RBI ने बढ़ा दिया Repo Rate, जानिए कितनी बढ़ जाएगी आपके Home Loan और Auto Loan की EMI
पिछले कुछ महीनों में रिजर्व बैंक ने तीन बार रेपो रेट बढ़ाया है, जिसके बाद अब नई दर 5.4 फीसदी हो गई है. जानिए इसका आपकी ईएमआई पर कितना होगा असर.
भारतीय रिजर्व बैंक ने मौद्रिक समीक्षा (RBI Monetary Policy) के बाद एक बार फिर से रेपो रेट (RBI Repo Rate) में बढ़ोतरी कर दी है. पिछले कुछ महीनों में रिजर्व बैंक दो बार में करीब 0.90 फीसदी की बढ़ोतरी पहले ही कर चुका है. अब तीसरी बार फिर से रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट यानी 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है. इसकी वजह से अब नई दर 5.4 फीसदी हो गई है. महंगाई पर लगाम लगाने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक लगातार कोशिशें कर रहा है, जिसके चलते रेपो रेट में बढ़ोतरी की गई है. इस बढ़ोतरी से अब आपके लोन की ईएमआई पर बड़ा असर होगा और वह महंगी हो जाएगी. आइए जानते हैं आपकी होम लोन की ईएमआई (Home Loan EMI) और ऑटो लोन की ईएमआई (Auto Loan EMI) पर क्या असर (Repo Rate Impact on EMI) होगा.
कितनी महंगी हो जाएगी होम लोन की ईएमआई?
भारतीय रिजर्व बैंक की तरफ से रेपो रेट की दर बढ़ाए जाने के बाद अब होम लोन की ईएमआई महंगी हो जाएगी. उदाहरण के लिए मान लेते हैं आपने बैंक से 7.05 फीसदी की दर पर 20 साल के लिए 30 लाख रुपये का होम लोन लिया है. ऐसे में मौजूदा स्थिति में आपको 23,349 रुपये की ईएमआई चुकानी पड़ रही थी. अब 50 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी के बाद अगर आपका बैंक पूरा बोझ ग्राहकों पर डालता है तो होम लोन की दर 7.55 फीसदी हो जाएगी. यानी अब आपको 24,260 रुपये की ईएमआई चुकानी होगी. मतलब हर महीने अब आपको 911 रुपये अधिक चुकाने पड़ेंगे.
रेपो रेट बढ़ने का ऑटो लोन ईएमआई पर असर
रेपो रेट का असर होम लोन की तरह ही ऑटो लोन पर भी होगा. रेपो रेट बढ़ने की वजह से ऑटो लोन की ईएमआई भी बढ़ जाएगी. उदाहरण के लिए मान लेते हैं कि अभी आपने 7.40 फीसदी की दर से ऑटो लोन लिया है. अगर आपने यह लोन 7 लाख रुपये का लिया है और 7 साल के लिए लिया है, तो आपको अब तक 10,702 रुपये की ईएमआई चुकानी पड़ रही थी. अब रेपो रेट 0.50 फीसदी बढ़ने के बाद अगर बैंक सारा बोझ ग्राहकों पर डालें तो ऑटो लोन की नई दर 7.90 फीसदी हो जाएगी. इस सूरत में आपको 10,876 रुपये की ईएमआई चुकानी होगी. यानी आपको हर महीने 174 रुपये अधिक चुकाने होंगे.
रेपो रेट वह दर होती है, जिस पर भारतीय रिजर्व बैंक की तरफ से बैंकों को लोन दिया जाता है. यानी इसके बढ़ते ही बैंकों को केंद्रीय बैंक की तरफ से मिलने वाला लोन महंगा हो जाता है.
जानिए रेपो रेट का ईएमआई पर कैसे होता है असर
जब रेपो में बढ़ोतरी की जाती है तो इससे बैंकों को मिलने वाला लोन महंगा हो जाता है. ऐसे में जब बैंक को ही महंगा लोन मिलता है तो वह ग्राहकों को दिए जाने वाले लोन को भी महंगा कर देते हैं. होम लोन और ऑटो लोन लंबी अवधि के होने की वजह से उन्हें फ्लोटर इंस्ट्रेस्ट रेट पर दिया जाता है. यह रेट रिजर्व बैंक की दर के बढ़ने-घटने के आधार पर बदलता रहता है. यही वजह है कि जैसे ही रिजर्व बैंक रेपो रेट बढ़ाता है, होम लोन और कार लोन की ईएमआई पर सीधा असर होता है.
पर्सनल लोन होगा महंगा, एफडी वालों को मिलेगा फायदा
ईएमआई महंगी होने के अलावा अब पर्सनल लोन लेना भी महंगा हो जाएगा. आने वाले कुछ ही दिनों में तमाम बैंक अपने पर्सनल लोन की नई दरें जारी कर देंगे. हालांकि, जिनका पहले से ही कोई पर्सनल लोन चल रहा है, उसकी ईएमआई पर कोई असर नहीं होगा, क्योंकि वह लोन फिक्स दर पर लिया गया था. रेपो रेट बढ़ने का फायदा उन लोगों को होगा, जो एफडी कराने की सोच रहे थे. आने वाले दिनों में तमाम बैंक एफडी की भी बढ़ी हुई दरें जारी करेंगे.