चेन्नई के इस स्टार्टअप ने पेश कर दिया फ्लाइंग कार का मॉडल, जानें कब बाज़ार में होगी उपलब्ध?
बीते कुछ सालों से दुनिया भर में फ्लाइंग कार (उड़ सकने वाली कार) को लेकर काफी चर्चा देखी जा रही है, हालांकि भारत में भी अब फ्लाइंग कार को लेकर उम्मीद पूरी होती नज़र आ रही है। सबसे खास बात यह है कि भारत में फ्लाइंग कार का निर्माण भारतीय कंपनी ही कर रही है जिसका दावा है कि वो आने वाले कुछ सालों में ही इसे आम लोगों के सामने पेश कर सकती है।
चेन्नई का स्टार्टअप विनाटा एयरोमोबिलिटी इस समय तेजी से अपनी फ्लाइंग कार के निर्माण में जुटा हुआ है। योगेश्वर अय्यर द्वारा स्थापित इस स्टार्टअप ने अपनी फ्लाइंग कार के मॉडल को सबसे पहले लंदन के हेलीटेक एक्स्पो में पेश किया था।
3 हज़ार फीट पर उड़ेगी कार
स्टार्टअप ने अपनी फ्लाइंग कार का नाम विनाटा रखा है जो पौराणिक कथाओं पर आधारित है। गौरतलब है कि इस हाइब्रिड फ्लाइंग कार को बैटरी के साथ ही बायो फ्यूल के जरिये संचालित किया जा सकेगा। बताया जा रहा है कि यह कार 3 हज़ार फीट तक की ऊंचाई पर उड़ने में सक्षम होगी। रफ्तार की बात करें तो यह फ्लाइंग कार यहाँ भी अपने ग्राहकों को निराश नहीं करेगी।
स्टार्टअप के दावे के अनुसार कार 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भरेगी, इसी के साथ यह एक बार फुल चार्ज होने पर 60 मिनट तक हवा में रह सकने में सक्षम होगी। कार की लंबाई चौड़ाई की बात करें तो यह 18 फीट लंबी, 17 फीट चौड़ी और 7.3 फीट ऊंची है।
दो यात्री कर सकेंगे सफर
इस खास फ्लाइंग कार का वजन करीब 900 किलो है जबकि यह कार 300 किलो तक का वजन उठा कर उड़ान भर सकती है, जबकि इस कार में एक बार में अधिकतम दो यात्री सवार हो सकते हैं। हवा में उड़ने के साथ ही इस खास कार को आसानी से सड़क पर भी दौड़ाया जा सकता है। यह कार वर्टिकल टेक-ऑफ और लैंडिंग में सक्षम है।
हाल ही में इस खास फ्लाइंग कार के मॉडल को केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी परखा था। स्टार्टअप अपनी इस कार के उत्पादन को कुछ ही महीनों के भीतर शुरू करने पर काम कर रहा है, इसी के साथ इस कार का पहले टेस्ट रन का आयोजन साल 2023 में होने की उम्मीद लगाई जा रही है।
आ रहा है फ्लाइंग कार का दौर
आज दुनिया भर में फ्लाइंग कार को लोगों को लाने और ले जाने के साथ ही कम दूरी के लिए कार्गो को डिलीवर करने के उत्तम माध्यम के रूप में देखा जा रहा है। फ्लाइंग कार को अर्बन ट्रांसपोर्ट का भविष्य भी बताया जा रहा है जिसके जरिये आने वाले समय में शहर के भीतर ही एक जगह से दूसरी जगह कम समय में पहुंचने के लिए ये कारें सबसे सफल माध्यम होंगी।
गौरतलब है कि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस समय दुनिया भर में करीब 200 से अधिक कंपनियाँ फ्लाइंग कार के विकास को लेकर काम कर रही हैं, जहां अमेरिका जैसे विकसित देश इस रेस में सबसे आगे खड़े हुए नज़र आ रहे हैं। दुनिया भर के महानगरों में लगने वाले जाम की समस्या से निपटने में ये कारें बेहद कारगर भूमिका निभाती हैं।
Edited by Ranjana Tripathi