SIDBI ने 5,000 करोड़ रुपये के Fund of Funds for Startups (FFS) का प्रस्ताव रखा
SIDBI के सीएमडी शिवसुब्रमण्यम रमन ने कहा कि सिडबी ने अर्ली-स्टेज (शुरुआती चरण) स्टार्टअप्स में निवेश करने और एंजेल निवेशकों को बाहर निकलने की पेशकश करने के लिए 5,000 करोड़ रुपये के Fund of Funds for Startups (FFS) का प्रस्ताव दिया है.
भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (SIDBI) ने 5,000 करोड़ रुपये का फंड ऑफ फंड्स फोर स्टार्टअप्स (Fund of Funds for Startups - FFS) शुरु करने का प्रस्ताव दिया है. सिडबी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक शिवसुब्रमण्यम रमन ने कहा, FFS शुरुआती चरण की कंपनियों में निवेश करेगा, खासकर डीपटेक में.
बेंगलुरु में आयोजित हो रहे YourStory के फ्लैगशिप टेक स्टार्टअप इवेंट, TechSparks के 14वें संस्करण — TechSparks 2023 में YourStory की फाउंडर और सीईओ श्रद्धा शर्मा के साथ बातचीत में रमन ने कहा, "मुझे कोई कारण नहीं दिखता कि भारत के प्रतिभाशाली लोगों को अमेरिका से वापस क्यों नहीं आना चाहिए क्योंकि यहां बहुत सारी पूंजी जुटाई जा रही है."
उन्होंने कहा, “हम सरकार के साथ लगभग 5,000 करोड़ रुपये के शुरुआती चरण के FFS के लिए बात कर रहे हैं. डीपटेक जैसे कुछ क्षेत्रों पर ध्यान देने के साथ AIF (Alternate Investment Fund) का एक और सेट बनाने का विचार है.”
रमन ने YourStory को बताया कि फंड उन एंजेल निवेशकों के बाहर निकलने पर ध्यान केंद्रित करेगा जो शुरुआती चरण की कंपनियों से बाहर निकलना चाहते हैं.
उन्होंने कहा, "जिस पल कोई एंजेल बाहर निकलना चाहता है, कंपनी कहाँ चली जाती है? हमें उस अंतर को भरने की जरूरत है. विचार शुरुआती चरण में अधिक फंडिंग हासिल करने का है, लेकिन इन्क्यूबेशन का नहीं. उन्हें इस बात का अंदाज़ा होगा कि रेवेन्यू कहां से आएगा या रेवेन्यू बढ़ रहा है, लेकिन आपको इसे बढ़ाने की ज़रूरत है, आपको इक्विटी या लोन की आवश्यकता हो सकती है.”
शुरुआती चरण का फंड औसतन 12 साल के लंबे जीवनचक्र वाले AIFs पर ध्यान देगा ताकि शुरुआती चरण की कंपनियों को आवश्यक सहायता प्रदान की जा सके.
FFS योजना को सरकार द्वारा अनुमोदित किया गया था और भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम को घरेलू पूंजी तक पहुंच प्राप्त करने में सक्षम बनाने के लिए 2016 में 10,000 करोड़ रुपये के फंड के साथ शुरु किया गया था. FFS के तहत, सिडबी SEBI-रजिस्टर्ड AIFs में एक सीमित भागीदार (LP) के रूप में निवेश करता है जो बदले में इक्विटी और इक्विटी-लिंक्ड इंस्ट्रूमेंट्स के जरिए बढ़ते भारतीय स्टार्टअप में पैसा निवेश करता है.
भारत सरकार की SIDBI में 20.8% हिस्सेदारी है, जबकि अन्य प्रमुख निवेशकों में भारतीय स्टेट बैंक (SBI) और LIC शामिल हैं. इस महीने, सिडबी ने कहा कि वह अगले वित्तीय वर्ष में 10,000 करोड़ रुपये का राइट्स इश्यू लाने की योजना बना रही है.
(Translated by: रविकांत पारीक)
Edited by रविकांत पारीक