सात साल की लड़की ने की 4 किलोमीटर तैराकी, तोड़ा गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड
हाल ही में देश में एक और गिनीज़ विश्व रिकॉर्ड तोड़ा जा चुका है और इस बार यह कारनामा करने वाली महज 7 साल की बच्ची है। ऐसा करने वाली ज्वेल मरियम बेसिल ने कर दिखाया है। एक छोटे से एक पूल से अपनी इस यात्रा की शुरुआत करने वाली ज्वेल ने बेहद कम समय में यह रिकॉर्ड अपने नाम किया है।
ज्वेल के माता-पिता को हमेशा से यह लगता था कि तैराकी के लिए उनकी बेटी के भीतर जो प्यार है वो उन्हें एक बड़े मुकाम तक जरूर लेकर जाएगा और ऐसा हुआ भी। मालूम हो कि ज्वेल की इस उपलब्धि के पीछे उनके पिता के साथ ही उनके कोच का भी बड़ा हाथ रहा है।
चार किलोमीटर की तैराकी
केरल के अलपुझा की रहने वाली ज्वेल की इस उपलब्धि के बाद मीडिया से बात करते हुए पिता बेसिल वर्गीस ने बताया कि ज्वेल की हमेशा से तैराकी में दिलचस्पी थी और इसी के साथ ज्वेल के लिए एक कोच भी नियुक्त किया गया था। ज्वेल के कोच बीजू थैंकप्पन के साथ बेसिल भी इसके लिए कोशिश कर रहे थे।
उन्होने आगे बताया है कि हाल ही में उन्हें पता चला कि सात साल की उम्र में किसी ने भी झील में चार किलोमीटर तक तैरने का प्रयास नहीं किया है। इसलिए उन्होने ज्वेल के साथ इसे आजमाने का फैसला किया। हालांकि आज ज्वेल के इस बेहतरीन प्रदर्शन के बाद पिता बेसिल वर्गीस बेहद खुश हैं।
एक साल पहले ही शुरू किया तैरना
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, बीते शनिवार को ज्वेल ने चेरथला के थवनकदावु से सुबह 8 बजे तैरना शुरू किया। दो नावों और तट रक्षक अधिकारियों की मौजूदगी में वे एक घंटे और 53 मिनट तक तैरती रहीं और इसके बाद वे वैकोम के कोलोथुमकाडवु बाजार में पहुंची, जहां उनका जोरदार तालियों से स्वागत किया गया। गौरतलब है कि ज्वेल ने महज एक साल पहले ही तैरने की कोचिंग लेना शुरू किया है।
मालूम हो कि इस रिकॉर्ड की प्रामाणिकता को स्पष्ट करने के लिए अभी गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स द्वारा अनुमोदित किए जाने की आवश्यकता है, लेकिन बावजूद ज्वेल के परिवार का मानना है कि यह कारनामा उन्हें अपनी प्रतिभा के अधिकतम इस्तेमाल के लिए प्रेरित कर सकता है।
तैराकी के साथ बढ़ेंगी आगे
परिवार का मानना है कि चूंकि ज्वेल की उम्र बेहद कम है और आगे चलकर तैराकी को और भी गंभीरता से ले सकती हैं। विद्या विकास स्कूल की दूसरी कक्षा की छात्रा ज्वेल ने अपने भाई के साथ तैराकी सीखना शुरू किया था।
ज्वेल तैराकी सीखने के पीछे भी अपने भाई को ही अपना प्रेरणाश्रोत मानती हैं। वहीं ज्वेल के कोच उनके इस प्रदर्शन के बाद बेहद खुश हैं और उनका मानना है कि रिकॉर्ड के अलावा भी यह प्रदर्शन ज्वेल को और आगे बढ़ते रहने की प्रेरणा देता रहेगा।
Edited by Ranjana Tripathi