YourStory की The Metaverse Summit 2023 में क्या है खास, आपके लिए क्यों जरूरी है यह समिट?
The Metaverse Summit 2023 का दूसरा संस्करण 20 जनवरी, 2023 को बेंगलुरु में होगा. समिट Web2 एंटरप्राइजेज, स्टार्टअप्स, इनोवेटर्स और फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस को Web3 प्रोटोकॉल और स्टार्टअप्स से जोड़ेगा ताकि ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी को अपनाने में तेजी लाई जा सके.
YourStory और The Decrypting Story को मेटावर्स समिट 2023 (The Metaverse Summit 2023) की घोषणा करते हुए बेहद खुशी हो रही है. यह ब्लॉकचेन (blockchain) और वेब3 (web3) जैसी टेक्नोलॉजी को अपनाने में तेजी लाने के लिए भारत की सबसे बड़ी एनुअल टेक समिट का दूसरा संस्करण है.
यह समिट आगामी 20 जनवरी, 2023 (शुक्रवार) को बेंगलुरु में होगी.
The Metaverse Summit 2023 से जुड़ने के लिए यहां रजिस्टर करें.
YourStory अगले अरब यूजर्स के वेब3 टेक्नोलॉजी अपनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाना चाहती है.
इस विजन को साकार करने के लिए, मेटावर्स समिट 2023 वेब2 एंटरप्राइजेज, स्टार्टअप्स, इनोवेटर्स, फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस और पॉलिसी मेकर्स को वेब3 प्रोटोकॉल और स्टार्टअप्स से जोड़ेगा ताकि ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी को अपनाने में तेजी लाई जा सके.
आपके लिए क्यों जरूरी है मेटावर्स समिट?
ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी, AI (Artificial intelligence), Augmented reality (AR)/Virtual Reality, गेमिफिकेशन, हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर में तेजी से हो रही प्रगति, और बहुत कुछ यूजर्स के वर्चुअल प्लेटफॉर्म पर एक-दूसरे के साथ बातचीत करने के तरीके को बदल रही है.
इसके साथ ही भारत के लिए इस बदलते दौर में धाक जमाने और वेब3 के जरिए मेटावर्स की इंटरनेट अर्थव्यवस्था को परिभाषित करने का यह मल्टीट्रिलियन-डॉलर का अवसर है.
वेब3 टेक्नोलॉजी ओपन-सोर्स मैकेनिज्म मुहैया करती है जिसके जरिए अरबों डॉलर के संसाधनों को आसानी से एकत्रित किया जा सकता है और बड़े पैमाने पर पारंपरिक उद्यमों के साथ मुकाबला किया जा सकता है.
हालांकि, वेब2 और वेब2.5 खिलाड़ियों का प्रवेश वेब3 के इस्तेमाल जैसे क्रिप्टो, NFT (non-fungible token), Decentralized finance (DeFi), Play-to-Earn, DAOs आदि को अपनाने में तेजी लाने के लिए सर्वोपरि है.
वेब2 और वेब3 दुनिया के बीच सहयोग को बढ़ावा देने के लिए, मेटावर्स समिट 2023 भारत में ब्लॉकचेन तकनीक को अपनाने को बढ़ावा देने पर ध्यान देने के साथ दोनों पक्षों के उद्यमों, स्टार्टअप्स, इनोवेटर्स और फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस को जोड़ेगी.
इस वर्ष, इस समिट में जिन सेक्टर पर फोकस रहेगा, वे इस प्रकार हैं:
- कैसे Web2 एंटरप्राइजेज और दिग्गज कंपनियां Web3 को अपना सकती हैं
- अगले अरब यूजर्स को Web3 पर लाना
- क्रिप्टो, NFT, DeFi, वेब3 गेमिंग, इंफ्रा, टूलिंग आदि में इनोवेशन
- एक निष्पक्ष, साझा और उपयोगकर्ता-स्वामित्व वाले मेटावर्स (User-Owned Metaverse) का निर्माण करना
ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी जरिए फेक न्यूज से निपटना
मोहित अगाड़ी — एक डिजिटल मार्केटर, SEO (search engine optimization) एक्सपर्ट और ब्लॉगर हैं, ने लगभग हर चीज की तथ्य-जांच (fact-check) का एक सख्त नियम बनाया. इसकी शुरूआत यह सुनिश्चित करने के साथ हुई कि उनके लेखों में कोई गलत जानकारी नहीं है.
समस्या अंततः उनके इतने करीब आ गई कि उन्होंने बड़े पैमाने पर जानकारी की तथ्य-जांच करने के लिए एक कंपनी खड़ी कर दी.
Fact Protocol, जिसे उन्होंने को-फाउंडर दामोदर कल्याण के साथ इस साल की शुरुआत में शुरू किया था, एक डिसेंट्रलाइज्ड फैक्ट-चेकिंग सिस्टम और वैरिफिकेशन लेयर बनाने के लिए ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करता है.
Fact Protocol किसी भी यूजर को एक सत्यापनकर्ता (validator) बनने का अवसर देता है, बशर्ते वे सही ढंग से तथ्यों की जांच कर सकें. इसके लिए टी (tee) के दिशानिर्देशों का पालन करना या डोमेन में अनुभव होना आवश्यक है.
जब कोई न्यूज़ आर्टिकल या कंटेंट शेयर करता है, तो फैक्ट-चेकर इसे वैलिडेट करने के लिए तैयार हो जाते हैं. इस प्रक्रिया में कंटेंट से संबंधित जानकारी के विश्वसनीय स्रोतों के लिए वेब (इंटरनेट) पर सर्च करना होता है.
इसके बाद फैक्ट-चेकर्स इसे वेरिफाई करने के लिए आगे बढ़ते हैं. एक बार जब यह पूरा हो जाता है, तो जानकारी को ब्लॉकचेन पर स्टोर किया जाता है, जिससे किसी को भी वेरिफाई करने के लिए पता लगाया जा सकता है.
फाउंडर्स का तर्क है कि डिसेंट्रलाइज्ड नेटवर्क के फायदे भी पावर की एकाग्रता को रोकने, सत्यापन प्रक्रिया को लोकतांत्रिक रखने, पूर्वाग्रह को खत्म करने और पूर्ण पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए विस्तारित होते हैं.
इस खास एक दिवसीय समिट में दो ट्रैक होंगे - Web3 Track (मुख्य ट्रैक) और BUIDL Together Track (मास्टरक्लास और वर्कशॉप).
मेटावर्स समिट 2023 में भाग लेने के लिए अभी रजिस्टर करें और भारतीय और ग्लोबल वेब3 कम्यूनिटी के सैकड़ों फाउंडर, इन्वेस्टर, डेवलपर, इंजीनियर और कम्यूनिटी के सदस्यों से मिलें!
Edited by रविकांत पारीक