अब मिनटों में पाएं ब्लड टेस्ट रिपोर्ट, Neuranics Lab मेडिकल फील्ड में लाएगा क्रांति
ये स्टार्टअप एक ऐसी AI बेस्ड मशीन बना रहा है जो दो बूँद खून से मलेरिया, फिलेरिया, थैलेसीमिया, एनीमिया और ल्यूकीमिया की जांच कर मिनटों में रिपोर्ट जेनरेट कर सकता है.
आज जिस भी घर में डायबिटीज के पेशेंट हैं, वहां आपको ब्लड ग्लूकोज मॉनिटर ज़रूर मिलेगा. बस एक छोटी सी खून की बूँद से तुरंत जांच कर ये मशीन आपको ब्लड शुगर लेवल बता देती है. ये ज़ाहिर सी बात है कि इसलिए डायबिटीज पेशेंट्स के लिए जीवन आसान बना दिया है. अब सोचिये, अगर तमाम और बीमारियों की जांच इतनी ही आसान हो जाए तो? अभी तो आप कोई भी टेस्ट करवाएं, लैब में सैंपल देकर एक से दो दिन रिपोर्ट का वेट करते हैं.
लेकिन आज जिस स्टार्टअप के बारे में हम आपको बता रहे हैं वो एक ऐसा ब्लड एनेलाइज़र बना रहा है जो मिनटों में कई टेस्ट्स के रिजल्ट्स आपको उपलब्ध करवा देगा.
यहां हम आपको बता रहे हैं स्टार्टअप
के बारे में. ये स्टार्टअप एक ऐसी AI बेस्ड मशीन बना रहा है जो दो बूँद खून से मलेरिया, फिलेरिया, थैलेसीमिया, एनीमिया और ल्यूकीमिया की जांच कर मिनटों में रिपोर्ट जेनरेट कर सकता है.न्यूरॉनिक्स लैब के को-फाउंडर प्रवीण कुमार भगत IIT दिल्ली के पासआउट हैं. उनका हमेशा से ही लक्ष्य था कि हेल्थकेयर प्रॉब्लम्स को टेक्नोलॉजी की मदद से सॉल्व किया जाए. कोविड 19 के दौरान उन्होंने आरोग्य सेतु ऐप बनाने में सरकार की मदद भी की थी. को-फाउंडर आशुतोष पात्रा मैकेनिकल इंजिनियर हैं स्टैनफर्ड इंडिया बायोडिज़ाइन से पढ़े हुए हैं. आशुतोष ने कई मेडिकल स्टार्टअप्स को डेवलप करने में मदद की है.
न्यूरॉनिक्स लैब लक्ष्य है कि AI बेस्ड डायग्नोस्टिक्स को इंडिया के हर क्षेत्र में पहुँचाया जाए जिससे बीमारियों को जल्द से जल्द पकड़कर उनका इलाज किया जा सके. न्यूरॉनिक्स के इस्तेमाल से डॉक्टर्स क्लिनिक में पेशेंट का टेस्ट कर सकते हैं और 10 मिनट के अंदर रिपोर्ट दे सकते हैं. इसके लिए किसी टेकनीशियन की ज़रुरत नहीं होगी जिसके चलते टेस्टिंग और भी आसान हो जाएगी.
न्यूरॉनिक्स लैब का पेटेंट अप्रूव हो चुका है और फ़िलहाल एम्स में इसका ट्रायल चल रहा है. न्यूरॉनिक्स लैब ने अपनी रिसर्च के लिए एम्स और अन्य मेडिकल संस्थानों से मदद ली है. इसका AI 1000 गीगाबाइट ब्लड डेटा से ट्रेन हुआ है.
यह स्टार्टअप YourStory की साल 2022 की Tech30 लिस्ट का हिस्सा है.
YourStory हर साल अपने सिग्नेचर इवेंट TechSparks में आपके लिए कई हज़ारों में से चुनकर लाता है Tech30 लिस्ट में ऐसे 30 स्टार्टअप जो देश को बदल देने के साथ साथ अरबों की कंपनियां बनने की ताकत रखते हैं.
Tech30 ने बीते 11 साल में 330 से ज्यादा स्टार्टअप्स को प्रोफाइल कर उनके बारे में दुनिया को बताया है, 35,000 से ज्यादा नौकरियां देने में मदद की है, 300 करोड़ डॉलर से भी ज्यादा की फंडिंग इसकी मदद से आई है और 675 से भी ज्यादा युवा फाउंडर्स को हमने कुछ कर दिखाने की ताकत दी है. Tech30 लिस्ट का हिस्सा रहे 5 ऐसे स्टार्टअप हैं जो यूनिकॉर्न बन चुके हैं. यानी उनका वैल्यूएशन 100 करोड़ डॉलर से ज्यादा है और ये सिलसिला अभी रुका नहीं है.
Edited by Prateeksha Pandey