Marico के हर्ष मारीवाला ने TechSparks 2024 Mumbai के मंच पर बताए लीडरशिप के नुस्खे
TechSparks Mumbai के दूसरे संस्करण में, हर्ष मारीवाला ने Marico में अपनी चार दशक की यात्रा पर विचार करते हुए लीडरशिप में रणनीतिक बदलाव की आवश्यकता पर बात की.
एफएमसीजी सेक्टर की प्रमुख कंपनी मैरिको (
) के दूरदर्शी संस्थापक और अध्यक्ष हर्ष मारीवाला (Harsh Mariwala) ने कहा, "शुरुआत करने से लेकर काम पूरा करने तक, एक ऑन्त्रप्रेन्योर को पता होना चाहिए कि सही समय पर बिजनेस से कब अलग होना है."YourStory के फ्लैगशिप इवेंट TechSparks Mumbai के दूसरे संस्करण में, मारीवाला ने मैरिको में अपनी चार दशक की यात्रा पर विचार करते हुए लीडरशिप में रणनीतिक बदलाव की आवश्यकता के बारे में बात की.
वर्षों तक कंपनी के मैनेजमेंट से जुड़े रहने और कंपनी में नए दृष्टिकोण लाने के महत्व को पहचानने के बाद, उन्होंने एक नए लीडर की नियुक्ति का निर्णायक कदम उठाया. विशेष रूप से, मारीवाला ने सौगत गुप्ता (Saugata Gupta) को चुना, जो 10 वर्षों से अधिक समय से कंपनी से जुड़े हुए थे.
प्रभावी लीडरशिप प्रथाओं को लेकर अपने विचार साझा करते हुए, मारीवाला ने इस बात पर जोर दिया कि यह पेशेवरों को अनुचित हस्तक्षेप के बिना काम करने की स्वायत्तता देने पर निर्भर है. उन्होंने कहा, "पेशेवरों को हस्तक्षेप पसंद नहीं है."
उन्होंने कहा कि प्रेरक नेतृत्व की भूमिका कर्मचारियों का उत्साह बढ़ाना और उत्कृष्ट उपलब्धियां हासिल करना है. मैरिको के चेयरमैन ने लीडर के लिए क्रिएटिविटी और प्रोडक्टिविटी के लिए अनुकूल माहौल को बढ़ावा देते हुए अपनी टीमों को स्वतंत्र रूप से सक्षम बनाने की आवश्यकता को भी महत्व दिया.
लीडरशिप के प्रति अपने स्वयं के विकसित दृष्टिकोण का खुलासा करते हुए, मारीवाला ने खुलासा किया कि उन्होंने वर्षों से दैनिक व्यवसाय प्रबंधन से खुद को दूर कर लिया है. उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि अब कोई भी चीज़ चौबीस घंटे उनके ध्यान की मांग नहीं करती है, और उनकी वर्तमान भूमिका कंपनी में पर्याप्त मूल्य जोड़ने के इर्द-गिर्द घूमती है.
अपनी वर्तमान क्षमता में, मारीवाला ने मैरिको की निरंतर सफलता में सार्थक योगदान देने के बड़े लक्ष्य के साथ अपना ध्यान केंद्रित करते हुए, प्रवृत्ति विश्लेषण और रणनीतिक दूरदर्शिता के लिए अपने प्रयासों को समर्पित किया है.
उन्होंने ऑन्त्रप्रेन्योर्स से एक सफल बिजनेस खड़ा करने के लिए न केवल टॉप लेवल पर बल्कि बॉटम लेवल पर भी ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया.
(Translated by: रविकांत पारीक)