17 साल के किशोर ने पीएम मोदी को दिये सुझाव, स्वच्छ भारत अभियान ऐसे हो सकता है पूरी तरह कामयाब
गुरुग्राम में रहने वाले आदित्य मुखर्जी अभी 17 साल के हैं। आदित्य ने पीएम मोदी के लिए एक खास वीडियो शेयर किया है। प्रधानमंत्री मोदी को संबोधित करते हुए आदित्य ने सबसे पहले पीएम मोदी को स्वच्छ भारत अभियान के लिए उनके द्वारा उठाए गए कदमों के लिए धन्यवाद दिया है।
पीएम मोदी स्वच्छ भारत के सपने के साथ लगातार कोशिश करते हुए आगे बढ़ रहे हैं। देश में स्वच्छता को लेकर जागरूकता से लेकर कई सुधार भी किए जा चुके हैं, इसी बीच एक छात्र ने देश की स्वच्छता को एक कदम और आगे ले जाने के लिए पीएम मोदी के साथ कुछ सुझाव शेयर किए हैं।
गुरुग्राम में रहने वाले आदित्य मुखर्जी अभी 17 साल के हैं। आदित्य ने पीएम मोदी के लिए एक खास वीडियो शेयर किया है। प्रधानमंत्री मोदी को संबोधित करते हुए आदित्य ने सबसे पहले पीएम मोदी को स्वच्छ भारत अभियान के लिए उनके द्वारा उठाए गए कदमों के लिए धन्यवाद दिया है। वीडियो में अपनी बात को रखते हुए आदित्य कहते हैं कि वह अपने इस स्थायी गृह के लिए पर्यावरण की रक्षा करने हेतु छोटे-छोटे कदम उठा रहे हैं। उन्होने साथ ही कहा कि वह भारत द्वारा पेरिस जलवायु समझौते के तहत निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करने के लिए भी पीएम मोदी को धन्यवाद देते हैं।
Brut India द्वारा शेयर किए गए वीडियो में बात करते हुए आदित्य प्रधानमंत्री द्वारा 15 अगस्त 2019 को दिये गए भाषण में सिंगल यूज प्लास्टिक के जिक्र का भी संदर्भ दिया। आदित्य ने पीएम मोदी को संबोधित करते हुए उनका ध्यान खुले में कचरे के निस्तारण, सिंगल यूज प्लास्टिक के अत्याधिक इस्तेमाल, वनों की कटाई, वायु और जल प्रदूषण की समस्या की ओर ले जाने की बात कही।
उनके अनुसार प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 2014 में शुरू किए गए स्वच्छ भारत अभियान से लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता आई है और अब खुले में शौच के मामलों में काफी कमी आई है।
पीएम मोदी के लिए सुझाव
आदित्य ने पीएम मोदी को सुझाव देते हुए कहा है कि खुले में कचरे के निस्तारण के खिलाफ बड़े आर्थिक दंड की व्यवस्था की जाए, इसी के साथ इससे जुड़े अन्य नियमों को भी अधिक सख्ती के साथ लागू किया जाए। आदित्य बताते हैं कि उन्होने सिंगल यूज़ प्लास्टिक के खिलाफ खुद भी मोर्चा खोला हुआ है और इसके साथ ही उन्होने 26 मिलियन (2 करोड़ 60 लाख) प्लास्टिक स्ट्रॉ और कुछ लाख अन्य प्लास्टिक उत्पादों का निस्तारण किया है।
आदित्य अपने सुझाव में आगे कहते हैं कि सरकार को सिंगल यूज़ प्लास्टिक को बैन करने के साथ ही लोगों के बीच इसके दुष्प्रभाव को लेकर जागरूकता फैलाई जाये। इसी के साथ उहोने MSME के जरिये इको-फ्रेंडली विकल्पों पर काम करने के लिए सुझाव दिया
पाठ्यक्रम में जुड़ें विषय
अपने वीडियो में दिये गए सुझाव में आदित्य यह कहते हैं कि सरकार को सिंगल यूज़ प्लास्टिक के निर्माण और उसके इस्तेमाल पर कड़े प्रतिबंध लगाने चाहिए। आदित्य ने पीएम मोदी से यह गुजारिश की है कि छात्रों के प्रति स्वच्छता की जागरूकता को और अधिक बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति में पर्यावरण शिक्षा को भी अनिवार्य रूप से जोड़ा जाए।
इसी के साथ आदित्य ने यह भी कहा है कि पाठयक्रम के अनुसार छात्रों को कम से कम पाँच क्षेत्रीय पौधों को रोपने और उनकी देखभाल करने के लिए भी प्रशिक्षित किया जाए। यह पौधे छात्र अपने स्कूल या अपने घरों के आस-पास लगा सकते हैं और इसके बाद उन छात्रों को कम से कम पाँच सालों तक उन पौधों की देखभाल करनी होगी। अदित्य का कहना है कि इसे छात्रों द्वारा 10वीं की परीक्षा पास करने के लिए अनिवार्य बनाया जाये।
अपने वीडियो के अंत में आदित्य प्रधानमंत्री से गुजारिश करते हैं कि देश का युवा पीएम मोदी की तरफ पर्यावरण को बचाने की दिशा में बड़ी आशा के साथ देख रहा है।