बैंकिंग सेक्टर में बड़े निवेश के साथ आगे बढ़ रहे हैं फ्लिपकार्ट के सह-संस्थापक सचिन बंसल
देश के पहले अरबपति (कैश के मामले में ) बनकर उभरे सचिन बंसल बैंकिंग सेक्टर में बड़ा निवेश करने के साथ आगे बढ़ रहे हैं। बंसल बैंकिंग सेक्टर में नए आइडिया के साथ आगे बढ़ना चाहते हैं।
फ्लिपकार्ट के सह-संस्थापक सचिन बंसल डिजिटल फाइनेंस सेक्टर में बड़ा निवेश करते हुए नज़र आ रहे हैं। फ्लिपकार्ट से अलग होने के बाद सचिन बंसल ने माइक्रोफाइनेंस फ़र्म चैतन्य इंडिया का अधिग्रहण किया था।
कर्नाटक जैसे गैर-हिन्दी भाषी राज्य में भाषा को लेकर ग्राहक और कर्मचारियों दोनों को ही बराबर परेशान होना पड़ रहा है। बेंगलुरु से 250 किलोमीटर दूर जगलपुर की एक रिजनल बैंक में हुए अपने अनुभव के बारे में बात करते हुए सचिन ने बताया,
“उस शाखा में 100 से अधिक ग्राहक थे, लेकिन ब्रांच के मैनेजर को कन्नड़ नहीं आती थी, जिस कारण ग्राहकों और बैंक मैनेजर के बीच काफी परेशानियाँ थीं।”
केंद्र सरकार के निर्देश के अनुसार सार्वजनिक क्षेत्रों की बैंकों की कुल शाखाओं का 33 प्रतिशत ग्रामीण क्षेत्रों में होना चाहिए, लेकिन सचिन के अनुसार इस क्षेत्र में नए आइडिया को लाने की जरूरत है।
सचिन बंसल ने चैतन्य इंडिया के जरिये बैंकिंग लाइसेन्स के लिए भी आवेदन किया गया है। देश की सबसे बड़ी ऑनलाइन रिटेल कंपनी की स्थापना करने वाले सचिन बंसल ने कंपनी में अपनी हिस्सेदारी को 1 अरब डॉलर में वालमार्ट को बेंची थी। बंसल बैंकिंग सेक्टर में अब बड़ा निवेश कर रहे हैं।
फ्लिपकार्ट से अलग होने के साथ ही बंसल देश के पहले अरबपति (कैश के मामले में ) बनकर उभरे थे। चैतन्य इंडिया आज भारत में पेपरलेस बैंकिंग को लेकर तेजी से अपने कदम आगे बढ़ा रही है। डिजिटल बैंकिंग से इस सेक्टर में न सिर्फ पेपरवर्क में कमी आएगी, बल्कि खर्चों में भी कटौती की जा सकेगी।
बंसल नवी प्लेटफोरम के जरिये भी बैंकिंग क्षेत्र में अपने कदम को आगे लेकर जा रहे हैं। चैतन्य के जरिये देश के रिटेल लोन सेक्टर में बड़ा बदलाव लाने के लिए बंसल काम कर रहे हैं।
वर्तमान समय में देश में तेच उद्यमी भी बैंकिंग क्षेत्र में अपना लगाव दिखा रहे हैं। इस क्षेत्र के स्टार्टअप जैसे जुपिटर, ओपेन और नियो ने टॉप इन्वेस्टर्स से निवेश भी जुटाया है। फाइनेंस सेक्टर में रेगुलेशन काफी जटिल हैं, जिसके चलते इस सेक्टर में शुरुआत और आगे बढ़ना अन्य क्षेत्र की तुलना में थोड़ा कठिन है।