माइक्रोसॉफ्ट के कर्मचारियों पर छंटनी की मार, कंपनी ने 1800 लोगों को नौकरी से निकाला
माइक्रोसॉफ्ट ने दुनिया भर में स्थित अपने विभिन्न दफ्तरों से 1800 लोगों की छुट्टी कर दी है. कंपनी का कहना है कि ये छंटनी बड़े बदलाव का हिस्सा है.
आर्थिक मंदी और नौकरियों में छंटनी की समस्या से कोई अछूता नहीं है. सिर्फ भारत की ही नहीं, बल्कि दुनिया की दिग्गज कंपनियां भी आर्थिक संकट के चलते बड़े पैमाने पर छंटनी कर रही हैं. हाल ही में एलन मस्क की कंपनी टेस्ला में बड़े पैमाने पर छंटनी हुई थी. फिर भारत की एडुटेक कंपनी बाइजूस ने भी बड़े पैमाने पर छंटनी की. टेस्ला और बाइजूस के बाद अब अगला नंबर माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) का है, जिसने अपने 1800 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है.
कंपनी से निकाले गए ये 1800 कर्मचारी एक ही देश के नहीं हैं. दुनिया भर में स्थित माइक्रोसॉफ्ट के विभिन्न दफ्तरों से 1800 लोगों की छुट्टी कर दी गई है. कंपनी का कहना है कि वो कंपनी के स्ट्रक्चर में बड़े बदलाव कर रही है. कर्मचारियों को नौकरी से निकाला जाना भी इस रीस्ट्रक्चरिंग का ही
हिस्सा है.
168 बिलियन डॉलर की कंपनी में 2 लाख कर्मचारी
47 साल पहले 4 अप्रैल, 1975 के बिल गेट्स ने अपने बचपन के दोस्त पॉल एलेन के साथ मिलकर अमेरिका के न्यू मैक्सिको में माइक्रोसॉफ्ट की शुरुआत की थी. वर्ष 2021 में कंपनी का कुल टर्नओवर 168 बिलियन डॉलर का था. आज की तारीख में कंपनी में तकरीबन 2 लाख लोग काम करते हैं. उस लिहाज से देखा जाए तो 1800 लोग कंपनी के कुल वर्कफोर्स का 1 फीसदी भी नहीं हैं.
बिल गेट्स ने डोनेट किया 20 बिलियन डॉलर
दुनिया की बाकी बड़ी कंपनियों में होने वाली छंटनी की तरह माइक्रोसॉफ्ट के इस फैसले की भी काफी आलोचना हो रही है. ये दोनों खबरें साथ ही आई हैं. एक तरफ माइक्रोसॉफ्ट छंटनी कर रहा है और दूसरी ओर बिल गेट्स ने अपने फाउंडेशन को 20 बिलियन डॉलर डोनेट किया हैं. हालांकि बिल गेट्स अब माइक्रोसॉफ्ट से रिटायर हो चुके हैं. 13 मार्च 2020 को उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट से रिटायरमेंट ले लिया और कंपनी की कमान अब सत्या नडेला के हाथ में है.
माइक्रोसॉफ्ट ने अपनी सफाई में कहा है कि और कंपनियों की तरह माइक्रोसाफ्ट भी कंपनी के परफॉर्मेंस को लेकर एक इयरली रिव्यू करता है. यह रिव्यू कंपनी के बिजनेस से लेकर इंडीविजुअल परफॉरर्मेंस तक हर स्तर पर किया जाता है. रिव्यू के बाद कंपनी में जरूरी फेरबदल की प्रक्रिया शुरू होती है. रिट्रेंचमेंट भी उसी जरूरी फेरबदल का हिस्सा है. माइक्रोसॉफ्ट ने इस बार जिन कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है, उनमें अधिकांश कंसल्टेंट और सॉल्यूशन पार्टनर्स हैं.
भविष्य में होगी हायरिंग
पिछले पांच सालों में कंपनी में यह पांचवी बार की गई छंटनी है. लेकिन माइक्रोसॉफ्ट का कहना है कि हम भविष्य में कंपनी की जरूरतों के हिसाब से नई हायरिंग भी कर सकते हैं. कंपनी में नया इंवेस्टमेंट भी होता रहेगा.
हालांकि मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो माइक्रोसॉफ्ट में पिछले कुछ समय से हायरिंग की रफ्तार काफी धीमी है और पांच साल में यह पांचवी छंटनी है. हालांकि कंपनी की मार्केट वैल्यू का ग्राफ लगातार बढ़ ही रहा है. पिछले साल कंपनी का कुल रेवेन्यू 168 बिलियन डॉलर का था.
Edited by Manisha Pandey