Tata Steel ने ऑस्ट्रलिया की इस कंपनी के साथ की बड़ी साझेदारी
दुनिया के सबसे बड़े स्टील (Steel) निर्माताओं में से एक Tata Steel ने स्टील निर्माण में उत्सर्जन (Emission) को कम करने के तरीकों का संयुक्त रूप से अध्ययन और पता लगाने के लिए वैनेडियम डेवलपर टेक्नोलॉजी मेटल्स ऑस्ट्रेलिया लिमिटेड (Technology Metals Australian Limited) के साथ भागीदारी की है. टाटा स्टील वर्ष 2045 तक शुद्ध-शून्य कार्बन उत्सर्जन के अपने लक्ष्य पर निरंतर कार्य कर रही है.
ऑस्ट्रेलियन सिक्योरिटीज एक्सचेंज लिमिटेड (Australian Security Exchange Limited) में टेक्नोलॉजी मेटल्स ऑस्ट्रेलिया की फाइलिंग के अनुसार, दोनों कंपनियों ने एक गैर-बाध्यकारी समझौता ज्ञापन (Non-Binding Memorandum of Understanding) को साइन किया है, जिसमें दोनों पक्ष भारत और ऑस्ट्रेलिया में डाउनस्ट्रीम वैनेडियम प्रोसेसिंग के लिए जरुरी आवश्यकताओं और संभावनाओं पर चर्चा करेंगे.
इन नई संभावनाओं के बीच टाटा स्टील, टेक्नोलॉजी मेटल्स ऑस्ट्रेलिया या मर्चिसन टेक्नोलॉजी मेटल्स प्रोजेक्ट में संभावित निवेश करने पर भी विचार कर रही है.
टेक्नोलॉजी मेटल्स ऑस्ट्रेलिया की फाइलिंग के अनुसार ये एमओयू (MoU) पांच साल के लिए प्रभावी होगा. दोनों पार्टियां आपसी सहमति से इस MoU को पांच साल से पहले भी ख़त्म कर सकती हैं.
टीएमटी के मैनेजिंग डायरेक्टर इयान प्रेंटिस (Ian Prentice) ने कहा कि, "टीएमटी दुनिया के सबसे बड़े स्टील निर्माताओं में से एक टाटा स्टील के साथ साझेदारी करने के साथ ही भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच महत्वपूर्ण व्यापार संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए बहुत उत्साहित है."
टेक्नोलॉजी मेटल्स ऑस्ट्रेलिया एक ASX (Australian Stock Exchange) सूचीबद्ध कंपनी है, जो पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के मध्य-पश्चिम क्षेत्र में मीकाथारा (Meekatharra) से 40 कि.मी दक्षिण-पूर्व में स्थित है.100 प्रतिशत स्वामित्व वाली मर्चिसन टेक्नोलॉजी मेटल्स प्रोजेक्ट (MTMP) के पास है.
कम उत्सर्जन (Emission) वाले फेरोवैनेडियम और वैनेडियम नाइट्राइड के उत्पादन में “एमटीएमपी (Murchison Technology Metals Project) की वैनेडियम पेंटोक्साइड महत्वपूर्ण योगदान देता है, जिसका इस्तेमाल टाटा स्टील अपनी स्टील बनाने की प्रक्रिया में करती है.
पूरा विश्व शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन (Zero Carbon Emission) की ओर बढ़ रहा है. टीएमटी और टाटा स्टील एक साथ इस दिशा में अहम योगदान दे सकते हैं.
टाटा स्टील के रणनीतिक खरीद उपाध्यक्ष राजीव मुखर्जी का मानना है कि यह डील ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए कच्चे माल की विश्वसनीय, स्थिर आपूर्ति सुनिश्चित करने की कंपनी की रणनीति के अनुरूप है.
राजीव बताते हैं कि, "टाटा स्टील की स्टीलमेकिंग प्रक्रिया में ताकत बढ़ाने और वजन कम करने का एक प्रमुख घटक वैनेडियम (Vanadium) है. जैसे-जैसे हमारे ग्राहक कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए अपना मन बना लेंगें, उत्पादों की मांग भी इसके साथ-साथ बढ़ने लगेगी.”
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