Ola और Ola Electric का IPO अगले साल तक आ सकता है: TechSparks 2023 के मंच से भाविश अग्रवाल
TechSparks 2023 के मंच पर YourStory की फाउंडर और सीईओ श्रद्धा शर्मा के साथ फायरसाइड चैट में Ola के फाउंडर और सीईओ भाविश अग्रवाल ने कहा कि मजबूत ऑन्त्रप्रेन्योर सभी तूफानों का सामना करना सीखेंगे.
ओला के फाउंडर और सीईओ भाविश अग्रवाल (Ola Founder and CEO Bhavish Aggarwal) ने बेंगलुरु में आयोजित YourStory के फ्लैगशिप टेक और स्टार्टअप इवेंट TechSparks के 14वें संस्करण — TechSparks 2023 के दौरान कहा कि ओला और ओला इलेक्ट्रिक के अगले साल तक IPO (
and IPO) लाने की संभावना है.YourStory की फाउंडर और सीईओ श्रद्धा शर्मा के साथ एक फायरसाइड चैट में अग्रवाल ने कहा कि ओला की इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनी ओला इलेक्ट्रिक हाल के वर्षों में तेजी से बढ़ी है और उसने मैच्योरिटी दिखाई है, खासकर बिजनेस मॉडल को चमकाने के मामले में.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आईपीओ के लिए ओला इलेक्ट्रिक की योजना मजबूत हो रही है, और कंपनी को अक्टूबर में ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल करने की उम्मीद है. ईवी निर्माता को सार्वजनिक लिस्टिंग से 700 मिलियन डॉलर (~5815 करोड़ रुपये) तक जुटाने की उम्मीद है.
कंपनी इस साल अगस्त तक लगभग 29% बाजार हिस्सेदारी को नियंत्रित करते हुए ईवी टू-व्हीलर सेगमेंट में मार्केट लीडर बनी हुई है, इस अवधि के दौरान उसने इंडस्ट्री द्वारा बेची गई कुल 5.5 लाख युनिट्स में से 1.6 लाख युनिट्स बेचीं.
कंपनी ने हाल ही में अपने S1 रेंज के स्कूटरों को अपडेट किया है और नए मॉडल के लिए इसे पहले ही 75,000 से अधिक बुकिंग मिल चुकी हैं.
ओला इलेक्ट्रिक के सबसे बड़े शेयरधारकों में Temasek, SoftBank, Tiger Global Management, Edelweiss, Matrix Partners India, Kia Motors, और Alpha Wave Investors शामिल हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ओला इलेक्ट्रिक ने सितंबर में Temasek समेत मौजूदा निवेशकों से 140 मिलियन डॉलर (~16 मिलियन रुपये) जुटाए. Temasek Holdings ने कथित तौर पर लगभग 90 मिलियन डॉलर का चेक काटा था, जबकि अन्य, ज्यादातर पारिवारिक कार्यालयों ने, शेष राशि का योगदान दिया था.
रेवेन्यू में वृद्धि के बावजूद, बढ़ते खर्चों के कारण वित्तीय वर्ष 2022 के लिए ईवी निर्माता का कुल समेकित घाटा एक साल पहले से बढ़ गया. ओला इलेक्ट्रिक ने 31 मार्च, 2022 को समाप्त वर्ष के लिए 784.15 करोड़ रुपये का कुल समेकित घाटा दर्ज किया, जबकि पिछले वर्ष में 199.23 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था.
पैरेंट कंपनी ANI Technologies ने बताया कि मार्च 2022 को समाप्त वित्तीय वर्ष में उसका घाटा पिछले वित्तीय वर्ष से बढ़ गया है, जबकि रेवेन्यू लगभग दोगुना हो गया है.
(Translated by: रविकांत पारीक)
Edited by रविकांत पारीक