मुकेश अंबानी अमेरिका की सेंसहॉक में खरीदेंगे 79.4% हिस्सेदारी, जानें कितने करोड़ रुपये का रहेगा सौदा
यह लेन-देन कुछ नियामकीय और अन्य कस्टमरी क्लोजिंग कंडीशंस के अधीन है. इसके 2022 के अंत से पहले पूरा होने की उम्मीद है.
रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) ने अमेरिकी कंपनी सेंसहॉक (SenseHawk) में 79.4 प्रतिशत की बहुलांश हिस्सेदारी हासिल करने के लिए समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं. सेंसहॉक की स्थापना 2018 में हुई थी. कंपनी सोलर एनर्जी जनरेशन इंडस्ट्री के लिए सॉफ्टवेयर बेस्ड मैनेजमेंट टूल की अर्ली स्टेज डेवलपर है. इसका मुख्यालय कैलिफोर्निया में है. सेंसहॉक के अमेरिका, यूरोप, मिडिल ईस्ट, अफ्रीका, APAC और SEA में कस्टमर हैं. सेंसहॉक प्रॉसेस ऑप्टिमाइजेशन, ऑटोमेशन और एसेट इनफॉरमेशन मैनेजमेंट के लिए एसडीपी सास की पेशकश करती है.
सेंसहॉक, प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने और ऑटोमेशन का उपयोग करने में मदद करके कंपनियों को सौर परियोजनाओं में तेजी लाने में मदद करती है. कंपनी प्लानिंग से लेकर प्रॉडक्शन तक में कंपनियों की मदद करती है. यह लेन-देन कुछ नियामकीय और अन्य कस्टमरी क्लोजिंग कंडीशंस के अधीन है. इसके 2022 के अंत से पहले पूरा होने की उम्मीद है. रिलायंस इंडस्ट्रीज का रेवेन्यु वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान 792756 करोड़ रुपये का कंसोलिडेटेड रेवेन्यु, 110778 करोड़ रुपये का कैश प्रॉफिट और 67845 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट कमाया था.
कितना बड़ा सौदा
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने स्टॉक एक्सचेंजों को दी गई एक सूचना में कहा है कि रिलायंस और सेंसहॉक के बीच सौदा 3.2 करोड़ अमेरिकी डॉलर (करीब 255.56 करोड़ रुपये) का है, जिसमें फ्यूचर ग्रोथ के लिए फंडिंग, उत्पादों का कमर्शियल रोलआउट और अनुसंधान व विकास (R&D) शामिल है. सेंसहॉक ने 15 देशों में 140 से अधिक ग्राहकों को अपनी 600 से अधिक साइट्स और 100 गीगावाट से अधिक के एसेट्स के लिए नई तकनीक अपनाने में मदद की है. वित्तीय वर्ष 2022, 2021 और 2020 में सेंसहॉक का टर्नओवर क्रमशः 2326369 डॉलर, 1165926 डॉलर और 1292063 डॉलर था.
सौदे पर क्या बोले मुकेश अंबानी
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन व मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) का कहना है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज, ग्रीन एनर्जी क्षेत्र में क्रांति लाने के लिए प्रतिबद्ध है और 2030 तक 100 गीगावाट सौर ऊर्जा को सक्षम करने का विजन रखता है. सेंसहॉक के साथ सहयोग से हम लागत कम करेंगे, उत्पादकता बढ़ाएंगे, वैश्विक स्तर पर सौर परियोजनाओं के लिए सबसे कम एलसीओई को डिलीवर करने के लिए ऑन टाइम प्रदर्शन में सुधार लाएंगे और सौर ऊर्जा के लिए हमारे विजन के साथ सौर ऊर्जा को पावर का स्रोत बनाएंगे. अंबानी ने आगे कहा कि यह एक बहुत ही रोमांचक टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म है और मुझे विश्वास है कि RIL के समर्थन से सेंसहॉक कई गुना बढ़ जाएगी.
सेंसहॉक के कोफाउंडर व सीईओ स्वरूप मवानूर की ओर से कहा गया कि इस निवेश के साथ आरआईएल द्वारा सेंसहॉक में दिखाए गए विश्वास से हम उत्साहित हैं. कंपनी के प्रेसिडेंट और कोफाउंडर राहुल संखे ने कहा कि हम 2025 तक 50 प्रतिशत मार्केट को हासिल कर सोलर एनर्जी इकोसिस्टम को बेहतर बनाना चाहते हैं. आरआईएल के साथ पार्टनरशिप के साथ हम इस लक्ष्य की ओर बढ़ने को रफ्तार दे सकेंगे.