एडटेक बहुत बड़ी कैटेगरी है और मैं अभी भी उत्साहित हूं: Unacademy के गौरव मुंजाल
Unacademy के चीफ गौरव मुंजाल ने कहा कि ईकॉमर्स उद्योग भी एक समय संघर्ष कर रहा था. एडटेक सेक्टर भी बुरे दौर से उभरेगा.
वर्तमान में भारत के सबसे मूल्यवान एडटेक यूनिकॉर्न अनएकेडमी (
) के को-फाउंडर और सीईओ गौरव मुंजाल (Gaurav Munjal) ने कहा कि वह एडटेक को लेकर उत्साहित बने हुए हैं, जिससे इस सेक्टर में विश्वास पैदा हुआ है और इस सेक्टर ने पिछले दो वर्षों में बड़े पैमाने पर बदलाव देखा है.मुंजाल ने मुंबई में आयोजित हो रहे TechSparks 2024 के मंच पर YourStory की फाउंडर और सीईओ श्रद्धा शर्मा के साथ बातचीत के दौरान कहा, "फ्लिपकार्ट और अमेज़ॅन ने कभी भी लाभ नहीं कमाया है और वे कई वर्षों से मौजूद हैं. मुझे अब भी लगता है कि एडटेक बहुत बड़ी कैटेगरी है, चाहे वह टेस्ट-प्रीप हो या हायर एजुकेशन या K-12 (किंडरगार्टन से 12वीं कक्षा तक), और मैं अभी भी आशावान हूं."
उन्होंने उस दौर को याद किया जब ईकॉमर्स बुरे दौर से गुजर रहा था. मुंजाल ने कहा, "हर दिन जब आप जागते हैं, तो आप पढ़ते हैं कि फ्लिपकार्ट के लिए कुछ मंदी का दौर आया है या कुछ निजी इक्विटी ने उन्हें कम मूल्यांकन दिया है, मुझे लगता है कि हम (एडटेक) उस दौर से गुजर रहे हैं."
मुंजाल की टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब निवेशकों ने भारत के एडटेक सेक्टर के लिए आंखें मूंद ली हैं, जो महामारी के दौरान सबसे अधिक मांग वाला सेक्टर था. तब वैश्विक निवेशकों ने भारत की बड़ी आबादी पर दांव लगाते हुए ऑनलाइन शिक्षा में अरबों डॉलर का निवेश किया था.
हालाँकि, महामारी के बाद स्कूल, कॉलेज और फिजिकल ट्यूशन सेंटर फिर से खुलने के साथ, ऑनलाइन लर्निंग की मांग कम हो गई क्योंकि छात्र पारंपरिक, ऑफ़लाइन कोचिंग संस्थानों की ओर आने लगे.
नतीजतन, अनएकेडमी और फिजिक्सवाला जैसी कंपनियां, जिनके पास डिजिटल-फर्स्ट प्लेटफॉर्म थे, ने भी ऑफ़लाइन कोचिंग की ओर रुख किया और कोटा जैसे देश के प्रसिद्ध कोचिंग केंद्रों में संस्थान खोले. मुंजाल ने कहा, वास्तव में, Unacademy के लिए, ऑफ़लाइन कोचिंग संस्थान अब कंपनी के समेकित राजस्व का लगभग आधा हिस्सा हैं.
मुंजाल ने इस बारे में भी बात की कि कैसे एडटेक सेक्टर में कुछ कंपनियों ने प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद अच्छा प्रदर्शन जारी रखा है.
मुंजाल ने कहा, "वास्तव में कुछ अच्छी कंपनियां खड़ी हो रही हैं, चाहे वह अपग्रेड हो या फिजिक्सवाला."
मुंजाल ने कहा, "जिस पल हममें से कोई पब्लिक हो जाएगा, और लोगों को एहसास होगा कि शिक्षा में कितना लाभ है, मुझे लगता है कि लोग फिर से एडटेक के बारे में बात करना शुरू कर देंगे."
(Translated by: रविकांत पारीक)