कक्षा 6 के ये छात्र मल्टी लेवल पैकेजिंग वेस्ट से फैला रहे हैं जागरूकता
देश में बढ़तेमल्टी लेयर्ड पैकेजिंग से उपजे कचरे के खतरे से लोगों को आगाह करने और उन तक जागरूकता फैलाने का काम ये स्कूली बच्चे बखूबी कर रहे हैं। ये बच्चे बड़ी तादाद में एमएलपी कचरे को इकट्ठा कर डिस्पोज़ करने का काम भी करते हैं।
देश में बढ़ता हुआ प्लास्टिक कचरा अब खतरे की घंटी बजा रहा है। समुद्र से लेकर हमारे खेतों तक आज प्लास्टिक हर जगह पाई जा रही है। अब इस विकट समस्या से निपटने के लिए सरकार, कॉर्पोरेट, संगठनों और व्यक्तियों द्वारा पहल की जा रही है।
हालांकि पहल को आगे बढ़ाने में युवा भी काफी हद तक सक्रिय भाग निभा रहे हैं। एसी ही बेहतर पहल गुरुग्राम के हेरिटेज एक्सपेरिमेंटल लर्निंग स्कूल में बढ़ने वाले कक्षा 6 के बच्चे कर रहे हैं। ये बच्चे बड़ी तादाद में प्लास्टिक रैपर इकट्ठे करने का कम कर रहे हैं।
इन बच्चों ने ‘ज्योग्राफी दैट सेव्स अस’ नाम के प्रोजेक्ट में हिस्सा लेते हुए इस पहल को आगे बढ़ाया, जिसके तहत इन्होने नष्ट न हो सकने वाली प्लास्टिक को इकट्ठा करना शुरू किया। इस तरह की प्लास्टिक का उत्पादन मुख्यता FMCG सेक्टर द्वारा ही किया जाता है।
इस बच्चो की पहल में हिस्सा लेते हुए स्कूल ने भी सफाई बैंक के साथ आगे बढ़ते हुए इस कचरे को सीमेंट फैक्ट्री को दिया, जिसे बाद में भट्ठी में जलाने के काम में लाया गया।
एनडीटीवी से बात करते हुए स्कूल की शिक्षिका ने बताया कि स्कूल में इस तरह के कई आयोजन किए जाते हैं, जिनसे जुड़कर छात्र समस्याओं का समाधान निकालते हैं, छात्र इसके लिए विशेषज्ञों से भी राय लेते हैं।
मल्टी लेयर्ड पैकेजिंग यानी एमएलपी वेस्ट को छात्र शहर के अन्य स्कूलों और अपनी हाउसिंग सोसाइटी से इकट्ठा करते हैं। इस पहल के तहत छात्र लोगों को एमएलपी वेस्ट कलेक्शन को लेकर जागरूक करते हैं। इसके लिए छात्र तख्तियों में स्लोगन लिखते हैं और क्लास में प्रेजेंटेशन भी देते हैं।
इनमे से एक छात्रा सुहानी रवि तेवारी कौर ने इस पहल को स्थानीय स्तर पर भी ले जाने का काम किया है। सुहानी अपनी पहल को मेघालय तक लेकर गईं हैं। सुहानी को शिलांग टाइम्स की पहल ऑपरेशन क्लीनअप के लिए बुलाया जा चुका है।
सुहानी अपनी इस पहल को सोशल मीडिया की मदद से भी आगे बढ़ा रही हैं। सुहानी लोगों को जागरूक करने के लिए सोशल मीडिया पर एमएलपी के प्रति जागरूक करने वाले पोस्टर डालती रहती हैं।