ठाणे के एसपी ने महिला पुलिसकर्मियों को दिखाई ‘मर्दानी-2’, महिला पुलिस अधिकारी पर आधारित है ये फिल्म
महाराष्ट्र में ठाणे (ग्रामीण) जिले की सौ से अधिक महिला पुलिसकर्मियों को उस समय एक सुखद आश्चर्य हुआ, जब उन्हें बंदोबस्त ड्यूटी के नाम पर बुलाया, लेकिन ड्यूटी की जगह मल्टीप्लेक्स में एक फिल्म की विशेष स्क्रीनिंग के लिए ले जाया गया।
अधिकारियों के अनुसार, जिला पुलिस अधीक्षक डॉ शिवाजी राठौड़ ने गुरुवार को महिला कांस्टेबलों को ‘तत्काल’ बंदोबस्त ड्यूटी के लिए भयंदर पुलिस स्टेशन बुलाया।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय पाटिल ने शुक्रवार को कहा,
‘‘हालांकि, जब दोपहर में सौ से अधिक महिलाकर्मी पुलिस स्टेशन पहुंचीं, तो उन्हें ‘‘मर्दानी-2’’ की विशेष स्क्रीनिंग के लिए एक मॉल में स्थित सिनेमा हॉल ले जाया गया, जिसने उन्हें आश्चर्यचकित कर दिया।’’
उन्होंने कहा,
‘‘यह कार्यक्रम महिला पुलिसकर्मियों की कड़ी मेहनत का सम्मान करने के लिए बनाया गया था। यह देखते हुए कि उन्हें ड्यूटी के काम और घर के कामों को संभालने के लिए और इनके बीच संतुलन बनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी होती है। इसका मकसद उन्हें थोड़ा आराम देना भी था।”
पाटिल ने कहा कि भयंदर पुलिस स्टेशन में जब सारी महिला कांस्टेबल पहुंच गई तो उन्हें भोजन कराया गया और वाहनों से थिएटर ले जाया गया।
महिला कर्मियों को ‘‘मर्दानी-2’’ फिल्म दिखाई गई। इस फिल्म में अभिनेत्री रानी मुखर्जी ने एक साहसी और निडर पुलिस अधिकारी शिवानी शिवाजी रॉय की भूमिका निभायी है, जो बाल तस्करी और ड्रग्स तस्करी में संलिप्त एक संगठित आपराधिक गिरोह के खिलाफ अभियान चलाती है।
इस फिल्म का निर्माण यश राज बैनर के तले हुआ था, जिसका निर्देशन गोपी पुथरान ने किया था। फिल्म में रानी मुखर्जी ने मुख्य भूमिका निभाई थी, जबकि विशाल जेठवा, राजेश शर्मा, श्रुति बापना और जिसु सेनगुप्ता ने भी फिल्म में काम किया था। फिल्म के माध्यम से हिंसा और बलात्कार जैसे मुद्दों को उठाया गया था। फिल्म को समीक्षकों के साथ ही आम जनता से भी काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिला था।
हाल ही में देश के कई हिस्सों से बलात्कार और हत्या जैसे जघन्य अपराध बड़े पैमाने पर सामने आए हैं, जिसके बाद देश भर में महिलाओं ने सड़कों पर उतरकर इन घटनाओं का विरोध भी जताया था। हाल ही में हैदराबाद में घाटी घटना इसका उदाहरण है।