सेंसेक्स 872 अंक लुढ़ककर बंद, टाटा स्टील का शेयर 4.50% टूटा
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 267.75 अंकों की गिरावट के साथ 17490.70 पर बंद हुआ. निफ्टी पर सभी सेक्टोरल इंडेक्स गिरावट के साथ बंद हुए हैं.
घरेलू शेयर बाजारों (Stock Markets) में गिरावट का सिलसिला सप्ताह के पहले दिन सोमवार को भी जारी रहा. BSE Sensex 872.28 अंक लुढ़ककर बंद हुआ. वैश्विक बाजारों में नकारात्मक रुख के बीच बैंक शेयरों में गिरावट से बाजार नीचे आया. तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में नुकसान में खुला और अंत में 872.28 अंक लुढ़ककर 58773.87 पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान एक समय यह 941.04 अंक तक टूट गया था. पूरे दिन के कारोबार में सेंसेक्स ने 59402.50 का उच्च स्तर और 58705.11 का निम्न स्तर छुआ.
सेंसेक्स के शेयरों में आईटीसी और नेस्ले इंडिया को छोड़कर बाकी 28 कंपनियों के शेयर लाल निशान में बंद हुए हैं. टाटा स्टील, एशियन पेंट्स, लार्सन एंड टुब्रो, विप्रो, अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, टेक महिंद्रा, कोटक महिंद्रा बैंक और एक्सिस बैंक प्रमुख रूप से नुकसान में रहे. 4.50 प्रतिशत की सबसे ज्यादा गिरावट टाटा स्टील के शेयरों में दिखी.
Nifty50 का हाल
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी (NSE Nifty) 267.75 अंकों की गिरावट के साथ 17490.70 पर बंद हुआ. निफ्टी पर सभी सेक्टोरल इंडेक्स गिरावट के साथ बंद हुए हैं. 2.98 प्रतिशत की सबसे ज्यादा गिरावट निफ्टी मेटल में देखी गई. टाटा कंज्यूमर, कोल इंडिया, आईटीसी, ब्रिटानिया, नेस्ले इंडिया टॉप गेनर्स रहे. दूसरी ओर टाटा स्टील, टाटा मोटर्स, Adani Ports, एशियन पेंट्स और डिविस लैब टॉप लूजर्स रहे.
वैश्विक बाजारों का कैसा रहा ट्रेंड
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे, जबकि चीन का शंघाई कंपोजिट लाभ में रहा. यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में गिरावट का रुख रहा. अमेरिका में वॉल स्ट्रीट में शुक्रवार को नुकसान रहा था. विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को 1110.90 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे. अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.81 प्रतिशत घटकर 95.94 डॉलर प्रति बैरल रह गया.
भारतीय करेंसी रुपया कहां
इंटरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया सोमवार को 79.84 ;अस्थायीद्ध के भाव पर स्थिर बना रहा. इसका कारण विदेशी बाजारों में डॉलर का मजबूत रहना और शेयरों में भारी बिकवाली थी. इंटरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 79.90 के स्तर पर कमजोर खुला. कारोबार के दौरान रुपया 79.78 से 79.92 के दायरे में घटबढ़ के बाद अंत में 79.84 प्रति डॉलर पर अपरिवर्तित रुख लिए बंद हुआ. इस बीच छह प्रमुख मुद्राओं के समक्ष डॉलर की मजबूती को आंकने वाला डॉलर सूचकांक 0.20 प्रतिशत बढ़कर 108.38 हो गया.