60 साल बाद ब्रिटेन में दिखेंगे ये बदलाव; बैंक नोट से लेकर राष्ट्रीय गान तक की बदलेगी तस्वीर
9 सितम्बर को क्वीन एलिज़ाबेथ की मृत्यु के साथ रोज़-मर्रा इस्तेमाल होने वाली बहुत सारी वस्तुओं में बदलाव देखने को मिलेगा. बैंकनोट्स, सिक्के, स्मृति-चिन्ह, लेटर-बॉक्स, स्टैम्प्स, पासपोर्ट इत्यादि पर क्वीन एलिज़ाबेथ की फोटो हटाकर इंग्लैंड के नए राजा चार्ल्स तृतीय की फोटो या ईमेज को स्थान दिया जाएगा.
70 सालों तक शासन करने के बाद क्वीन एलिज़ाबेथ इंग्लैंड की सबसे ज्यादा वक़्त तक शासन करने वाली मोनार्क बन चुकी हैं. और इसी के साथ पहली ब्रिटिश मोनार्क जिसकी फोटो इतने लम्बे समय तक के लिए इंग्लैंड के बैंक नोट्स पर छपती रहीं. बता दें कि इंग्लैंड के सिक्कों पर महारानी की फोटो लगभग 70 सालों तक थी, और लगभग 60 सालों तक वहां के बैंक नोट्स पर उनकी फोटो रही.
साल 1960 से ही महारानी बैंक ऑफ़ इंग्लैंड क हर नोट पर नज़र आती रहीं हैं.
इंग्लैंड में रानी की तस्वीर के साथ करीब 450 करोड़ नोट और क़रीब 290 करोड़ सिक्के इस्तेमाल में हैं.
बैंक ऑफ़ इंग्लैंड, जहां इंग्लैंड के नोट्स छापते हैं; और रॉयल मिंट जो इंग्लैंड के सिक्के ढालते हैं, के पास आने वाले समय में एक बहुत बड़ा काम है- महारानी की फोटो के साथ जितने नोट्स और सिक्के सर्कुलेसन में हैं उन्हें बाज़ार से हटा किंग चार्ल्स तृतीय की फोटो के साथ उतने ही नोट्स और सिक्के को बाज़ार में उतारना. हालांकि, यह बता पाना कि किंग चार्ल्स की तस्वीर वाले नोट्स या सिक्के कब से जारी होना शुरू होगा मुश्किल है, लेकिन मुमकिन है कि सिक्कों को बदलने का काम धीरे धीरे होगा और अगले कई सालों तक महारानी की तस्वीर वाले नोट्स और सिक्के इस्तेमाल होते रहेंगे.
किंग चार्ल्स की तस्वीर वाला सिक्का कैसा दिखेगा, इसकी जानकारी अभी उपलब्ध नहीं है. साल 2018 में उनके 70वें जन्मदिन पर जारी सिक्कों से एक झलक ज़रूर मिलती है. हालांकि, एक तब्दीली ज़रूर देखने को मिलेगी, किंग चार्ल्स तस्वीर में दाएं तरफ़ देख रहे होंगे. पारंपरिक तौर पर जब सिक्के पर तस्वीर बदली जाती है तो उसका मुंह पिछले राजा या रानी से दूसरी तरफ़ रखा जाता है.
नोट्स और सिक्कों के अलावा, ब्रिटेन के पासपोर्ट 'हर मैजेस्टी' के नाम पर ज़ारी किये जाते रहे नए पासपोर्ट के पहले पन्ने पर अब 'हिज़ मैजेस्टी' लिखा जाएगा.
इंग्लैंड और वेल्स की पुलिस के हेलमेट प्लेट पर लगी महारानी की तस्वीर बदल जाएगी.
मोनार्क द्वारा नियुक्त किए गए वकीलों को क्वीन्स काउंसिल बताया जाता था जिन्हें अब तत्काल प्रभाव से किंग्स काउंसिल कहा जाएगा.
राष्ट्रीय गान के शब्द जो अभी 'गॉड सेव द क्वीन' से बदलकर 'गॉड सेव द किंग' किया जाएगा.