9 साल बाद अमेरिकन व्हिसलब्लोअर Edward Snowden को मिली रूस की नागरिकता
'If I had to describe myself, I wouldn’t use words like ‘hero.’ I wouldn’t use ‘patriot,’ and I wouldn’t use ‘traitor.’ I would say I’m an American and I’m a citizen, just like everyone else.'
-Edward Snowden.
9 साल पहले एडवर्ड स्नोडेन को अमेरिका छोड़ना पड़ा था. उनके पास यू.एस. की नागरिकता होते हुए भी वे अमेरिका में रह नहीं सकते. साल 2013 में अमरीकी राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी- एनएसए (US National Security Agency) द्वारा किए गए विशाल घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय निगरानी कार्यों का खुलासा करने के बाद से स्नोडेन रूस में शरण ली थी.
कल नौ साल बाद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (President Vladimir Putin) ने स्नोडेन को रूसी नागरिकता प्रदान कर दी है. राष्ट्रपति द्वारा हस्ताक्षरित एक आदेश के अनुसार, स्नोडेन उन 75 विदेशी नागरिकों में शामिल हैं जिन्हें रूस की नागरिकता प्रदान की गई है. यह आदेश एक सरकारी वेबसाइट पर शेयर किया गया. बता दें कि रूस ने स्नोडेन को 2020 में स्थायी निवास का अधिकार दिया था, जिससे उनके लिए रूसी नागरिकता प्राप्त करने का मार्ग खुल गया था. स्नोडेन की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई. उन्होंने नागरिकता के लिए साल 2020 में आवेदन दिया था. कयास लगाए जा रहे हैं कि स्नोडेन की पत्नी लिंडसे मिल्स भी नागरिकता के लिए आवेदन करेंगी.
रूस ने स्नोडेन को ऐसे समय में नागरिकता दी है जब यूक्रेन (Ukrain) युद्ध की वजह से पश्चिमी देश और अमेरिका सभी वैश्विक मंचों पर रूस को घेर कर उस पर वैश्विक दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है. यूक्रेन पर आक्रमण के बाद से अमेरिका के नेतृत्व में पश्चिमी देशों ने रूस पर कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगाए हैं. इस माहौल में रूस द्वारा स्नोडेन को नागरिकता दिए जाना मानवाधिकार मुद्दों पर रूस की बढ़त के रूप में देखे जाने की कवायद प्रतीत हो रही है.
अमेरिका के खुफिया अधिकारी वर्षों से स्नोडेन को अमेरिका लाना चाहते थे, ताकि उन पर देश के खिलाफ जासूसी करने का मुकदमा चलाया जा सके. अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक, स्नोडेन अगर अमेरिका लौटते तो अमेरिकी कानून के हिसाब से उन्हें 30 साल तक की सजा सुनाई जा सकती थी. अमेरिका में अभियोजन (prosecution) से बचने के लिए 2013 से रूस में रह रहे हैं. उनके मुताबिक़ उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है इसलिए उन पर मुक़दमा चलाये जाना सही नहीं है. वहीं एनएसए के अनुसार एडवर्ड स्नोडेन ने दस्तावेज़ों को लीक करके गोपनीयता के क़ानून का हज़ारों बार उल्लघंन किया है. स्नोडेन ने खुफिया जानकारी साझा करने पर सफाई देते हुए कहा था कि उन्होंने खुलासा इसलिए किया क्योंकि उनका मानना था कि एनएसए ग़ैरक़ानूनी ढंग से अमरीकी नागरिकों की इलेक्ट्रॉनिक निगरानी की और नागरिक स्वतंत्रता का उल्लंघन कर रही थी.
मानवाधिकार संस्था, अमरीकन सिविल लिबर्टीज़ यूनियन ने भी एनएसए द्वारा इतना व्यापक तंत्र लगाए जाने पर हैरानी व्यक्त की थी. संस्था के मुताबिक ड्रैगनेट सर्वेलेंस ने उन अमरीकी दायित्वों को तोड़ा है जो अमरीकी और विदेशी नागरिकों की निजता की इज़्ज़त करने की बात करते हैं. वॉशिंगटन पोस्ट के मुताबिक, निजता पर असर के लिहाज़ से ये कार्यक्रम एनएसए के पिछले किसी भी ऐसे कार्यक्रम से कहीं आगे है.
एनएसए द्वारा इस पैमाने पर की जा रही निगरानी की जानकारी उन दस्तावेज़ों में थी जो अख़बार को पूर्व अमरीकी विश्लेषक एडवर्ड स्नोडन ने दिए थे.