16 साल की उम्र में चली गई सुनने की क्षमता, जानिए फिर कैसे क्रैक की UPSC की परीक्षा
दिल्ली की रहने वाली सौम्या की सुनने की क्षमता 16 साल की उम्र में ही चली गई थी. ऐसा उनके साथ अचानक हुआ था. डॉक्टर भी उनकी कोई मदद नहीं कर पाए. इसके बाद से उन्हें सुनने के लिए मशीन का सहारा लेना पड़ा.
देश के सिविल सेवा अधिकारियों को चुनने के लिए कराई जाने वाली संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा दुनिया की सबसे मुश्किल परीक्षा होती है. इस परीक्षा में हर साल लाखों प्रतियोगी हिस्सा लेते हैं लेकिन 1000 से भी कम प्रतियोगी इस परीक्षा को पास कर पाते हैं.
हालांकि, कुछ ऐसे भी प्रतियोगी होते हैं जो कि तमाम मुश्किलों और परेशानियों के बावजूद इस बेहद कठिन परीक्षा को न सिर्फ पहले ही प्रयास में पास कर जाते हैं बल्कि टॉप-10 में भी जगह बना लेते हैं.
ऐसी ही एक टॉपर सौम्या शर्मा हैं. शर्मा की सुनने की क्षमता जा चुकी है लेकिन वह बिना किसी कोचिंग क्लासेज के साल 2018 की UPSC परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 9 लाने में सफल रहीं.
16 साल में चली गई सुनने की क्षमता
दिल्ली की रहने वाली सौम्या की सुनने की क्षमता 16 साल की उम्र में ही चली गई थी. ऐसा उनके साथ अचानक हुआ था. डॉक्टर भी उनकी कोई मदद नहीं कर पाए. इसके बाद से उन्हें सुनने के लिए मशीन का सहारा लेना पड़ा.
यही नहीं, सौम्या परीक्षा के दिन वायरल फीवर से पीड़ित थीं. उनके माता-पिता दोनों उन्हें हेल्थ चेकअप के लिए अस्पताल लेकर गए थे लेकिन सौम्या ने परीक्षा नहीं छोड़ी.
ये सारी बाधाएं सौम्या को अपने सपनों को हासिल करने से नहीं रोक पाईं. अत्यंत समर्पण और कड़ी मेहनत के साथ, उन्होंने अपने पहले प्रयास में ही UPSC सिविल सेवा परीक्षा को क्रैक कर लिया.
सामान्य श्रेणी में भरा फॉर्म
यूपीएससी की पढ़ाई करने से पहले, उन्होंने दिल्ली के नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी से एलएलबी पूरी की. उन्होंने 2017 में यूपीएससी की तैयारी शुरू की. उसी वर्ष उसने प्रारंभिक परीक्षा दी और विकलांग कोटा की बजाय सामान्य श्रेणी के तहत फॉर्म भरा.
सौम्या ने साल 2017 में केवल 23 साल की उम्र में सिविल सेवा परीक्षा पास कर ली. इस तरह वह बिना किसी कोचिंग के आईएएस अधिकारी बन गईं. आईएएस 2018 टॉपर सौम्या शर्मा वर्तमान में जिला परिषद, नागपुर में सीईओ के पद पर कार्यरत हैं.
हार्ड साथ स्मार्ट वर्क भी जरूरी
सौम्या के लिए, UPSC CSE परीक्षा को क्रैक करने के लिए उचित योजना और सुनियोजित रणनीति दो प्रमुख बिंदु थे. उन्होंने कहा कि हार्ड वर्क के साथ-साथ स्मार्ट वर्क भी बहुत जरूरी है.
UPSC के उम्मीदवारों को उनकी सलाह है कि वे लेखन के साथ-साथ अखबार पढ़ने का भी भरपूर अभ्यास करें और वैकल्पिक विषय पर पकड़ बनाएं. न केवल प्रारंभिक बल्कि मुख्य परीक्षा की भी एक साथ तैयारी करें. सौम्या ने उम्मीदवारों को सलाह दी कि वे टॉपर्स के इंटरव्यू सुनें और सुनने के बाद ऐसी रणनीति अपनाएं जो आपको सबसे अच्छी लगे.
Edited by Vishal Jaiswal