CARPL की बदौलत डॉक्टर का काम हुआ आसान, अब मशीनें पढ़ लेंगी एक्सरे
CARPL प्लेटफ़ॉर्म में चार प्राइमरी मॉड्यूल हैं- डेटा मैनेजमेंट, एनोटेशन, AI डिप्लॉयमेंट और टेस्टिंग एंड मॉनिटरिंग. कार्पल के एआई सलूशन शरीर के विशेष अंगों औए उससे जुड़ी पैथोलॉजी को टारगेट करते हैं.
आज से कई साल पहले, कोई भी ऑपरेशन हो, उसके लिए शरीर में चीर-फाड़ करनी ही पड़ती थी. लेकिन फिर इंडोस्कोपी और लैप्रोस्कोपी जैसे टूल आए. और बिना या कम से कम चीरफाड़ के प्रोसीजर होने लगे. लेजर ऑपरेशन जैसी सुविधाओं के चलते कई प्रोसीजर्स में तो उसी दिन पेशेंट को अस्पताल से डिस्चार्ज भी कर दिया जाता है. ये सब मुमकिन हो पाया है मेडिकल फील्ड में लगातार हो रहे टेक्नोलॉजिकल इनोवेशन से.
आज हम आपको ऐसे स्टार्टअप के बारे में बता रहे हैं, जो अपने इनोवेशन से मेडिकल फील्ड में AI यानी आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस को स्थापित करते हुए बीमारियों की जांच आसान बना रहा है.
विश्व स्तर पर AI डेवलपर्स और हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स को जोड़ता है. जिससे मेडिकल सुविधाएं सभी लोगों तक पहुंच सकें, सभी इसे अफोर्ड कर सकें और और मेडिकल फैसिलिटीज में सुधार आ सके. यह क्लिनिकल प्रैक्टिस में मेडिकल इमेजिंग एआई की टेस्टिंग, खरीद और तैनाती के लिए एंड-टू-एंड टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म है. एआई मार्केटप्लेस के तौर पर CARPL के पास 30+ AI कंपनियों के 70 से अधिक एप्लिकेशन हैं. CARPL के यूजर्स में हार्वर्ड मेडिकल स्कूल जैसे अकादमिक केंद्र, रेडियोलॉजी पार्टनर्स (USA) और I-MED (ऑस्ट्रेलिया) जैसे रेडियोलॉजी प्रोवाइडर्स और सिंगापुर गवर्नमेंट हेल्थ सिस्टम जैसे सरकारी संस्थान शामिल हैं.
CARPL कई स्टार्टअप प्रोग्राम और एक्सेलरेटर्स, जैसे स्टैनफोर्ड सेंटर फॉर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इन मेडिसिन एंड इमेजिंग (AIMI), 2022, NVIDIA इंसेप्शन प्रोग्राम, AWS इग्नाइट प्रोग्राम, NITI Aayog इनोवेशन प्रोग्राम, 2021 और सिलिकॉन वैली बैंक का हिस्सा है. CARPL की शुरुआत सेंटर फॉर एडवांस्ड रिसर्च इन इमेजिंग, न्यूरोसाइंसेस एंड जीनोमिक्स (CARING) में हुई, जो एक ट्रांसलेशनल रिसर्च ग्रुप है, जो क्लिनिकल वर्कफ्लो में AI को तैनात करने पर काम कर रहा है. इसने कई सॉफ्टवेयर टूल्स बनाए और अंततः CARPL बनाया.
CARPL प्लेटफ़ॉर्म में चार प्राइमरी मॉड्यूल हैं- डेटा मैनेजमेंट, एनोटेशन, AI डिप्लॉयमेंट और टेस्टिंग एंड मॉनिटरिंग. कार्पल के एआई सलूशन शरीर के विशेष अंगों औए उससे जुड़ी पैथोलॉजी को टारगेट करते हैं. उदाहरण के लिए, टीबी के लिए छाती का एक्स-रे, स्ट्रोक के लिए सिर का सीटी स्कैन, वगैरह. CARPL एआई डेवलपर्स की भी मदद करता है, जिससे वे लोकतांत्रिक तरीके से बड़ी हेल्थकेयर कंपनियों तक पहुंच सकें और ज़मीनी तौर पर लोग स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ ले सकें.
CARPL के तीन को-फाउंडर हैं: डॉ विदुर महाजन एक फिजिशियन और MBA ग्रैड हैं. उन्होंने एक दशक तक महाजन इमेजिंग चलाया है और अब वे CARPL में CEO हैं. उन्होंने एआई और इमेजिंग के क्षेत्र में 120 से ज्यादा पर्चे प्रकाशित किए हैं. दूसरे कोफाउंडर वसंत वेणुगोपाल, Chief Medical Officer & Clinical Product Lead हैं जो स्टार्टअप के को क्लिनिकल पर्सपेक्टिव देने के साथ साथ रेडियोलॉजिस्ट-फ्रेंडली बनाने की ओर काम कर रहे हैं. वहीं तीसरे को-फाउंडर रोहित ताखर, चीफ आर्किटेक्ट के रूप में हेल्थकेयर डोमेन में एआई सॉल्यूशंस की टेस्टिंग और डिप्लॉयमेंट का काम देखते हैं.
यह स्टार्टअप YourStory की साल 2022 की Tech30 लिस्ट का हिस्सा है.
YourStory हर साल अपने सिग्नेचर इवेंट TechSparks में आपके लिए कई हज़ारों में से चुनकर लाता है Tech30 लिस्ट में ऐसे 30 स्टार्टअप जो देश को बदल देने के साथ साथ अरबों की कंपनियां बनने की ताकत रखते हैं.
Tech30 ने बीते 11 साल में 330 से ज्यादा स्टार्टअप्स को प्रोफाइल कर उनके बारे में दुनिया को बताया है, 35,000 से ज्यादा नौकरियां देने में मदद की है, 300 करोड़ डॉलर से भी ज्यादा की फंडिंग इसकी मदद से आई है और 675 से भी ज्यादा युवा फाउंडर्स को हमने कुछ कर दिखाने की ताकत दी है. Tech30 लिस्ट का हिस्सा रहे 5 ऐसे स्टार्टअप हैं जो यूनिकॉर्न बन चुके हैं. यानी उनका वैल्यूएशन 100 करोड़ डॉलर से ज्यादा है और ये सिलसिला अभी रुका नहीं है.
Edited by Prateeksha Pandey