शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला थमा, सेंसेक्स 479 अंक चढ़ा
तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 478.59 अंक चढ़कर 57,625.91 पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान, एक समय यह 540.32 अंक तक चढ़ गया था.
स्थानीय शेयर बाजार (Stock Markets) में पिछले तीन कारोबारी सत्र से जारी गिरावट का सिलसिला बुधवार को थम गया और BSE Sensex 478.59 अंक चढ़कर बंद हुआ. यूरोपीय बाजारों में सकरात्मक रुख के बीच बैंकिंग, ऊर्जा और सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों के शेयर में लिवाली से बाजार में तेजी आई. तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 478.59 अंक चढ़कर 57,625.91 पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान, एक समय यह 540.32 अंक तक चढ़ गया था.
बुधवार सुबह सेंसेक्स 57,312.49 पर खुला. पूरे दिन के कारोबार में सेंसेक्स ने 57,687.64 का उच्च स्तर और 57,085.92 का निचला स्तर छुआ. सेंसेक्स के तीस शेयरों में से पावर ग्रिड, एक्सिस बैंक, NTPC, इंडसइंड बैंक, लार्सन एंड टुब्रो और अल्ट्राटेक सीमेंट प्रमुख रूप से लाभ में रहे. पावरग्रिड का शेयर सबसे ज्यादा 3.50 प्रतिशत चढ़कर बंद हुआ है. सेंसेक्स पर लिस्टेड 30 कंपनियों में से 5 के शेयरों में गिरावट रही. एशियन पेंट्स, डॉ रेड्डीज, भारती एयरटेल, टाइटन और ICICI बैंक के शेयर नीचे आए.
Nifty50 का हाल
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी (NSE Nifty) 140.05 अंकों की वृद्धि के साथ 17,100 का स्तर पार करते हुए 17,123.60 पर बंद हुआ. निफ्टी पर निफ्टी मीडिया को छोड़कर बाकी सभी सेक्टोरल इंडेक्स हरे निशान में बंद हुए हैं. सबसे ज्यादा 1.62 प्रतिशत निफ्टी रियल्टी चढ़ा. निफ्टी पर पावरग्रिड, कोल इंडिया, एक्सिस बैंक, बजाज ऑटो और NTPC टॉप गेनर्स रहे. दूसरी ओर एशियन पेंट्स, अडानी एंटरप्राइजेस, डॉ. रेड्डीज, भारती एयरटेल, ICICI बैंक टॉप लूजर्स रहे.
वैश्विक बाजारों का ट्रेंड
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और चीन का शंघाई कंपोजिट लाभ में रहा, जबकि जापान का निक्केई और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में बंद हुआ. यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में मजबूती का रुख था. अमेरिकी शेयर बाजार मंगलवार को मिले-जुले रुख के साथ बंद हुआ. अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.39 प्रतिशत चढ़कर 94.64 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया. विदेशी संस्थागत निवेशकों ने मंगलवार को बड़े पैमाने पर बिकवाली की, उन्होंने 4,612.67 करोड़ रुपये के शेयर बेचे.
डॉलर के मुकाबले रुपया 14 पैसे गिरा
अमेरिकी मुद्रा की तुलना में रुपया बुधवार को 14 पैसे टूटकर 82.35 प्रति डॉलर (अस्थायी) पर बंद हुआ. अमेरिकी मुद्रा में मजबूती और विदेशी निवेशकों की लगातार पूंजी निकासी से रुपये की विनिमय दर में गिरावट आई. इसके अलावा, निवेशकों के जोखिम लेने से बचने से भी रुपये में गिरावट देखी गई. घरेलू स्तर पर मुद्रास्फीति के आंकड़े जारी होने से पहले कारोबारियों ने सतर्क रुख अपनाया है. अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 82.32 पर खुला और कारोबार के दौरान 82.15 के उच्चस्तर और 82.37 के निचले स्तर तक गया. अंत में रुपया पिछले बंद भाव के मुकाबले 14 पैसे गिरकर 82.35 प्रति डॉलर पर बंद हुआ. घरेलू शेयर बाजार में मजबूती और खुदरा मुद्रास्फीति के आंकड़े जारी होने से पहले केंद्रीय बैंक के हस्तक्षेप ने बुधवार के कारोबार में रुपये का समर्थन किया.
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