BCCI से 'महाराज' की विदाई, अब इन्हें मिली प्रेसिडेंट पद की कमान
BCCI की बैठक में मंगलवार को सर्वसम्मति से रोजर बिन्नी को प्रेजिडेंट बनाने का फैसला किया गया है. बिन्नी बीसीसीआई के 36वें प्रेसिडेंट होंगे.
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने रोजर बिन्नी को अपना नया प्रेसिडेंट चुना है. मंगलवार को बीसीसीआई ने इसकी जानकारी दी. रोजर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के 36वें प्रेसिडेंट हैं. रोजर बिन्नी ने सौरव गांगुली की जगह ली है. भारतीय क्रिकेट से जुड़े अब हर बड़े फैसलों में रोजर बिन्नी की अहम भूमिका होगी.
रोजर ने संवाददाताओं के साथ अनौपचारिक बातचीत में कहा कि इंडिया के प्रमुख खिलाड़ियों का बार-बार चोटिल होना वाकई चिंताजनक है. वह इस समस्या की तह तक पहुंचकर इन घटनाओं को कम करने के तरीके तलाशना चाहते हैं.
रोजर बिन्नी ने मंगलवार को भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भरा था. इस पद के लिए वो नामांकन भरने वाले इकलौते उम्मीदवार थे. इसलिए उन्हें निर्विरोध BCCI का अध्यक्ष चुन लिया गया.
वर्ल्ड कप में लिया था रिकॉर्ड विकेट
गांगुली के उलट बिन्नी के पास खेल के साथ साथ प्रशासनिक अनुभव भी है. बिन्नी ऐसे चौथे बीसीसीआई प्रेसिडेंट होंगे जिन्होंने इंडिया को किसी टेस्ट मैच में रिप्रजेंट किया है. मीडियम पेस बॉलर रोजर बिन्नी साल 1983 विश्व कप विजेता टीम का हिस्सा रहे चुके हैं. उन्होंने तब आठ मैचों में 18 विकेट लिए थे जो उस टूर्नामेंट का रिकॉर्ड था.
इससे पहले रोजर बिन्नी संदीप पाटिल की अध्यक्षता वाली सीनियर चयन समिति के सदस्य रह चुके हैं. रोजर पूर्व भारतीय ऑलराउंडर स्टुअर्ट बिन्नी के पिता भी हैं. रोजर बिन्नी के बेटे स्टुअर्ट बिन्नी ने 2014 में तत्कालीन कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में अपना इंटरनैशनल क्रिकेट करियर शुरू किया था. तब स्टुअर्ट बिन्नी के टीम इंडिया में सेलेक्शन को लेकर उनके पिता रोजर बिन्नी पर पक्षपात के आरोप भी लगते थे.
जबकि कहा ये जाता है कि जब भी भारतीय टीम में चयन के लिए उनके बेटे स्टुअर्ट बिन्नी के नाम पर चर्चा होती थी तो वह खुद को इससे अलग कर लेते थे. रोजर बिन्नी ने बेंगलुरू के चिन्नास्वामी स्टेडियम में साल 1979 में पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैच के जरिए अपने इंटरनैशनल करियर की शुरुआत की थी. इसी के साथ वो इंडियन क्रिकेट टीम की तरफ से इंटरनैशनल क्रिकेट खेलने वाले पहले एंग्लो इंडियन बन गए थे.
फुटबॉल और हॉकी में भी हैं माहिर
बिन्नी के अनुभवों को देखकर कोई भले ये कह सकता है कि उनकी बचपन से ही खेल में रुचि रही होगी. मगर ऐसा नहीं है, बिन्नी जैवलिन थ्रो, हॉकी और फुटबॉल में भी एक्सपर्ट हैं. उनके नाम तो जैवलिन थ्रो में बॉयज कैटिगरी में नैशनल रिकॉर्ड भी है.
रोजर बिन्नी ने भारत के लिए 27 टेस्ट और 72 वनडे मैच खेले थे. उनके नाम वनडे में 77 विकेट और टेस्ट मैचों में 47 विकेट लेने का रिकॉर्ड है. रोजर ने वनडे में 629 रन और टेस्ट क्रिकेट में 830 रन बनाए हैं. रोजर बिन्नी ने गोवा और कर्नाटक के लिए भी घरेलू क्रिकेट खेला है.
Edited by Upasana