पचास हजार लगाकर शुरू की कंपनी, आज करोड़ों का टर्नओवर
भारत के करोड़ों सुशिक्षित बेरेजगारों के लिए भी यह बड़े काम की जानकारी है कि नौकरी छूट जाने के बाद दर-दर भटक रहे एक पैंतीस वर्षीय युवक ने मात्र बावन हजार रुपए लगाकर किस तरह एक दशक में 3500 करोड़ का एम्पायर खड़ा कर लिया।
अमीर होने का कोई रटा-रटाया, बना-बनाया फार्मूला नहीं होता है। दुनिया में जो भी लोग अमीर हुए हैं, उसके पीछे उनकी जीतोड़ मेहनत और बुद्धिमानी रही है। तभी वे अपने वक्त के बाकी लोगों को पीछे छोड़कर शिखर पर पहुंच जाते हैं। मंदी में बेरोजगारी को पछाड़ते हुए अपने हुनर और श्रम से इसी मुहावरे को साबित किया है अमेरिका के सफल बिजनेसमैन टिम चेन ने, जो अभी मात्र पैंतीस साल के हैं। सिर्फ बावन हजार रुपए की अपनी जमा-पूंजी लगाकर उन्होंने घर बैठे अपना पैंतीस सौ करोड़ का नर्डवॉलेट अम्पायर खड़ा कर लिया है।
अक्सर ऐसा भी होता है कि जिंदगी में बुरा वक़्त बेहतर भविष्य लेकर आता है। चेन के साथ भी ऐसा ही हुआ। सन् 2008 में चेन को अमेरिकी मंदी के दौरान नौकरी से निकाल दिया गया। दुखद ये रहा कि इसकी जानकारी उन्हें ठीक क्रिसमस के दिन मिली, जब लोग खुशियां मना रहे थे। इस वाकये से उनके दिल को धक्का तो लगा लेकिन ऐसे गाढ़े वक़्त में सबसे पहले उनको ऑस्ट्रेलिया में रह रहीं अपनी बहन किम का सहारा मिला। किम ने उनको एक ऐसे क्रेडिट कार्ड के बारे में पता लगाने को कहा, जिसकी फॉरेन ट्रांजैक्शन फीस सबसे कम हो। जब उनको गूगल सर्चिंग से इस सम्बंध में कोई मदद नहीं मिली तो उन्होंने अपने अनुभवों का सहारा लिया। जैसे-तैसे दो साल के वक्त काटने के बाद उन्होंने हिम्मत जुटाकर एंत्रप्रेन्योर के रूप में खुद की वेबसाइट 'नर्डवैलेट' का काम शुरू कर दिया।
NerdWallet के संस्थापक और सीईओ टिम चेन बताते हैं - सन् 2008 की मंदी में जेट कैपिटल में हेज फंड की नौकरी से उन्हे दूध में पड़ी मक्खी की तरह जब निकाल फेका गया, बहुत दिनो तक वह अपने सामान्य मनःस्थिति में नहीं रख पाए थे। एक बार फिर से वह नौकरी करने के बारे में, नौकरी की तलाश में जुट गए। कोई सफलता हाथ नहीं लगी। जब उनकी बहन किम ने क्रेडिट कार्ड की सलाह मांगी, वही से उनकी किस्मत का दरवाजा खुलने लगा। यद्यपि सफलता तब भी कहीं बहुत दूर थी। खास बात ये रही कि जानकारी जुटाने के लिए चेन के पास इफरात समय था।
वह अमेरिकी प्रमुख क्रेडिट कार्डों की तुलना करने लगे। यह एक तरह का रिसर्च वर्क था जिसने उन्हे झकझोर कर रख दिया। उन्हे अकेले अमेरिकी बाजार पर हजारों क्रेडिट कार्ड मिले, जिनमें से सही को चुनना आसान नहीं था। उन्होंने उपभोक्ताओं के लिए खुद कोड करना, जानकारियां तैयार करना सीखा। उस समय वह वॉल स्ट्रीट पर चमक रहे सितारों के बीच चमकने की जंग लड़ रहे थे। आज उनके सैन फ्रांसिस्को स्थित ऑफिस में लगभग चार सौ कर्मचारी काम कर रहे हैं।
जिंदगी में एक वक़्त ऐसा भी आया, जब वेबसाइट लॉन्च करने के बाद आर्थिक तंगी में जा फंसे चेन अपना घर छोड़कर महिला मित्र के यहां रहने लगे ताकि कुछ पैसे इकट्ठे किए जा सकें। इस दौरान वह रोजाना बीस-बीस घंटे तक अपनी वेबसाइट पर काम करते रहे। इतनी मशक्कत के बावजूद पहले साल उन्हे महज पचहत्तर डॉलर की कमाई हुई। फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी। अगले साल कंपनी का रेवेन्यू 42 लाख रुपए हो गया। कंपनी ने तेजी से रफ्तार पकड़ ली।
आज नर्डवैलेट के मंथली एक करोड़ से ज्यादा विजिटर्स हैं। उनकी कंपनी को ये उछाल वेबसाइट लांच करने से पूर्व मिले अनुभवों के बूते हासिल हुआ। दूध का जला छाछ भी फूंक-फूंक कर पीता है। चेन भी अपनी छोटी सी जिंदगी में इतनी ठोकरें खा चुके थे कि वेबसाइट लांच हो जाने के बाद, वेब होस्टिंग हो या डोमेन के साथ सॉफ्टवेयर फीस, उन्होंने हर कदम फूंक-फूंककर रखा। वर्ष 2015 में कंपनी ने लगभग 703 करोड़ रुपए जुटा लिए और चेन कामयाबी की एक नई मिसाल, अच्छे-खासे फाइनेंस किंग बन गए।
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