रेलवे ने 12 अगस्त तक निरस्त कर दी रेगुलर ट्रेनें, ऐसे मिलेगा आपको टिकट का रिफंड!
अब 13 अगस्त से ट्रेन सेवाएँ शुरू हो पाएँगी या नहीं, यह आने वाले दिनों में संक्रमण के स्तर पर निर्भर करेगा।
देश में कोरोना वायरस संक्रमण के लगातार बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए हुए भारतीय रेलवे ने रेगुलर ट्रेनों को 12 अगस्त तक के लिए निरस्त कर दिया है, इसमें नियमित मेल, उपनगरीय ट्रेन और एक्सप्रेस ट्रेनें शामिल हैं, हालांकि फिलहाल स्पेशल ट्रेनें पहले की ही तरह चलती रहेंगी।
गौरतलब है कि मुंबई की लाइफलाइन कही जाने वाली लोकल इस समय जरूरी सेवाओं में लगे कर्मियों को लाने-ले जाने के लिए जारी है, ऐसे में फिलहाल इसे जारी रखने पर सहमति जताई गई है।
रेलवे बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि जिन यात्रियों ने एक जुलाई से 12 अगस्त के बीच नियमित ट्रेनों से यात्रा के लिए टिकट बुक कराई थी, उन्हे यह राशि लौटा दी जाएगी।
कैसे मिलेगा टिकट का रिफ़ंड?
रेलवे के अनुसार यात्रियों को टिकत रिफ़ंड का पूरा पैसा वापस किया जाएगा। टिकत का रिफंड हासिल करने के लिए यात्रियों को रेलवे काउंटर पर जाकर अपनी पुरानी टिकर दिखानी होगी, फिर उन्हे वहीं कैश रिफंड कर दिया जाएगा, जबकि ऑनलाइन रिफंड के तहत रेलवे द्वारा उनके खाते में पैसा सीधे भेज दिया जाएगा।
गौर करने वाली बात यह है कि रेलवे से रिफंड क्लेम करने की अवधि 6 महीने तक है। रेलवे यह फैसला स्टेशनों पर सोशल डिस्टेनिंग के पालन को ध्यान में रखते हुए लिया है।
फिर से क्यों कैंसल हुई ट्रेनें?
पहले लॉकडाउन की घोषणा के साथ ही सभी यात्री ट्रेनों को निरस्त कर दिया गया था, हालांकि रेलवे द्वारा दो महीनों के बाद सीमित क्षमता के साथ 12 मई को कुछ ट्रेनों को फिर शुरू किया गया, वहीं एक जून से करीब 10 ट्रेनों का संचालन शुरू हो गया, लेकिन अब फिलहाल कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में लगातार हो रही बढ़ोत्तरी को देखते हुए रेलवे कोई रिस्क नहीं लेना चाह रही है, जिसके चलते ट्रेनों को एक बार फिर से निरस्त करने का यह फैसला रेलवे बोर्ड द्वारा लिया गया है।
अब मौजूदा फैसले को देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा है कि इन ट्रेनों का संचालन 13 अगस्त से शुरू किया जा सकता है, लेकिन अभी उसके लिए आने वाले दिनों में बढ़ रहे संक्रमण की स्थिति पर काफी कुछ निर्भर करेगा। रेलवे अभी इन ट्रेनों में भरने वाली सीटों को भी ध्यान में रख रहा है, फिलहाल इन ट्रेनों में 76 फीसदी सीटें ही भर पा रही हैं।
रेलवे ने यह भी अपील की थी कि जो यात्री मधुमेह, हाइपरटेंशन, कैंसर और स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों से ग्रसित हैं, वे जब तक बहुत जरूरी ना हो ट्रेन में सफर ना करें। रेलवे ने इस सूची में गर्भवती महिलाओं, 10 साल से कम उम्र के बच्चे और 65 साल से अधिक उम्र केबुजुर्गों को भी शामिल किया था।
देश में कोरोना वायरस संक्रमण फिलहाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार सुबह तक देश में संक्रमण के कुल 4 लाख 91 हज़ार से अधिक मामले पाये गए हैं, जबकि 2 लाख 85 हज़ार से अधिक लोग इससे रिकवर हुए हैं।