Air India के बाद Akasa Air 2023 में बड़े विमान ऑर्डर देने की तैयारी में: रिपोर्ट
आकासा एयर के सीईओ विनय दुबे के अनुसार, एयरलाइन, जिसे पिछले साल अगस्त में लॉन्च किया गया था, जल्द ही अंतरराष्ट्रीय परिचालन शुरू करने का भी लक्ष्य बना रही है.
टाटा ग्रुप (Tata Group) की एयर इंडिया (Air India) द्वारा एविएशन इंडस्ट्री में इतिहास की सबसे बड़ी डील के तहत विमान ऑर्डर देने के कुछ दिनों बाद, एक और भारतीय एयरलाइन कंपनी, अकासा एयर (Akasa Air), इस साल अपने बेड़े का विस्तार करने के लिए "पर्याप्त रूप से" बड़ा ऑर्डर देने के लिए तैयार है. रॉयटर्स ने 16 फरवरी को इसकी जानकारी दी.
समाचार एजेंसी से बात करते हुए आकासा एयर के सीईओ विनय दुबे (Akasa Air CEO Vinay Dubey) के अनुसार, एयरलाइन, जिसे पिछले साल अगस्त में लॉन्च किया गया था, जल्द ही अंतरराष्ट्रीय परिचालन शुरू करने का भी लक्ष्य बना रही है.
अकासा ने पहले 72 बोइंग 737 मैक्स जेट (72 Boeing 737 MAX jets) के लिए ऑर्डर दिया था, जिन्हें मार्च 2027 तक डिलीवर किया जाना है. एयरलाइन को अब तक उनमें से 17 मिले हैं.
दुबे के हवाले से कहा गया, "इस साल के खत्म होने से पहले हम एक और विमान ऑर्डर देने जा रहे हैं जो हमारे द्वारा दिए गए 72 विमानों के ऑर्डर से काफी बड़ा होगा." हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि कंपनी कितने एयरक्राफ्ट खरीदने का लक्ष्य बना रही है.
दुबे ने कहा कि बजट एयरलाइन अपने अगले क्रम में नैरोबॉडी विमान खरीदेगी, लेकिन यह नहीं बताया कि वे बोइंग (Boeing) या एयरबस (Airbus) से संपर्क करेंगे या नहीं.
14 फरवरी को, एयर इंडिया ने घोषणा की कि वह बोइंग और एयरबस के साथ दो अलग-अलग ऑर्डर में कुल 470 विमान खरीद रही है. एयरबस से, यह 250 विमान खरीद रही है, जिसमें 140 A320neo, 70 A321neo, 34 A350-1000 और छह A350-900 विमान शामिल हैं. बोइंग से, ऑर्डर 220 जेट के लिए है - 190 बोइंग मैक्स विमान, 20 ड्रीमलाइनर (787-9) और 10 777-9 विमान.
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जाने की तैयारी
दुबे ने कहा कि एयरलाइन लगभग तीन महीनों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उड़ान भरने के लिए तैयार होगी. इसके बाद कंपनी अपने बेड़े में तीन और विमानों को जोड़ देगी, इसे 20 तक ले जाएगी. मानदंडों के अनुसार, 20 विमान-बेड़े वाली एयरलाइन कंपनी को अंतरराष्ट्रीय मार्ग पर परिचालन शुरू करने की अनुमति है.
"साल के अंत तक, हम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उड़ान भरने की उम्मीद करते हैं," दूबे ने कहा, जो पहले जेट एयरवेज के सीईओ थे.
अकासा के सीईओ ने यह भी कहा कि एयरलाइन अपना अंतरराष्ट्रीय संचालन शुरू करने के बाद मध्य पूर्व के साथ-साथ दक्षिण और दक्षिण पूर्व एशिया पर ध्यान केंद्रित करेगी.
उन्होंने कहा कि घरेलू स्तर पर यह छोटे शहरों को बड़े महानगरों से जोड़ने की अपनी रणनीति पर ध्यान देना जारी रखेगी.
आपको बता दें कि आकासा एयर में सबसे बड़ी हिस्सेदारी दिग्गज निवेशक रहे राकेश झुनझुनवाला और उनकी पत्नी रेखा की है. राकेश झुनझुनवाला का बीते साल 14 अगस्त को मुंबई में 62 वर्ष की उम्र में निधन हो गया था. उनके निधन से ठीक एक हफ्ते पहले, यानि कि 7 अगस्त से आकासा एयर की कमर्शियल फ्लाइट्स का परिचालन शुरू हुआ था. राकेश झुनझुनवाला और उनकी पत्नी रेखा - दोनों की मिलाकर कुल हिस्सेदारी 45.97 फीसदी है. विनय दुबे, संजय दुबे, नीरज दुबे, माधव भटकुली, पीएआर कैपिटल वेंचर्स, कार्तिक वर्मा भी इसमें प्रमोटर हैं. झुनझुनवाला के बाद विनय दुबे की इसमें सबसे ज्यादा 16.13 फीसदी हिस्सेदारी है.