[स्टार्टअप भारत] भारतीय सड़कों पर स्टाइलिश ई-बाइक लाना चाहता है कोच्चि स्थित यह ईवी स्टार्टअप
जीतू सुकुमारन नायर द्वारा स्थापित VAAN Electric Moto अपनी प्रीमियम ई-बाइक के साथ भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) बाजार में एक मजबूत पहचान पैदा करना चाहता है।
एक मरीन इंजीनियर के रूप में, जीतू सुकुमारन नायर ने कई देशों का दौरा किया। चीन के शेनजेन में रहने के दौरान, जीतू को इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) इंडस्ट्री का पहला अनुभव मिला और उन्होंने इस सेगमेंट में उद्यम करने का फैसला किया।
कोच्चि में जन्मे उद्यमी कहते हैं, "मैं इलेक्ट्रिक वाहन डेवलप करना चाहता था और ऐसा मैं भारत में करना चाहता था।" यह कोच्चि स्थित इलेक्ट्रिक बाइक निर्माण स्टार्टअप - वान इलेक्ट्रिक मोटो - की उत्पत्ति थी। वर्तमान में,
Moto में 22 सदस्यों की एक टीम है।जीतू ने इलेक्ट्रिक वाहनों के आयात का आसान रास्ता नहीं अपनाया। बल्कि, 2017 में, उन्होंने चार शहरों अहमदाबाद, मुंबई, बेंगलुरु और पुणे में इलेक्ट्रिक वाहनों की उपभोक्ता धारणा को समझने के लिए एक गहन बाजार अध्ययन किया।
वे योरस्टोरी को बताते हैं, "उस समय, लोग इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने के लिए तैयार नहीं थे और अनिश्चित थे, लेकिन बेहतरी के लिए ही सही, तब से बहुत कुछ बदल गया है।"
शुरुआत
मार्च 2019 में औपचारिक रूप से स्टार्टअप के रूप में पंजीकृत वान मोटो ने प्रीमियम लाइफसाइकिल इलेक्ट्रिक साइकिल, कपड़े और एक्सेसरीज पर ध्यान केंद्रित करने का फैसला किया।
अपने उद्यम में मदद करने के लिए, वान मोटो ने इस सेगमेंट में प्रमुख खिलाड़ियों के साथ भागीदारी की, जिसमें इटली के बेनेली और ऑस्ट्रिया के केटीएम के किस्का शामिल हैं। जहां वान मोटो इन इलेक्ट्रिक साइकिलों को डिजाइन करता है, तो वहीं बेनेली कंपोनेंट्स की सप्लाई करता है, और किस्का ब्रांडिंग में मदद करता है।
फिलहाल, वान मोटो बाजार में अपने मॉडल को पेश करने की जल्दी में नहीं था। जीतू कहते हैं, "हमने सिर्फ इंजीनियरिंग पर एक साल से अधिक समय बिताया।"
वान मोटो में दो ई-बाइक मॉडल हैं जिनमें एक यूनिसेक्स कॉम्पैक्ट फ्रेम, 20 इंच के पहिये, डिटेचेबल बैटरी, इंडिकेटर लाइटिंग आदि शामिल हैं। ये बाइक तीन मोड में काम कर सकती हैं - सामान्य पेडलिंग, पेडल-असिस्ट मोड और थ्रॉटल मोड।
वे दावा करते हैं कि थ्रॉटल मोड में, बाइक अधिकतम 25 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंच सकती है। जीतू बताते हैं, "शानदार इंजीनियरिंग के साथ एक छोटी बाइक डेवलप करना नियमित बाइक की तुलना में कहीं अधिक कठिन है। हमारा फ्रेम बहुत अलग है।"
इससे पहले जनवरी में, कोच्चि स्थित स्टार्टअप ने अपने दो मॉडल लॉन्च किए, जिनकी कीमत क्रमशः 60,000 रुपये और 70,000 रुपये है, जो 18-35 वर्ष के आयु वर्ग के यूजर्स को टारगेट करते हैं। बहरहाल, इस आयु वर्ग से परे भी इसे खरीदने वाले मिले हैं।
फिलहाल ये इलेक्ट्रिक वाहन केरल में उपलब्ध हैं। वान मोटो को इन राज्यों में अपने वाहन लॉन्च करने के लिए तमिलनाडु, कर्नाटक, गोवा और महाराष्ट्र से भी पूछताछ मिली है।
जीतू कहते हैं, ''हमने इन बाइक्स को सबसे पहले केरल में पेश किया था क्योंकि हम ग्राहकों के करीब रहना चाहते हैं और उनकी किसी भी शुरुआती समस्या का तुरंत समाधान करना चाहते हैं।''
अब तक, वान मोटो ने 35 इलेक्ट्रिक साइकिलें बेची हैं, और इसका लक्ष्य केरल के बाहर सहित, हर महीने लगभग 750-1,000 यूनिट बेचने का है।
फ्यूचर प्लान
जहां तक इसकी तात्कालिक योजना की बात है, वान मोटो एक इलेक्ट्रिक मोपेड बनाने पर विचार कर रहा है और एक हाइब्रिड इलेक्ट्रिक बोट पर काम कर रहा है। इसका उद्देश्य बड़े पैमाने पर आयातित पुर्जों पर निर्भर होने के बजाय भारत में इन इलेक्ट्रिक वाहनों का निर्माण करना है।
स्थापना के बाद से बूटस्ट्रैप्ड, वान मोटो ने हाल ही में एशियन एनर्जी सर्विसेज से प्री-सीरीज ए फंडिंग राउंड में 6 करोड़ रुपये जुटाए हैं। इसकी बैटरी स्वैपिंग इंफ्रास्ट्रक्चर स्थापित करने के लिए एक और फंडिंग राउंड जुटाने की योजना है।
इलेक्ट्रिक साइकिल सेगमेंट में, स्टार्टअप हीरो साइकिल, गोजोरो मोबिलिटी, ट्रेक साइज आदि के साथ प्रतिस्पर्धा करता है।
इलेक्ट्रिक साइकिल सेगमेंट के लिए भारत में बाजार का अवसर अभी भी छोटा है। मॉर्डर इंटेलिजेंस के अनुसार, "मनोरंजक और साहसिक गतिविधियों के लिए इलेक्ट्रिक बाइक के प्रति ग्राहकों की बढ़ती पसंद के अलावा, कई अन्य क्षेत्रों में ई-बाइक को अपनाना, जैसे कि लॉजिस्टिक्स और रेंटल, भारत में इलेक्ट्रिक बाइक के बाजार में विकास को गति दे रहा है।"
इसमें कहा गया है, "देश की एक बड़ी आबादी, लास्ट-मील लॉजिस्टिक्स को बढ़ाने के साथ-साथ ई-बाइक बाजार को पूर्वानुमानित अवधि के दौरान बढ़ने का अवसर प्रदान करने की उम्मीद है।"
वैन मोटो को अपने प्रतिस्पर्धियों से अलग करने के बारे में बात करते हुए, जीतू कहते हैं, "हमने उत्पाद और ब्रांड बनाने में काफी समय लगाया है, क्योंकि हमारा उत्पाद पावर, स्टाइल और फिनिशिंग के मामले में बहुत अलग है।"
कोच्चि में कंपनी की स्थापना करना संस्थापक के लिए अधिक मायने रखता है क्योंकि राज्य सरकार सक्रिय रूप से स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा दे रही है।
हिंदुस्तान शिपयार्ड लिमिटेड के मुख्य परियोजना सलाहकार जीतू कहते हैं कि इलेक्ट्रिक वाहन खंड अपरिचित क्षेत्र था। "जहाजों का निर्माण इलेक्ट्रिक वाहनों से बिल्कुल अलग है, लेकिन हम सीखते रहते हैं।"
Edited by रविकांत पारीक