Tata 1mg ने जुटाए 319.4 करोड़ रुपये, यूनिकॉर्न क्लब में मारी एंट्री
टाटा 1 एमजी की स्थापना वर्ष 2015 में की गई थी और वर्ष 2021 में टाटा डिजिटल द्वारा इसका अधिग्रहण कर लिया गया था.
ई-फार्मेसी प्लेटफॉर्म Tata
ने Tata Digital के नेतृत्व में ताजा फंडिंग राउंड में लगभग 40 मिलियन डॉलर (319.4 करोड़ रुपये) जुटाए हैं. इसके साथ ही कंपनी ने प्रतिष्ठित यूनिकॉर्न क्लब में एंट्री कर ली है. इस राउंड में भाग लेने वाले अन्य निवेशकों में MPOF Mauritius Ltd, HBM Healthcare, और KWE Beteiligung शामिल हैं.कंपनी रजिस्ट्रार के साथ शेयर की गए डेटा के अनुसार, Tata Digital ने करीब 32 मिलियन डॉलर (254.6 करोड़ रुपये) का निवेश किया, जबकि KWE Beteiligung ने करीब 2.35 मिलियन डॉलर (18.7 करोड़ रुपये) का निवेश किया.
कंपनी ने 1,03,047 रुपये प्रति शेयर की कीमत पर 30,992 शेयर जारी किए हैं.
टाटा संस की हालिया वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार टाटा डिजिटल ने 1 एमजी में 58.7 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल की थी. कैलेंडर वर्ष 2021 के अंत तक इसने चार प्रतिशत की अतिरिक्त हिस्सेदारी का अधिग्रहण कर लिया, जिससे इसकी कुल हिस्सेदारी 62.97 प्रतिशत हो गई. कुछ सप्ताह पहले टाटा डिजिटल ने 1 एमजी के संस्थापकों को कॉल ऑपरेशन दिया है, जिसके तहत टाटा 448 करोड़ रुपये में शेष हिस्सेदारी का अधिग्रहण कर सकती है.
टाटा 1 एमजी की स्थापना वर्ष 2015 में की गई थी और वर्ष 2021 में टाटा डिजिटल द्वारा इसका अधिग्रहण कर लिया गया था. यह प्लेटफॉर्म 2,000 से ज्यादा शहरों में स्वास्थ्य संबंधी उत्पादों की डिलिवरी करता है. अब तक यह प्लेटफॉर्म 3.1 करोड़ से अधिक ऑर्डरों की डिलिवरी कर चुका है और इसके पास 26 करोड़ ‘विजिटर’ हैं. इस साल मार्च में 1 एमजी ने डायग्नोस्टिक फर्म 5सी नेटवर्क में निवेश किया था.
हालांकि, कंपनी ने विकास पर कोई टिप्पणी नहीं की.
आपको बता दें कि Tata 1mg उपयोगकर्ताओं को दवाएं और स्वास्थ्य उत्पाद ऑनलाइन खरीदने की अनुमति देता है और टेली-परामर्श और लैब टेस्टिंग की सुविधा भी देता है.
1mg के को-फाउंडर और चीफ़ टेक्नोलॉजी ऑफिसर (CTO) गौरव अग्रवाल ने अधिग्रहण पर पहले कहा था, "स्वास्थ्य सेवा में विश्वास सबसे जरूरी चीज़ है, और भारत में कोई अन्य ब्रांड नहीं है जो टाटा समूह की तुलना में अधिक समानार्थी हो."
इस ताजा फंडिंग से कंपनी को रिलायंस के नेटमेड और फार्मईजी से मिलने वाली प्रतिस्पर्धा के मुकाबले अपना दायरा बढ़ाने में मदद मिलेगी.
हालांकि वर्ष 2022 में यूनिकॉर्न निर्माण की रफ्तार में कमी आई है, लेकिन देश इस सूची में लगातार यूनिकॉर्न शामिल कर रहा है. ट्रैक्जन के आंकड़ों के अनुसार 1 एमजी से पहले भारत में 104 यूनिकॉन थीं. वर्ष 2022 की शुरुआत के बाद से भारत ने 20 यूनिकॉर्न शामिल कर चुका है. यूनिकॉर्न कंपनियों की इस सूची में शामिल होने वाले कुछ हालिया नामों में शामिल हैं.
Edited by रविकांत पारीक