SIIC, IIT Kanpur करेंगे 20 इनोवेटिव स्टार्टअप्स का समर्थन, MoHUA के साथ मिलाया हाथ
IIT कानपुर "स्टार्टअप गेटवे फ्री सिटीज" प्रोग्राम के तहत स्टार्टअप्स के लिए पार्टनर इनक्यूबेटर होगा, जो वैश्विक स्तर पर विकसित हो रहे इनोवेशन इकोसिस्टम को बढ़ाने के लिए 4 करोड़ रुपये तक की परियोजनाओं के लिए 20 इनोवेटिव स्टार्टअप्स को सपोर्ट करेगा.
आईआईटी कानपुर (IIT Kanpur) के टेक्नोलॉजी बिजनेस इनक्यूबेटर, स्टार्टअप इनक्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर (SIIC) ने "स्टार्टअप गेटवे फ्री सिटीज कार्यक्रम" के तहत भागीदार बनने के लिए आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय (MoHUA) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने की घोषणा की है. इस कार्यक्रम के तहत, MoHUA 'स्वच्छता स्टार्टअप चैलेंज' (Swachhata Startup Challenge) के तहत 30 फाइनलिस्ट में से शीर्ष 10 स्टार्टअप को छोड़कर, पहले चरण में 20 स्टार्टअप का समर्थन करने के लिए एक निगरानी एजेंसी के रूप में कार्य करेगा, एवं वेस्ट टू वेल्थ डोमेन में विश्व स्तर पर विकसित इनोवेशन इकोसिस्टम को जोड़ने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करेगा.
SIIC-IIT कानपुर एक वर्ष के लिए मेंटरशिप, प्रशासनिक और हैंडहोल्डिंग सहायता प्रदान करके 20 चयनित नवाचारों / स्टार्टअप्स को समर्थन देने की पहल के तहत कार्यक्रम के प्रबंधन के लिए एक कार्यान्वयन भागीदार है. इसके अलावा, कार्यक्रम कार्यान्वयन के दौरान 55 स्टार्टअप्स की पहचान की जाएगी और उनके विकास के लिए आवश्यक पर्याप्त सहायता प्रदान की जाएगी.
आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय (MoHUA) और SIIC-IIT कानपुर के बीच इस सहयोग की दृष्टि अपशिष्ट प्रबंधन दक्षता में सुधार, सामाजिक प्रभाव में वृद्धि और अपशिष्ट मूल्य श्रृंखला की पारदर्शिता में सुधार करके भारत की अपशिष्ट प्रबंधन चुनौतियों को हल करने के लिए टेक्नोलॉजी और सामाजिक नवाचार के गठजोड़ पर काम करने वाले 75 स्टार्टअप का समर्थन करना है. "कचरा मुक्त शहरों के लिए स्टार्टअप गेटवे" पोर्टल वर्ष भर खुला रहेगा.
इस पहल के पहले समूह में, 20 स्टार्टअप को वित्तीय सहायता मिलेगी. इस पहल का दूसरा चरण पोर्टल पर शुरू होगा, जिसमें कोई भी संभावित स्टार्टअप प्रासंगिक इनक्यूबेशन मोड के तहत एक साथ आवेदन कर सकता है.
निम्नलिखित 20 उल्लेखनीय स्टार्टअप्स के पास समाधानों को लागू करने और अपशिष्ट से धनार्जन के मुद्दों को संबोधित करने के लिए एक मंच होगा.
● Ecowrap
● EcoKaari
● PadCare Labs
● Celligo Natural Fibres
● RCube Recycling
● MuddleArt
● MiniMines Cleantech
● Aloe Ecell
● Citygen Technology
● Nellikka Complete Solutions
● Uneako
● Angirus
● Quality Decor Dzines 29
● ReCircle
● Trashback India
● Spruce Up Industries
● Strawcture Eco
● ARC-Robotics
● Jivoule Biofuels
● WeVOIS Labs
प्रो. अंकुश शर्मा, प्रोफेसर-इन-चार्ज, इनोवेशन एंड इन्क्यूबेशन आईआईटी कानपुर ने कहा, "हम इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम के लिए आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय (MoHUA) के साथ साझेदारी करके प्रसन्न हैं. ये 20 स्टार्टअप इस साझेदारी के माध्यम से वेस्ट टू वेल्थ डोमेन में स्वदेशी तकनीकों का निर्माण करके प्रभावशाली व्यवसाय बनाएंगे."
डॉ. निखिल अग्रवाल, सीईओ, फाउंडेशन फॉर रिसर्च एंड इनोवेशन इन साइंस एंड टेक्नोलॉजी (FIRST) & AIIDE-CoE ने कहा, "यह कार्यक्रम वेस्ट टू वेल्थ के सफर के लिए उपलब्ध टेक्नोलॉजी के सत्यापन और तैनाती के माध्यम से अपशिष्ट प्रबंधन के लिए तकनीकी समाधान के लिए स्टार्टअप्स को संसाधन प्रदान के साथ साथ SIIC में जीवंत ऊष्मायन इकोसिस्टम से जुड़ने का मौका प्रदान करेगा."
पीयूष मिश्रा, सीओओ, SIIC ने कहा, "हम 'कचरा मुक्त शहरों के लिए स्टार्टअप गेटवे' कार्यक्रम को लागू करके प्रसन्न हैं. यह पहल क्लीनटेक स्पेस में गेम-चेंजर साबित होगी और सतत विकास लक्ष्यों की दिशा में भारी योगदान देगी."
गौरतलब हो कि स्टार्टअप इंक्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर (SIIC), IIT कानपुर, देश के सबसे पुराने इनक्यूबेटरों में से एक है. यह 2000 में स्थापित किया गया था जब भारत में ऑन्त्रप्रेन्योरशिप इकोसिस्टम अभी भी एक प्रारंभिक अवस्था में था.