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मां के रिटायरमेंट पर बेटे ने कराई हेलीकॉप्टर राइड, तोहफे में दिया चांद और मंगल पर प्लॉट

राजस्थान के सीकर जिले के लक्ष्मणगढ़ उपखंड के घस्सू गांव के लिए इस साल गुरु पूर्णिमा का दिन बेहद खास था. पूरा गांव जश्न में सराबोर था. मंजर ऐसा की हर किसी को मंत्रमुग्ध कर दे. जहां नज़र पड़ी फूल ही फूल दिखे. ऐसे में पूरा गांव एक बेहद खास लम्हे का गवाह बना.

ये कामयाबियाँ इज़्ज़त ये नाम तुम से है


ऐ मेरी माँ मिरा सारा मक़ाम तुम से है

शायर वसी शाह की एक ग़ज़ल का ये शेर इस कहानी को मुकम्मल बयां करता है.

जब औलाद अपने मां-बाप के खास पलों को यादगार बना दे, तब उस खुशी का, उस लम्हें का कोई सानी नहीं होता. ये बात साबित होती है राजस्थान के अरविंद कुमार के हालिया कारनामे से.

सीकर जिले के लक्ष्मणगढ़ उपखंड के घस्सू गांव के लिए इस साल गुरु पूर्णिमा का दिन बेहद खास था. पूरा गांव जश्न में सराबोर था. मंजर ऐसा की हर किसी को मंत्रमुग्ध कर दे. जहां नज़र पड़ी फूल ही फूल दिखे. ऐसे में पूरा गांव एक बेहद खास लम्हे का गवाह बना.

घस्सू गांव के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय की सीनियर टीचर बिमला देवी बीती 30 जून को रिटायर हुई हैं. उन्होंने 33 साल तक गांव के बच्चों को पढ़ाया है. उनके बेटे अरविंद कुमार ने अपने माता-पिता समेत पूरे परिवार को पहले हेलीकॉप्टर में राइड कराई. फिर पुष्प वर्षा कराई. थार गाड़ी गिफ्ट की. वे यहीं नहीं रुके. उन्होंने अपनी मां को एक और खास और अनोखा तोहफा दिया. अरविंद ने चंद्रमा और मंगल ग्रह पर एक प्लॉट अपनी मां को गिफ्ट किया. ऐसा उन्होंने मेटावर्स में किया.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, अरविंद भास्कर (29) ने 8 लाख रुपये खर्च कर दिल्ली से हेलिकॉप्टर बुलवाया. अपने खेत में हेलीपैड तैयार करवाया. मां को थार गाड़ी के साथ ही चांद और मंगल ग्रह पर प्लॉट गिफ्ट किया है. इसका पेमेंट उन्होंने बिटक्वाइन व डॉलर में किया है, जोकि करीब 12 लाख रुपए था.

इससे पहले अरविंद के पिता सुल्तान सिंह 31 दिसम्बर 2021 को सीनियर टीचर के पद से रिटायर हुए. वे दंतुजला ग्राम के सरकारी स्कूल में अपनी सेवाएं दे रहे थे. माता-पिता दोनों की रिटायरमेंट पार्टी बेटे ने एक साथ की है. अरविंद ने 2015 में इंजीनियरिंग पास करने के बाद 5 साल खुद की IT कंपनी चलाई थी. उस दौरान हुई इनकम से मां के लिए गिफ्ट खरीदा है. उसके बाद अरविंद ने पायलट की ट्रेनिंग लेने का मन बनाया. अरविंद ने UP के अलीगढ़ में एडमिशन लिया. फिलहाल वह पॉयनियर एविएशन इंस्टीट्यूट में 2020 से पायलट ट्रेनिंग/कोर्स कर रहे हैं. अभी 10 महीने की ट्रेनिंग बाकी है.

बेटे से मिले सरप्राइज पर मां विमला देवी भावुक हो गईं. उन्होंने बताया कि हेलिकॉप्टर राइड, गिफ्ट में थार गाड़ी, चांद और मंगल ग्रह पर प्लॉट — सब कुछ बेहद सरप्राइज़िंग है. आज खुशी है कि बेटे को जो संस्कार दिए, यह उनका ही नतीजा है.

(बैनर तस्वीर : अपने परिवार के साथ अरविंद भास्कर. क्रेडिट : IndiaFeeds)