'ड्रिंक एंड ड्राइव' में 680 लोगों का चालान काटने वाले पुलिसकर्मी को मिला राष्ट्रपति पुलिस पदक
नशे में वाहन चलाने पर 680 लोगों का चालान काटने वाले के वेंकटेश को गणतन्त्र दिवस के मौके पर राष्ट्रपति के पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है। के वेंकटेश ने साल 2019 में कुल 1 लाख 20 हज़ार रुपये का जुर्माना भी वसूला है।
अपने 5 साल के ट्रैफिक पुलिस सेवा काल में नशे की हालत में वाहन चला रहे 680 चालकों का चालान काटने वाले के वेंकटेश को गणतन्त्र दिवस के मौके पर राष्ट्रपति के पुलिस पदक से सम्मानित किया गया। इस दौरान के वेंकटेश के अलावा अन्य 19 पुलिसकर्मियों को भी इस सम्मान से नवाजा गया है।
इंडियन एक्स्प्रेस से बात करते हुए के वेंकटेश ने बताया,
“इस अपराध में बड़ी संख्या में लोग लिप्त होते हैं, जबकि उन्हे इस बात का अहसास नहीं होता कि वे लोगों की जिंदगियाँ खतरे में डाल रहे हैं। जब हम ऐसे लोगों को पकड़ते हैं तो हम उन्हे फिर आगे नहीं जाने देते हैं।”
गौरतलब है कि के वेंकटेश ने साल 2019 में यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों से 1.3 लाख रुपये का जुर्माना वसूला है। वेंकटेश बेंगलुरु के बसावनगुड़ी ट्रैफिक क्षेत्र में सबसे अधिक जुर्माना वसूलने वाले पुलिसकर्मी भी हैं।
के वेंकटेश ने अपने इस सम्मान को अपने साथी पुलिसकर्मियों को समर्पित किया है। वहीं इस साल गणतन्त्र दिवस पर राष्ट्रपति से पुलिस सेवा पदक पाने वाले पुलिसकर्मियों में एसपी बीएन ओबलेश, कमांडेंट केएम महादेव प्रसाद, एसीपी एमजी पंपापति, एसीपी एचएन धर्मेन्द्र, डिप्टी एसपी एसटी चन्द्रशेखर, एसीपी शंकर एम रागी, डिप्टी एसपी एवी लक्ष्मीनारायण, डिप्टी एसपी संगप्पा एस हुल्लूर, डिप्टी एसपी एजी करिअप्पा समेत अन्य पुलिसकर्मी शामिल हैं।
पुलिस पदक की शुरुआत 1 मार्च 1951 से हुई थी। वीरता और प्रतिष्ठित सेवा के लिए यह पदक स्वतन्त्रता दिवस और गणतन्त्र दिवस के मौके पर दिया जाता है। एक साल में यह पदक अधिकतम 740 लोगों को दिया जा सकता है।