सरकार ने Axis Bank में अपनी पूरी हिस्सेदारी बेची, जानिए सरकार की झोली में कितने करोड़ रुपये आए
सरकार एसयूयूटीआई हिस्सेदारी बेचकर अब तक 28,383 करोड़ रुपये विनिवेश राशि जुटा चुकी है. बजट में चालू वित्त वर्ष 2022-23 में विनिवेश से 65,000 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य है.
सरकार ने एक्सिस बैंक में 1.5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचकर 3,839 करोड़ रुपये जुटाये हैं. सरकार ने यह हिस्सेदारी यूनिट ट्रस्ट ऑफ इंडिया के विशेषीकृत उपक्रम (एसयूयूटीआई) के जरिये रखी हुई है.
पिछले सप्ताह सरकार ने एसयूयूटीआई के जरिये 1.5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेची थी. पेशकश का न्यूनतम मूल्य 830.63 रुपये प्रति शेयर है.
निवेश और लोक परिसंपत्ति प्रबंध विभाग के सचिव तुहिन कांत पांडेय ने ट्विटर पर लिखा है, ‘‘सरकार ने एसयूयूटीआई के जरिये एक्सिस में रखे शेयर बेचकर 3,839 करोड़ रुपये जुटाये हैं.’’ एक्सिस बैंक का शेयर बीएसई में 0.44 प्रतिशत की गिरावट के साथ 854.65 पर बंद हुआ.
सरकार एसयूयूटीआई हिस्सेदारी बेचकर अब तक 28,383 करोड़ रुपये विनिवेश राशि जुटा चुकी है. बजट में चालू वित्त वर्ष 2022-23 में विनिवेश से 65,000 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य है.
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स इंडिया और मॉर्गन स्टेनली इंडिया विक्रेता की ओर से ब्रोकर के रूप में काम किया.
एक हफ्ते पहले, अमेरिका स्थित एक प्रमुख प्राइवेट इक्विटी हिस्सेदार बैन कैपिटल ने ओपन मार्केट ट्रांजैक्शन के माध्यम से एक्सिस बैंक में 0.54 प्रतिशत हिस्सेदारी 1,487 करोड़ रुपये में बेच दी थी.
सितंबर में शुद्ध लाभ 70 फीसदी बढ़ा
एक्सिस बैंक ने, विशेष रूप से सितंबर 2022 की तिमाही में एक काफी अच्छा प्रदर्शन दर्ज किया, जिसका शुद्ध लाभ 70 प्रतिशत बढ़कर 5,330 करोड़ रुपये हो गया. 9 नवंबर को बैंक के शेयर BSE पर 874.35 रुपये पर बंद हुए, जो पिछले दिन के बंद की तुलना में 0.17 प्रतिशत अधिक था.
सरकार ने पिछले साल भी बेची थी हिस्सेदारी
सरकार ने पिछले साल मई में एसयूयूटीआई के जरिये एक्सिस बैंक में अपनी कुछ हिस्सेदारी बेची थी. उस समय बैंक की 1.95 फीसदी हिस्सेदारी बेची गई थी. इससे सरकार की झोली में लगभग 4,000 करोड़ रुपये आए थे.
108 साल पुराने हिंदुजा ग्रुप में क्यों आई कलह की नौबत? 38 देशों में फैले कारोबार का कैसे होगा बंटवारा?
Edited by Vishal Jaiswal