बेंगलुरु में ऑन्त्रप्रेन्योरशिप की भावना सदियों से चली आ रही है: कर्नाटक के IT मंत्री प्रियांक खड़गे
कर्नाटक सरकार के IT-BT और ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज मंत्री प्रियांक खड़गे ने 16वीं शताब्दी में शहर में व्यापार की नींव स्थापित करने के लिए बेंगलुरु के संस्थापक नादप्रभु केम्पेगौड़ा को श्रेय दिया.
बेंगलुरु में ऑन्त्रप्रेन्योरशिप की भावना रातोंरात नहीं आई; वास्तव में, यह सदियों से बढ़ रहा है. कर्नाटक सरकार के IT-BT और ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज मंत्री प्रियांक खड़गे (Priyank Kharge) ने ये बात कही.
उन्होंने कहा, “बेंगलुरु की नींव 1537 में नादप्रभु केम्पेगौड़ा (Nadaprabhu Kempegowda) ने रखी थी. केम्पेगौड़ा 16वीं शताब्दी में विजयनगर साम्राज्य के तहत बेंगलुरु के सरदार थे."
खड़गे YourStory के फ्लैगशिप इवेंट TechSparks के 14वें संस्करण — TechSparks 2023 में बोल रहे थे.
उन्होंने कहा, "शहर ने पूरे देश से कारीगरों और व्यापारियों को यहां आकर बिजनेस यूनिट्स शुरु करने के लिए आकर्षित किया."
मंत्री प्रियांक खड़गे ने कहा कि आज हमारे पास जो विशेष आर्थिक क्षेत्र (special economic zones - SEZs) हैं, उसी तरह उन्होंने व्यापारियों के लिए छोटे व्यापारिक क्षेत्र बनाए थे.
खड़गे ने कहा कि, केम्पेगौड़ा की दूरदर्शिता के परिणामस्वरूप, बेंगलुरु ने शहर भर में अक्कीपेटे (चावल बाजार), अपरपेटे (नमक बाजार), तेल बाजार और कपड़ा बाजार जैसे कई बाजार देखे.
मंत्री ने कहा, "इसलिए, ऑन्त्रप्रेन्योरशिप को फलने-फूलने के लिए बेंगलुरु को व्यापार के शहर के रूप में बनाया गया था. बेंगलुरु में ऑन्त्रप्रेन्योरशिप की भावना रातोंरात नहीं आई, यह भावना 500 से अधिक वर्षों से बढ़ रही है."
(Translated by: रविकांत पारीक)
Edited by रविकांत पारीक