गर्मी की तपती धूप में अपने खर्च पर लोगों की प्यास बुझा रहा यह ऑटो ड्राइवर
गर्मी ने तेजी से अपना रूप दिखाना शुरू कर दिया है और इसी के साथ आपका गला भी सूखना शुरू हो गया होगा। खासतौर पर धूप में बाहर निकलने वाले लोगों को तेजी से प्यास लगती है, लेकिन शहरों में पानी पीने के लिए जेब ढीली करनी पड़ती है। प्याऊ या सार्वजनिक वॉटर कूलर मिलना बहुत मुश्किल होता है। ऐसे में हैदराबाद में ऑटो चलाने वाले शायक सलीम प्यासों को खुद के खर्चे पर पानी पिलाकर इंसानियत की नई मिसाल पेश कर रहे हैं।
45 वर्षीय शायक अपने ऑटो में पानी का एक बड़ा गैलन रखते हैं। वे हर रोज अपने पैसों से 20 लीटर पानी करते हैं और उसे अपने ऑटो में बनवाए गए फिल्टर में भर देते हैं। शायक बताते हैं, 'हैदराबाद में गर्मी में लोगों को पानी पिलाते हुए मुझे तीन साल हो चुके हैं। कुरान में सब को भोजन पानी उपब्ध कराने के बारे में लिखा है। आप जब भी समाज की भलाई करते हैं तो किसी न किसी रूप में वो आपको वापस मिल जाता है।'
शायक हर रोज अपने घर से सुबह 9 बजे निकल जाते हैं और दिन भर शहर में घूमते हैं। वे दिन भर सवारियों को इधर से उधर पहुंचाने का काम करते हैं। इस दौरान किसी को प्यास लगती है तो वे उसे पानी भी पिला देते हैं। वे इस काम को शाम 6 बजे तक करते हैं। सवारियों के अलावा वे ट्रैफिक पुलिसमैन और बाकी जरूरतमंदों को भी पानी पिाते हैं।
हैदराबाद के फलकनुमा इलाके के फातिमा नगर में रहने वाले शायक अपनी बीवी और चार बच्चों के साथ रहते हैं। वे 1993 से ऑटो रिक्शॉ चलाने का काम करते हैं। जब उनसे पूछा गया कि इस काम को करने की प्रेरणा उन्हें कहां से मिली तो उन्होंने कहा, 'शुरू में जब मैंने ऑटो रिक्शॉ चलाना शुरू किया था तो गर्मी के मौसम में बहुत तेजी से प्यास लगती थी और पानी न मिलने से काफी परेशानी होती थी। पहले पानी के लिए सिर्फ बोरवेल ही सहारा होते थे, लेकिन उसका पानी काफी गर्म होता था। यात्रियों को भी परेशानी उठानी पड़ती थी।'
शायक कहते हैं कि इस वजह से उन्होंने अपने ऑटो में ही पानी रखना शुरू कर दिया। वे कहते हैं कि गर्मी के मौसम में कोई प्यासा नहीं रहना चाहिए। आमतौर पर शायक हर रोज एक से दो बोतल पानी खरीदते हैं जिसके लिए उन्हें प्रति बोतल 30 रुपये खर्च करने पड़ते हैं, लेकिन कभी-कभी उन्हें तीन बोतल भी खरीदने पड़ जाते हैं।
यह भी पढ़ें: MBBS की पढ़ाई के बाद UPSC: 82वीं रैंक लाकर बन गईं आईएएस