क्या अपना यूट्यूब चैनल खोलेंगे Super 30 के आनंद कुमार? गरीब बच्चों को मुफ्त में कराते हैं IIT की तैयारी
साल 2002 में, बिहार के पूर्व पुलिस महानिदेश (डीजीपी) अभयानंद और मैथ टीचर आनंद कुमार ने आईआईटी कोचिंग का खर्च नहीं उठा पाने वाले आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों से 30 प्रतिभाशाली छात्रों का चयन करने की योजना के साथ बिहार की राजधानी पटना में सुपर-30 की शुरुआत की थी.
देश में तेजी बढ़ते एजुकेशनल यूट्यूब चैनलों और साल 2022 में करीब 5 खरब रुपये तक पहुंच चुके एडटेक मार्केट को देखते हुए गरीब बच्चों को मुफ्त में देश की सबसे मुश्किल परीक्षाओं में से एक आईआईटी पास कराने की जिम्मेदारी लेने वाले सुपर 30 (Super 30) के को-फाउंडर आनंद कुमार भी इस मार्केट में उतरने पर विचार कर रहे हैं.
बहुत से छात्रों और लोगों से सुझाव मिलने के बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर अपना यूट्यूब चैनल खोलने को लेकर लोगों की राय भी मांगी है.
एक ट्वीट कर उन्होंने कहा, 'पिछले कई दिनों से लोगों का लगातार डिमांड आ रहा है कि आप अपना एक Youtube चैनल शुरू करें. अब इतनी भीड़ में क्या मुझे सच में यूट्यूब चैनल शुरू करना चाहिये. और अगर हाँ, तब उसपर क्या-क्या कंटेंट डालना चाहिये. कमेंट बॉक्स में लिखकर जरुर बतायें.
उनके पोस्ट पर अधिकतर लोगों ने कमेंट करते हुए उन्हें यूट्यूब चैनल शुरू करने का सुझाव दिया है. इसमें कई लोगों ने उन्हें सुपर 30 के क्लासेज लाइव करने का सुझाव दिया है तो कई लोगों ने कहा कि उन्हें अपने सफल छात्रों की कहानियां लोगों के साथ साझा करनी चाहिए.
ऐसे हुई थी शुरुआत
सुपर-30 के तहत हर साल आर्थिक रूप से वंचित वर्गों से 30 प्रतिभाशाली उम्मीदवारों का चयन करता है और उन्हें जेईई की तैयारी कराता है.
साल 2002 में, बिहार के पूर्व पुलिस महानिदेश (डीजीपी) अभयानंद और मैथ टीचर आनंद कुमार ने आईआईटी कोचिंग का खर्च नहीं उठा पाने वाले आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों से 30 प्रतिभाशाली छात्रों का चयन करने की योजना के साथ बिहार की राजधानी पटना में सुपर-30 की शुरुआत की थी.
शुरुआत में आनंद कुमार की मां, जयंती देवी ने स्वेच्छा से छात्रों के लिए खाना बनाया, जबकि आनंद कुमार, अभयानंद और अन्य शिक्षकों ने उन्हें पढ़ाया. छात्रों को एक वर्ष के लिए मुफ्त में स्टडी मैटेरियल और रहने की सुविधा भी प्रदान की जाती है.
साल 2002 में जहां 30 में 18 छात्रों ने आईआईटी की परीक्षा पास की थी, तो वहीं 2008 में सभी 30 छात्रों ने आईआईटी की परीक्षा कर ली थी.
पद्मश्री से हो चुके हैं सम्मानित
साल 2010 में प्रतिष्ठित टाइम पत्रिका ने सुपर 30 को द बेस्ट ऑफ एशिया की सूची में जगह दी थी. पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के विशेष दूत रशद हुसैन ने सुपर 30 को देश का बेस्ट इंस्टीट्यूट घोषित किया था.
न्यूज़वीक मैगज़ीन ने सुपर 30 को दुनिया के चार सबसे इनोवेटिव स्कूलों की सूची में शामिल किया था. आनंद कुमार को नवंबर 2010 में मौलाना अबुल कलाम आज़ाद शिक्षा पुरस्कार से सम्मानित किया गया, जो बिहार राज्य सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में दिया जाने वाला सर्वोच्च पुरस्कार है. साल 2023 में भारत सरकार ने कुमार को पद्मश्री से सम्मानित किया.
आनंद कुमार पर बन चुकी है फिल्म
साल 2019 में सुपर 30 और आनंद कुमार के ऊपर निर्देशक बिकास बहल ने सुपर 30 नाम से ही फिल्म बनाई थी. इस फिल्म अभिनेता हृतिक रोशन ने मुख्य भूमिका निभाई थी.
वहीं, सुपर 30 की सफलता को देखते हुए पिछले साल कुमार ने घोषणा की कि वह देशभर में कोचिंग सेंटरों की संख्या बढ़ाने की योजना पर काम कर रहे हैं. इसके अलावा बिहार के पटना स्थित सुपर 30 सेंटर पर छात्रों की संख्या 30 से बढ़ाकर 100 करने का भी फैसला किया है.
Edited by Vishal Jaiswal