सुस्त पड़े जॉब मार्केट में PwC India लाएगी 30,000 नई नौकरियां
PwC ने अगले पांच वर्षों में भारत में 30,000 नई नौकरियों देने की घोषणा की है. कंपनी भारत में अपना कारोबार बढ़ा रही है. साल 2028 तक कर्मचारियों की संख्या 80,000 से अधिक हो जाएगी.
बीते कुछ समय से दुनियाभर का जॉब मार्केट सुस्त पड़ा है. नई नौकरियां आ नहीं रही है और जो है उन पर कैंची चल रही है. लेकिन एक ऐसी कंपनी है जिसने अब इस सुस्ती को दूर करने की ठानी है.
PwC ने अगले पांच वर्षों में भारत में 30,000 नई नौकरियों देने की घोषणा की है. कंपनी भारत में अपना कारोबार बढ़ा रही है. संभावित रूप से 2028 तक कर्मचारियों की संख्या 80,000 से अधिक हो जाएगी.
यह घोषणा PwC India और PwC US के बीच भारत में नए ग्लोबल सेंटर स्थापित करने और मौजूदा कर्मचारियों की संख्या को बढ़ाने के लिए एक जॉइंट वेंचर की स्थापना के बाद आई है जो फर्म को विकास में तेजी लाने और सेवा की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद करेगा.
फर्म वर्तमान में अपने भारतीय अभ्यास और ग्लोबल डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर के बीच भारत में 50,000 से अधिक कर्मचारियों को रोजगार देती है.
ईटी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, PwC US के अध्यक्ष और वरिष्ठ साझेदार टिम रयान ने कहा, "PwC India और PwC US के बीच हमारा बढ़ा हुआ सहयोग हमारे ग्लोबल टैलेंट के विकास को और तेज करेगा और हमारे ग्राहकों को अधिक मूल्य प्रदान करने में मदद करेगा. यह हमारे लोगों के लिए गहन तकनीकी कौशल विकसित करने के अधिक अवसर भी पैदा करेगा - सभी गुणवत्ता पर आधारित हैं."
भारत में PwC के चेयरपर्सन संजीव कृष्णन ने कहा, "2021 में शुरू की गई नई समीकरण वैश्विक रणनीति के हिस्से के रूप में, PwC India ने देश की आर्थिक वृद्धि को आगे बढ़ाने, घरेलू बाजार की क्षमता का दोहन करने और समाज के लिए अधिक संभावनाएं पैदा करने का संकल्प लिया. हम भारत के विकास की कहानी में एक सार्थक भूमिका निभाने के लिए प्रतिबद्ध हैं और महत्वपूर्ण समस्याओं को हल करने और हमारे देश के लिए एक बहुत उज्ज्वल भविष्य की दिशा में रास्ते बनाने में मदद करने के लिए ग्राहकों और हितधारकों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. हमारा नया वेंचर इस दिशा में सिर्फ एक कदम आगे है और भारत के विशाल जनसांख्यिकीय लाभांश का उपयोग करने का और प्रयास करेगा."
आपको बता दें कि, इससे पहले बीते साल अगस्त महीने में PWC India के एक सर्वे में सामने आया कि देश में 34 फीसदी वर्कफोर्स अपनी नौकरी बदलने का मन बना रही है. जबकि, वैश्विक स्तर पर ऐसा करने के इच्छुक कर्मचारियों का आंकड़ा 19 फीसदी है. यानी भारत में एक बड़ा पेशवर समूह अपनी वर्तमान नौकरी से नाखुश है और चेंज चाहता है.
नौकरीपेशा लोगों की राय पर बेस्ड यह रिपोर्ट PWC के 'ग्लोबल वर्कफोर्स होप्स एंड फियर्स सर्वे 2022' के निष्कर्षों पर आधारित है. सर्वेक्षण में देश के 2,608 कर्मचारियों ने भाग लिया. इसमें से 93 फीसदी उत्तरदाता स्थायी कर्मचारी हैं. नई रिपोर्ट से पता चलता है कि देश में 71 फीसदी कर्मचारी इस बात को लेकर चिंतित हैं कि करियर ग्रोथ के लिए उनके कार्य की अनदेखी की जा रही है. वैश्विक स्तर पर ऐसे कर्मचारियों को आंकड़ा 21 फीसदी है.