टाटा ग्रुप के इस शेयर पर अचानक टूट पड़े निवेशक, कल 13% और आज 10% उछला, जानिए क्या है वजह
सिर्फ दो दिनों में यह शेयर करीब 23 फीसदी तक उछल चुका है. टाटा ग्रुप के इस शेयर के नतीजे आने के बाद अचानक से निवेशक इस पर टूट पड़े. देखते ही देखते ही शेयर रेकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है.
की एक कंपनी के शेयर (TICL Share) में मंगलवार को तगड़ी तेजी देखने को मिली. ये शेयर अचानक से 13 फीसदी उछल गया. यह शेयर है टाटा इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (Tata Investment Corporation Ltd.), जिसमें मंगलवार को अचानक से खरीदार टूट पड़े. शेयर बाजार (Share Market Latest Update) में तेजी में मंगलवार को इस शेयर ने भी अपना योगदान दिया. इस शेयर में तगड़ी तेजी के बाद अब सवाल ये उठ रहा है कि आखिर इतनी बड़ी तेजी की वजह क्या है?
5 दिन में करीब 20 फीसदी चढ़ा
टाटा इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन का शेयर BSE पर करीब 13.03% तक उछल गया. इस तेजी के साथ यह शेयर 2,215 रुपये के रिकॉर्ड हाई स्तर पर पहुंच गया. एक ही दिन में कंपनी का शेयर 52 हफ्तों के उच्चतम लेवल 2,253 रुपये तक चढ़ गया. इस शेयर में भले ही मंगलवार को तगड़ी तेजी देखी गई, लेकिन पिछले कुछ सत्रों से यह स्टॉक ऊपर की ओर ही चल रहा है. 9 सितंबर को यह शेयर 1818 रुपये के लेवल पर था. महज 5 दिन में यानी 13 सितंबर तक ये शेयर 2184 रुपये पर पहुंच गया. सिर्फ 5 दिन में इस शेयर ने करीब 20 फीसदी रिटर्न दिया है.
अब क्या है इस शेयर का हाल
टाटा इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन के शेयर ने मंगलवार को तो निवेशकों को तगड़ा रिटर्न दिया ही, आज बुधवार को भी यह शानदार रिटर्न दे रहा है. मंगलवार को 2184 रुपये के स्तर पर बंद हुआ यह शेयर आज पहले तो मामूली गिरकर 2179 रुपये पर खुला. उसके बाद इसने ऐसी तेजी पकड़ी कि कारोबार के महज 1 घंटे में ही करीब 10 फीसदी चढ़कर 2398 रुपये का स्तर छू लिया.
क्यों आई ये तेजी?
टाटा ग्रुप की इस कंपनी में आई शानदार तेजी की वजह हैं कंपनी के शानदार तिमाही नतीजे. अप्रैल-जून 2022 यानी वित्त वर्ष 2023 की पहली तिमाही में टाटा इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन का मुनाफा 66.5% फीसदी बढ़ा और 89.7 करोड़ रुपये पर आ गया. इसमें एक बड़ा हिस्सा डिविडेंड से हुई कमाई से आया है.
क्या करती है ये कंपनी?
टाटा संस की टाटा इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन एक गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) है. यह भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के साथ रजिस्टर्ड है. यह कंपनी लंबी अवधि के निवेशों में डील करती है. पहले इस कंपनी का नाम द इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया था. कंपनी की कमाई का जरिया डिविडेंड, ब्याज और निवेशों की सेल से होने वाला मुनाफा है. टाटा संस ने इस कंपनी की शुरुआत 1937 में की थी, जो 1959 में पब्लिक हुई थी. यह पूरी तरह से कर्ज से मुक्त कंपनी है, जिसमें टाटा संस की करीब 68.51 फीसदी की हिस्सेदारी है. निओल टाटा इस कंपनी के चेयरमैन हैं.