्ट्रूमेंट में <20mW की बिजली खपत के साथ एक बेहद छोटा फुटप्रिंट है. साइज, शेप और ऐप्लीकेशन के बावजूद, इंटीग्रेशन की सादगी किसी भी सैटेलाइट को अंतरिक्ष (स्पेस) में जाने के लिए आदर्श बनाती है. यह दिगंतारा को अनुभवजन्य अंतरिक्ष मौसम डेटा की मात्रा बढ़ाने में सक्षम करेगा जो अर्ध-वास्तविक समय में उपलब्ध होगा.
इस अभूतपूर्व उपलब्धि के लिए टीम दिगंतारा को बधाई देते हुए, डॉ अशोक कुमार मित्तल, चांसलर, लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी ने कहा, “जब हमारे छात्र नई ऊंचाइयों को छूने में सक्षम होते हैं तो हमें बहुत खुशी होती है. इस उपलब्धि के लिए अनिरुद्ध शर्मा और टीम को बधाई देना चाहता हूं. LPU में हम प्रैक्टिकल लर्निंग पर फोकस करते हैं. हाल ही में, हमने ग्राउंड स्टेशन की स्थापना के साथ अंतरिक्ष अनुसंधान में महत्वपूर्ण निवेश किया है. हमारे शोधकर्ता LPU के सैटेलाइट को लॉन्च करने की दिशा में दिन-रात काम कर रहे हैं.
अंतरिक्ष का मौसम एक जटिल घटना है जो उच्च ऊर्जा कणों, प्लाज्मा और सूर्य से निकलने वाली विद्युत चुम्बकीय तरंगों या पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र के साथ आने वाले ब्रह्मांड से उत्पन्न होती है. एक प्रमुख अंतरिक्ष मौसम घटना का अंतरिक्ष और स्थलीय प्रणालियों दोनों पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ सकता है. इस तरह की घटना बिजली ग्रिड को बाधित कर सकती है, एयरलाइन यात्रा को प्रभावित कर सकती है और उच्च आवृत्ति संचार प्रणाली, स्थिति, नेविगेशन और समय (GPS) सिस्टम को बाधित कर सकती है, जिससे संचार और नेविगेशन क्षमताओं में बाधा उत्पन्न हो सकती है.
अनुमानों के अनुसार, एक महत्वपूर्ण अंतरिक्ष मौसम घटना के परिणामस्वरूप 3.4 ट्रिलियन डॉलर तक का नुकसान हो सकता है. हाल ही में हुई एक घटना की वजह से SpaceX के 40 सैटेलाइट को नुकसान पहुँचाया था. इसके अलावा, यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (European Space Agency - ESA) के Swarm ऑपरेटरों ने Solar Cycle 25 की शुरुआत के साथ Solar Drag के कारण अपने सैटेलाइट्स की सिंक दर में छह गुना वृद्धि देखी है, यह जरूरी है कि हमारे पास इस तरह की घटना का अनुमान लगाने और निगरानी करने की क्षमता हो.
Digantara के सीईओ अनिरुद्ध शर्मा vs kue, "पृथ्वी की कक्षा में बढ़ती आबादी के साथ-साथ अंतरिक्ष आधारित अनुप्रयोगों जैसे कि कक्षा में ईंधन भरने, सर्विसिंग, अंतरिक्ष पर्यटन में वृद्धि के साथ प्रभावी अंतरिक्ष संचालन सुनिश्चित करने के लिए उच्च निष्ठा स्थितिजन्य जागरूकता की आवश्यकता है. जिस तरह ग्राउंड लॉजिस्टिक क्षेत्र के लिए स्थलीय नेविगेशन सेवाएं आवश्यक हैं, विभिन्न कंपनियों के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर की परत के रूप में सेवा कर रहे हैं, हम प्रभावी अंतरिक्ष संचालन के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर परत प्रदान करने की दिशा में अंतरिक्ष-एमएपी क्षमताओं का लाभ उठा सकते हैं."
वर्ष 2021 में, कलारी कैपिटल (Kalaari Capital) ने 2.5 मिलियन डॉलर के सीड फंडिंग के साथ दिगंतारा का समर्थन किया. इस फंडिंग का उपयोग करते हुए, स्टार्टअप ने एक वर्ष से भी कम समय में एक एसेट को अंतरिक्ष में भेजकर अपने हार्डवेयर इन्फ्रास्ट्रक्चर का एक टेक्नोलॉजी प्रदर्शन प्रस्तुत करने के लिए अपनी क्षमताओं को आक्रामक रूप से मजबूत किया.