हर वक्त आपके बच्चों की सुरक्षा करने में मदद करता है यह स्टार्टअप, जानिए कैसे?
Sekyo जीपीएस और लोकेशन-बेस्ड ट्रैकिंग के साथ कई तरह की स्मार्टवॉच मुहैया करता है. इससे माता-पिता को रियल-टाइम में अपने बच्चों की लोकेशन के बारे में पता रहता है.
रविकांत पारीक
Friday April 14, 2023 , 5 min Read
कुछ साल पहले दो बच्चों की मां स्मृति गोयल अपनी बेटी के साथ दिल्ली के एक कार्निवाल में गई थीं. कुछ समय बाद, वह अपनी बेटी को कुछ ही मिनटों के लिए खो बैठी. लेकिन, उन चंद मिनटों के लिए मानों मां की पूरी दुनिया ही उजड़ गई.
इस घटना ने स्मृति को एक समाधान खोजने के लिए प्रेरित किया जो माता-पिता को अपने बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद कर सके.
समृद्धि ने बाल सुरक्षा पर अपनी रिसर्च शुरू की. उन्हें महसूस हुआ कि एक ऐसे प्रोडक्ट की सख्त जरूरत है जो माता-पिता को हर वक्त अपने बच्चों की लोकेशन बताने में मदद करे.
भारतीय राष्ट्रीय अपराध ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार, भारत में हर आठ मिनट में एक बच्चा गायब हो जाता है.
की को-फाउंडर और सीईओ स्मृति YourStory से बात करते हुए बताती हैं, “दो युवा लड़कियों के माता-पिता होने के नाते, हम (स्मृति और उनके पति अमित गोयल) दूसरे माता-पिता की आवश्यकताओं को समझते हैं जो अपने बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षित तकनीक की तलाश कर रहे थे. यहीं से Sekyo की नींव पड़ी."
2019 में, गोयल दंपति ने स्टार्टअप Sekyo शुरू किया. यह जीपीएस और लोकेशन-बेस्ड ट्रैकिंग के साथ कई तरह की स्मार्टवॉच मुहैया करता है. इससे माता-पिता को रियल-टाइम में अपने बच्चों की लोकेशन के बारे में पता रहता है. यानि कि गोयल दंपति माता-पिता को अपने बच्चों की लोकेशन को कभी भी, कहीं भी ट्रैक करने और उनके साथ जुड़े रहने में मदद करने की कोशिश करते हैं.
Sekyo की विशेषताएं
स्मृति बताती हैं, "Sekyo की घड़ियाँ ट्रैकिंग सॉल्यूशंस और पैरेंटल कंट्रोल का काम करती हैं. इन घड़ियों में SIM लग सकती है. इन्हें पैरेंट्स / अभिभावकों अपने मोबाइल फोन पर एक ऐप के जरिए एक्सेस कर सकते हैं. ये पूरी तरह से एक फोन का काम करती हैं.
बेसिक वॉच में लोकेशन ट्रैकिंग, बच्चे और माता-पिता/अभिभावकों के बीच दो-तरफ़ा वॉयस कॉलिंग, पैरेंटल मॉनिटरिंग, स्कूल मोड और एक SOS बटन जैसे फीचर हैं. एडवांस वॉच में जियोफेंसिंग, वीडियो कॉल, टेक्स्ट, रिमोट मॉनिटरिंग, रिमोट हेल्थ मॉनिटरिंग, वॉच रिमूवल अलर्ट, लाइव बैटरी स्टेटस और कई अन्य पैरेंटल कंट्रोल फीचर जैसी अतिरिक्त सुविधाएं हैं.
स्मृति कहती हैं, आप उन लोगों को बैन कर सकते हैं जो घड़ी पर कॉल कर सकते हैं, इस प्रकार बच्चे के लिए अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करते हैं. वह आगे कहती हैं, "हमने दूसरों की सुरक्षा को भी ध्यान में रखा है और निर्धारित किया है कि ऐतिहासिक डेटा क्लाउड में स्टोर नहीं होता है."
Sekyo के तीन वैरिएंट में सात SKU हैं और फीचर्स के आधार पर इनकी कीमत 2,500 रुपये से 8,000 रुपये के बीच है. घड़ियाँ एक साल की वारंटी के साथ आती हैं.
स्मृति कहती हैं, घड़ियां पानी प्रतिरोधी (water resistant) हैं और बच्चों के प्रोडक्ट्स लिहाज से मजबूती के साथ आती हैं.
नेहा ओबेरॉय, जो सिंगल पेरेंट हैं, फुल टाइम काम करती हैं. वह कहती है कि घड़ी उनके बच्चे की लोकेशन पर नज़र रखने में मदद करती है जब वह उसे स्कूल में छोड़ती है और शाम को घर वापस आती है. नेहा कहती हैं कि घड़ी का रिमोट साउंड और ट्रैकिंग फीचर उन्हें अपने बच्चे की सुरक्षा के बारे में आश्वस्त करती हैं, भले ही वह आसपास न हों.
घड़ी के खास फीचर
- जियोफेंस की न्यूनतम रेडियस 200 मीटर है. जब यूजर फेंस में प्रवेश करते हैं और बाहर निकलते हैं, तो अलार्म बजता है और माता-पिता को अलर्ट मिलता है.
- रिमोट मॉनिटरिंग: रिमोट फोटो विकल्प माता-पिता को बच्चे के ठिकाने की रियल-टाइम इमेज भेजता है, जबकि रिमोट साउंड विकल्प घड़ी को कॉल करता है ताकि माता-पिता ठिकाने की आवाजें सुन सकें.
- SOS फीचर इमरजेंसी डायल पर तीन मोबाइल नंबर जोड़ने की अनुमति देता है.
- जब घड़ी को स्कूल मोड पर सेट किया जाता है, तो बच्चा इसका उपयोग केवल समय देखने के लिए कर सकता है, लेकिन माता-पिता बच्चे की लोकेशन को मॉनीटर कर सकते हैं.
- हेल्थ मॉनिटरिंग फीचर माता-पिता को बच्चों के तापमान, बीपी और हृदय गति की जांच करने देता है. कुछ घड़ियों में कदम गिनने के लिए पेडोमीटर भी होता है.
Sekyo की ग्रोथ
Sekyo घड़ियाँ ऑनलाइन और ऑफलाइन मार्केटप्लेस जैसे Tata Croma, Reliance Digital, FirstCry, Amazon, Flipkart, Hamleys, और Little Tags और इसकी अपनी वेबसाइट पर उपलब्ध हैं. वर्तमान में, लगभग 90% बिक्री ई-कॉमर्स सेगमेंट से आती है, और शेष ऑफलाइन चैनलों और प्रदर्शनियों से आती है.
Sekyo ने पिछले साल 12 करोड़ रुपये का रेवेन्यू कमाया. अब तक इसकी करीब 35,000 घड़ियां बिक चुकी हैं. स्मृति के अनुसार स्टार्टअप अपने यूजर बेस में महीने दर महीने 20% की वृद्धि दर्ज कर रहा है.
प्रोडक्ट्स को भारत में असेंबल किया जाता है, जबकि पुर्जे हांगकांग, चीन और कनाडा से आते हैं.
Sekyo की सीईओ स्मृति बताती हैं, "हम 'मेक इन इंडिया' मूवमेंट में योगदान करने के लिए संसाधन खोजने की प्रक्रिया में हैं. हमें उम्मीद है कि आने वाले कुछ वर्षों में हम इन प्रोडक्ट्स को पूरी तरह से भारत में बनाने में सक्षम होंगे.”
Sekyo का ऐप iOS और Google Play Store दोनों पर उपलब्ध है और इसे 50,000 से अधिक बार डाउनलोड किया जा चुका है.
बाजार और भविष्य की योजनाएं
Proficient Market Insight के अनुसार, दुनिया भर में बच्चों के स्मार्टवॉच बाजार का मूल्य 2020 में 957 मिलियन डॉलर था. 2027 तक इसके 2643.1 मिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है. यह 15.5% की CAGR (compound annual growth rate) से बढ़ रहा है.
स्टार्टअप स्वीडिश ब्रांड One4Tech, चीनी ब्रांड Wearfit Champ और भारतीय ब्रांड WatchOut Wearables और Turett जैसे खिलाड़ियों के साथ प्रतिस्पर्धा करता है.
स्मृति का कहना है कि Sekyo की स्मार्टवॉच कई तरह के फीचर्स के साथ आती है, जो इसे प्रतिस्पर्धा से अलग करते हैं.
Sekyo को उम्मीद है कि अगले महीने तक 50,000 से अधिक ग्राहक होंगे और साल के अंत तक एक लाख और इस साल 20 करोड़ रुपये का रेवेन्यू होगा. स्टार्टअप अपने प्रोडक्ट पोर्टफोलियो का विस्तार करने की भी योजना बना रहा है और अल्जाइमर रोगियों के लिए पेट ट्रैकर्स और बुजुर्ग की देखभाल के लिए घड़ियां बनाने के लिए रिसर्च एंड डेवलपमेंट (R&D) स्टेज में है.