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दो IIT पासआउट के SuprSend स्टार्टअप ने BoldCap की अगुवाई में जुटाई 8 करोड़ रुपये की फंडिंग

दो IIT पासआउट के SuprSend स्टार्टअप ने BoldCap की अगुवाई में जुटाई 8 करोड़ रुपये की फंडिंग

Wednesday September 14, 2022 , 3 min Read

SuprSend, जोकि डेवलपर्स के लिए एक नोटिफिकेशन इन्फ्रास्ट्रक्चर टूल है, ने 1 मिलियन डॉलर (करीब 8 करोड़ रुपये) जुटाए हैं. ताजा फंडिंग राउंड का नेतृत्व BoldCap ने Titan Capital, FortyTwo.VC, All In Capital और मार्की एंजेल निवेशकों के साथ मिलकर किया.

स्टार्टअप इस फंडिंग का उपयोग टैलेंट हायर करने और डेवलपर्स के बीच मार्केटिंग और प्रचार द्वारा इसके विकास को बढ़ावा देने के लिए करेगा.

SuprSend की को-फाउंडर निकिता नवरल ने कहा, "हम बड़े पैमाने पर इंजीनियरिंग संसाधनों और समय खर्च किए बिना बिजनेसेज को कई चैनलों में प्रोडक्ट नोटिफिकेशन बनाने में मदद करने के मिशन पर हैं. हम उन्हें सही उपयोगकर्ता अनुभव प्रदान करने में मदद करते हैं. फंडिंग से हमें इसमें तेजी लाने में मदद मिलेगी. हम उत्साहित हैं कि हमें ऐसे साथी मिले हैं जो हमारे दृष्टिकोण को साझा करते हैं."

आईआईटी दिल्ली से पासआउट निकिता नवरल और आईआईटी बॉम्बे के गौरव वर्मा ने मिलकर, जनवरी 2022 में SuprSend को शुरू किया था. इसका हेडक्वार्टर सैन फ्रांसिस्को में है. टीम ने पहली बार अपनी पिछली नौकरियों में देखा कि डेवलपर्स ने इस सर्विस को तैयार करने और रखरखाव में काफी समय बिताया, और प्रोडक्ट टीम ऑपरेशनल टास्क के लिए इंजीनियरों पर निर्भर थी.

SuprSend के को-फाउंडर गौरव वर्मा ने कहा, “आज इतने सारे चैनलों और विक्रेताओं के मौजूद होने के कारण, नोटिफिकेशंस को मैनेज करना और स्केल करना मुश्किल हो गया है. कंपनियां एक ऑर्केस्ट्रेशन लेयर बनाती हैं जो या तो अधूरी होती है - जिससे अंतिम उपयोगकर्ता को बहुत अधिक या बहुत कम नोटिफिकेशन मिलते हैं, या इसे परिष्कृत बनाने के लिए 10-15 इंजीनियरों की आवश्यकता होती है. सुपरसेंड के साथ, डेवलपर्स को एक तैयार ऑर्केस्ट्रेशन लेयर मिलती है जो इंटीग्रेशन, रूटिंग, उपयोगकर्ता वरीयताओं, अनुपालन, लॉगिंग और स्केलिंग का ख्याल रखती है, साथ ही प्रोडक्ट मैनेजर्स को नो-कोड मिलता है ताकि वे सभी नोटिफिकेशंस को केंद्रीय रूप से डिजाइन और विश्लेषण कर सकें.”

BoldCap के जनरल पार्टनर सत्य नेल्लोर संपत ने कहा, "डेवलपर्स को हर नोटिफिकेशन और कम्युनिकेशन प्लेटफॉर्म को अलग-अलग इंटीग्रेट और मैनेज करने में काफी समय लगता है. आज यह केवल नोटिफिकेशन को डिलिवर करने की समस्या नहीं है. यह बहुत थकाऊ समस्या है जिसे स्मार्ट डिलिवरी सॉल्यूशन के साथ सॉल्व करने की आवश्यकता है. वर्तमान में ऐसे कम्युनिकेशन प्लेटफार्म बढ़ रहे हैं. कंपनियां इसे आंतरिक रूप से मैनेज करने के लिए बहुत समय और प्रयास करती हैं और हमने महसूस किया कि यह एक वैश्विक समस्या है. तभी हमने निकिता और गौरव को इस श्रेणी में इस दौर का नेतृत्व करने का फैसला किया.”

Titan Capital के पार्टनर बिपिन शाह ने कहा, “हाल के वर्षों में कम्युनिकेशन चैनलों की बढ़ती तादाद के साथ, कंपनियां महसूस कर रही हैं कि उन्हें नोटिफिकेशंस के आसपास उपयोगकर्ता अनुभव पर ध्यान देने की आवश्यकता है जो अब एक सरल डिलिवरी सिस्टम नहीं है. हम बड़ी कंपनियों में नोटिफिकेशंस के लिए समर्पित टीमों को उसी के संकेतक के रूप में देख रहे हैं. निकिता और गौरव इस समस्या को हल करने के लिए SuprSend के जरिए सही अनुभव के साथ आते हैं.”

SuprSend प्लेटफॉर्म तेजी से बढ़ रहा है, प्लेटफॉर्म पर 100 से अधिक कंपनियां रजिस्टर्ड हैं, और प्लेटफॉर्म के माध्यम से संसाधित कुल वर्कफ़्लो महीने-दर-महीने 150% की दर से बढ़ रहा है.