तकनीक के दौर में एजुकेशन के मायने बदल रहे ये पांच एडटेक प्लेटफॉर्म्स
आज हम आपको भारत में मौजूद ऐसे ही पांच एडटेक प्लेटफॉर्म्स के बारे में बताएंगे जो ऑनलाइन एजुकेशन का एक अच्छा स्त्रोत हैं और आपके करिअर को निखार सकती हैं.
21वीं सदी के तकनीकी युग में ऑनलाइन एजुकेशन तेजी से आगे बढ़ रहा है और ऐसे में अनेक एजुकेशन-टेक्नोलॉजी (एडटेक) कंपनियां विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी और उच्च शिक्षा के क्षेत्र में सर्टिफिकेट कोर्स करवा रही हैं.
कोविड-19 महामारी के आने के बाद स्कूलों के साथ ही कोचिंग की ऑफलाइन क्लासेज बंद हो गईं तब एडटेक कंपनियों की कमाई में भारी उछाल देखने को मिला और उन्होंने बड़े पैमाने पर छात्रों को आकर्षित किया. हालांकि, अब महामारी का असर कम होने के कारण एडटेक कंपनियां वापस प्री-कोविड स्टेड में लौट रही हैं.
आज हम आपको भारत में मौजूद ऐसे ही पांच एडटेक प्लेटफॉर्म्स के बारे में बताएंगे जो ऑनलाइन एजुकेशन का एक अच्छा स्त्रोत हैं और आपके करिअर को निखार सकती हैं.
1. Byju’s
बेहद लोकप्रिय एजुकेशन ऐप
दुनिया की शीर्ष एडटेक कंपनी बन चुकी है. वह अपने यूजरों को वीडियो क्लासेज, उसके छात्रों के व्यक्तिगत अनुभव, असीमित प्रैक्टिस सेशन औऱ प्रश्नावली सहित आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराता है.Byju’s कक्षा 4 से लेकर कैट या आईएएस टेस्ट की तैयारी के साथ यूपीएससी, के3, के10, के12, सीबीएसई, एनसीईआरटी, आईसीएसई, आईआईटी-जेईई और नीट की ऑनलाइस क्लास चलाता है. यह कक्षा 1-3 तक के बच्चों के लिए भी शुरुआथी प्रोग्राम भी चलाता है.
फिलहाल, Byju’s के प्लेटफॉर्म्स पर 1500 अरब यूजर्स हैं जिसमें से 86 फीसदी अपना सब्सक्रिप्शन दोबारा चालू करवाते हैं. Byju’s के सबसे अधिक यूजर कक्षा 4-12 के बीच स्कूल जाने वाले छात्र हैं जो कि के-12 कैटेगरी में आते हैं.
2. अनअकैडमी:
बेंगलुरु में स्थापित की गई एडटेक कंपनी
भारत में होने वाले अधिकतर प्रवेश और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए ऑनलाइन लर्निंग मैटेरियल्स और वीडियो लेक्चर्स उपलब्ध करवाती है. यहां यूजर्स वीडियोज देख सकते हैं और नोट्स के पीडीएफ डाउनलोड कर सकते हैं.साल 2015 में गौरव मुंजाल, रोमन सैनी और हिमेश सिंह द्वारा शुरू की गई अनअकैडमी सिंतबर, 2020 में यूनिकॉर्न बनी थी. पिछले साल अगस्त में कंपनी का कुल वैल्यूएशन 3.44 बिलियन डॉलर (2.7 खरब रुपये) था.
3. सुरासा:
टीचिंग प्रोफेशन में अपना करिअर बनाने की चाह रखने वाले युवाओं के लिए बना एडटेक प्लेटफॉर्म सुरासा टीचरों के स्किल को निखारने में मदद करता है. अपने शोध और अध्यापन के साथ, सुरासा शिक्षकों के स्किल को निखारने और उन्हें बेहतर बनाने में सक्षम है और इस प्रकार छात्रों के लिए एक बेहतर शैक्षिक मंच में योगदान दे रहा है।
2010-17 के बीच सात साल तक शिक्षकों के शिक्षा का स्तर पर रिसर्च करने के बाद रिषभ खन्ना और उनके भाई अंकित खन्ना ने साल 2017 में अपनी मूल कंपनी लेस ट्रांसफॉर्मेशन के तहत
का गठन किया. इस स्टार्टअफ का मुख्यालय गुरुग्राम में है.4. अपग्रैड
देश में उच्च शिक्षा और कौशल से जुड़ा स्टार्टअप
किसी खास क्षेत्र में विशेषज्ञता, अतिरिक्त डिग्री या प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए अच्छा एडटेक प्लेटफॉर्म है. अपग्रैड छात्रों को दुनिया के शीर्ष विश्वविद्यालयों से ऑनलाइन डिग्रियां दिलवाने में मदद करता है.अपग्रैड में बिजनेस में एमबीए, लॉ से लेकर सॉफ्टरवेयर और ब्लॉकचेन के साथ ही प्लेसमेंट के लिए 1-1 सपोर्ट प्रदान करता है.
रॉनी स्क्रूवाला की अपग्रैड एजुकेशन प्राइवेट लिमिटेड ने हाल ही में 225 मिलियन डॉलर (17.56 अरब रुपये) की फंडिंग जुटाई है जिसके बाद उसकी वैल्यूएशन अब बढ़कर 2.25 बिलियन डॉलर (1.76 खरब रुपये) पहुंच गई है.
5. वेदांतु:
एक लाइव मॉनिटरिंग प्लेटफॉर्म है जो कि छात्रों को पर्सनलाइज्ड कोर्सेस ऑफर करता है. एडटेक प्लेटफॉर्म 3 साल से लेकर 18 साल तक के युवा छात्रों के लिए ट्यूशन कोर्स मुहैया कराता है, साथ ही आईआईटी-जेईई, एनईईटी, कॉमर्स, सीबीएसई, आईसीएसई और महाराष्ट्र बोर्ड जैसे राज्य और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी भी कराता है.
हाल ही में लाई गई और सबसे तेजी से बढ़ती कैटेगरी सुपरकिड्स के माध्यम से, यह अंग्रेजी स्पीकिंग, रीडिंग और कोडिंग जैसी पाठ्येतर कक्षाएं भी मुहैया करा रहा है.