शेयर मार्केट के दांव-पेंच सिखाता है यह लर्निंग ऐप, जुटाई 10 लाख डॉलर की फंडिंग
Bullspree की शुरुआत नवंबर 2020 में हुई थी. धर्मिल बाविशी, दिव्यांश माथुर, और हर्ष धनावत इसके को-फाउंडर हैं. बुलस्प्री एक नए युग का मंच है जो मज़ेदार तरीके से ट्रेडिंग और निवेश की कला में महारत हासिल करने में मदद करता है.
शेयर बाजार के लिए लर्निंग प्लेटफॉर्म बुल्सप्री
ने देसाई फैमिली ऑफिस , आईआईएफएल वेल्थ के प्रमोटर, पाई वेंचर्स (Pai Ventures), आईवीवाई ग्रोथ , और मार्की एंजल कम्यूनिटी जैसे निवेशकों से सीड राउंड में 8.28 करोड़ रुपये (10 लाख डॉलर) की फंडिंग जुटाई है.डाइनआउट
के संस्थापकों जैसे मौजूदा निवेशकों ने भी राउंड में भाग लिया. इससे पहले Bullspree में डीएसके लीगल , विशाल मेहता (Vishal Mehta), मानस चड्ढा (Manas Chaddha) आदि वरिष्ठ भागीदारों ने निवेश किया था.Bullspree के को-फाउंडर दिव्यांश माथुर (Divyansh Mathur) ने कहा कि हम जुटाई गई अतिरिक्त धनराशि का उपयोग यूजर्स में ग्रोथ को बढ़ाने और मार्केटिंग कैंपेंस को चलाने के लिए करने का इरादा रखते हैं. हम एक युवा ब्रांड हैं और शेयर बाजार के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए सही दर्शकों के साथ एक उत्पादक मार्केटिंग रणनीति की जरूरत है. हम युवा भारतीय दर्शकों को स्टॉक मार्केट की दुनिया में आत्मविश्वासी बनने के लिए प्रोत्साहित करने के मिशन पर हैं.
उन्होंने आगे कहा कि Bullspree लोगों के लिए जोखिम उठाए बिना अपनी वित्तीय यात्रा शुरू करने और सबसे बड़ा निवेश पोर्टफोलियो बनाने के लिए पुरस्कृत होने का एक अनूठा मंच है. बुल्सप्री का बड़ा उद्देश्य वित्तीय बाजारों के आसपास एक इकोसिस्टम बनाना है जहां एक नवागंतुक के पास बाजारों में शुरू करने और प्रयोग करने के लिए आवश्यक सभी संसाधन हो सकते हैं. अतिरिक्त धनराशि हमें भारत में एक व्यापारिक संस्कृति स्थापित करने के लक्ष्य की ओर बढ़ने में मदद करेगी और आज के डिजिटल युवाओं को सूचित और शिक्षित निवेश करने में सहायता करेगी.
बता दें कि, Bullspree की शुरुआत नवंबर 2020 में हुई थी. धर्मिल बाविशी, दिव्यांश माथुर, और हर्ष धनावत इसके को-फाउंडर हैं. बुलस्प्री एक नए युग का मंच है जो मज़ेदार तरीके से ट्रेडिंग और निवेश की कला में महारत हासिल करने में मदद करता है. बुलस्प्री ने अपना स्केलेबल उत्पाद फरवरी 2021 में लॉन्च किया था और इससे पहले मार्की एंजल्स से 4.15 करोड़ रुपये (500000 डॉलर) जुटाए थे.
Edited by Vishal Jaiswal