प्रस्तावित सेंट्रल विस्टा के मद्देनजर इस बार कइयों के लिए खास रहा गणतंत्र दिवस परेड
राजपथ पर इस साल का गणतंत्र दिवस परेड कई लोगों के लिए खास महत्व का था क्योंकि सरकार की महत्वाकांक्षी सेंट्रल विस्टा योजना के तहत इस ऐतिहासिक क्षेत्र के पुनर्विकास से पहले यह इस प्रकार के अंतिम कार्यक्रमों में से एक था।
नयी दिल्ली, राजपथ पर इस साल का गणतंत्र दिवस परेड कई लोगों के लिए खास महत्व का था क्योंकि सरकार की महत्वाकांक्षी सेंट्रल विस्टा योजना के तहत इस ऐतिहासिक क्षेत्र के पुनर्विकास से पहले यह इस प्रकार के अंतिम कार्यक्रमों में से एक था।
ऐसे लोगों में पंजाब के निवासी केवल कृष्ण (85) भी हैं। उनका कहना था कि वह यहां अनगिनत बार आ चुके हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं जानता हूं कि सरकार की योजना सेंट्रल विस्टा को पुनर्विकसित करने की है। संभव है कि राजपथ पहले जैसा नहीं हो... पुराने राजपथ की याद आएगी और नए का स्वागत किया जाएगा।’’
सूत्रों के अनुसार, 2021 में गणतंत्र दिवस परेड कार्यक्रम के तुरंत बाद ऐतिहासिक राजपथ का पुनर्निर्माण किया जाएगा।
कई अन्य लोगों ने लुटियन दिल्ली के धरोहरों को प्रभावित करने वाली परियोजना को लेकर चिंता व्यक्त की।
मणिपुर के तमालोंग जिले के सैमसन मुमी का मानना था कि विकास की तुलना में विरासत को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि पुनर्विकास परियोजना ने धरोहर प्रेमियों को चिंतित कर दिया है। यह पूरे शहर में सबसे अच्छी जगह है। जब लुटियन ने इसका डिजाइन किया था, तो उनके मन में एक विचार था।
पहली बार राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड देखने वाले 27 वर्षीय दिगंबु नेवमाई ने सुझाव दिया कि सरकार को पेड़ लगाने और प्रदूषण में कमी करने के लिए निवेश करना चाहिए।
उन्होंने कहा,
"इमारतें ठीक आकार में हैं। इंडिया गेट लॉन और राजपथ पिकनिक या ड्राइव के लिए पसंदीदा स्थान हैं। मुझे नहीं पता है कि दो साल बाद आम लोगों को यहां आने की इजाजत होगी।’’
फ्रांसीसी पर्यटक डेरियर ने कहा कि वह विकास से अधिक विरासत को पसंद करते हैं। उन्होंने कहा,
"मुझे नहीं पता है कि आपकी सरकार की योजना क्या है। कुल मिलाकर, मुझे यह स्थान आकर्षक लगा। हर बार, जब मैं भारत आता हूं तो एक बार इंडिया गेट भी जाता हूं। मुझे उम्मीद है कि यह वैसा ही रहेगा।"
हालांकि, सूत्रों ने कहा कि कोई भी धरोहर इमारतें नहीं गिरायी जाएंगी।