इस मॉडल ने कोरोना काल में मदद के लिए खड़ा कर दिया पोर्टल, बड़ी तादाद में जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाई मदद
शशांक आत्रे पेशे से मॉडल और अभिनेता हैं, हालांकि फिलहाल वे एक बेहद जिम्मेदार नागरिक की तरह जरूरतमन्द लोगों की सेवा करते हुए अपनी ज़िम्मेदारी का बड़े ही लगन के साथ निर्वहन कर रहे हैं।
"शशांक के अनुसार जब यह महामारी शुरू हुई तब उनके अंदर यह भाव था कि वह आगे आकर जरूरतमंद लोगों की मदद करें। एक न्यूज़ प्लेटफॉर्म को दिये गए इंटरव्यू के अनुसार शुरुआत में मदद के उद्देश्य से शशांक ने अपने घर पर ही कुछ एक खाने के पैकेट तैयार किए और उन्हे उन लोगों में बाँट दिया जिन लोगों उस वक्त खाने की सबसे अधिक जरूरत थी।"
कोरोना महामारी का मुक़ाबला साथ मिलकर ही किया जा सकता है और इस दिशा में आगे बढ़ते हुए शशांक आत्रे आज एक मिसाल पेश कर रहे हैं। शशांक आत्रे पेशे से मॉडल और अभिनेता हैं, हालांकि फिलहाल वे एक बेहद जिम्मेदार नागरिक की तरह जरूरतमन्द लोगों की सेवा करते हुए अपनी ज़िम्मेदारी का बड़े ही लगन के साथ निर्वहन कर रहे हैं।
शशांक मानव कल्याण विद्यापीठ संस्थान के सदस्य हैं, जिसके तहत आज वह जयपुर भर में जरूरतमंद लोगों को खाना बाँटने के साथ ही आज ऑक्सीजन, आईसीयू बेड और प्लाज्मा आदि भी उपलब्ध करा रहे हैं।
शशांक के अनुसार जब यह महामारी शुरू हुई तब उनके अंदर यह भाव था कि वह आगे आकर जरूरतमंद लोगों की मदद करें। एक न्यूज़ प्लेटफॉर्म को दिये गए इंटरव्यू के अनुसार शुरुआत में मदद के उद्देश्य से शशांक ने अपने घर पर ही कुछ एक खाने के पैकेट तैयार किए और उन्हे उन लोगों में बाँट दिया जिन लोगों उस वक्त खाने की सबसे अधिक जरूरत थी। शशांक के अनुसार उस समय महज 5 या 6 लोग ही नहीं बल्कि बड़ी संख्या में वो लोग मौजूद थे जिन्हे खाने की जरूरत थी।
खास पोर्टल किया स्थापित
इसके बाद शशांक ने स्थिति को गंभीरता को देखते हुए यह तय किया कि वह इसमें अपने दोस्तों की भी मदद लेंगे। उन्होने अपने दोस्तों से बात की और इसके बाद एक पोर्टल स्थापित करने का निर्णय लिया।
पोर्टल स्थापित करने का मुख्य उद्देश्य यह था कि जयपुर क्षेत्र में जरूरतमंद लोग खाने के लिए शशांक व उनके दोस्तों से पोर्टल के जरिये संपर्क स्थापित कर सकें। शशांक आत्रे की इस पहल के तहत आज खाना अलग-अलग कई किचन में पकाया जाता है।
गौरतलब है कि पहले इस पहल के तहत उन जरूरतमंद लोगों को खाना वितरित किया जा रहा था जिनके लिए खाने की व्यवस्था कर पाना मुश्किल था, हालांकि बाद में शशांक और उनकी टीम ने कोरोना मरीजों को भी खाना पहुंचाना शुरू कर दिया।
ऑक्सीजन व बेड भी कराये उपलब्ध
शशांक आत्रे और उनकी इस टीम की यह पहल यहीं नहीं रुकी, बल्कि कोरोना महामारी की खतरनाक दूसरी लहर के बाद शशांक अपने साथियों के साथ जरूरतमंद लोगों के लिए अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन सिलेन्डर का इंतजाम करने में जुट गए। इस दौरान बड़ी तादाद में लोग पोर्टल के माध्यम से शशांक से अपनी इन जरूरतों को लेकर संपर्क कर पा रहे थे।
जयपुर में शुरू हुई इस पहल को आगे ले जाते हुए शशांक ने कई अन्य राज्यों में पहुंचाने का काम किया है, जहां उन्होने अपने परिचितों के साथ मिलकर कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बीच जरूरतमंद लोगों की मदद करने का काम कर रहे हैं।
खुद से लगाए लाखों रुपये
शशांक और उनकी टीम बीते कुछ महीनों से लगातार लोगों की सेवा में लगी हुई है। गौरतलब है कि इस पहल को जारी रखते हुए शशांक खुद भी अपनी तरफ से लाखों रुपये खर्च कर चुके हैं। फिलहाल यह टीम लोगों के बीच खाने के साथ राशन किट और अन्य जरूरी सामान भी बांटने का काम कर रही है।
इस नेक काम को करते हुए शशांक को कुछ बाधाओं का सामना भी करना पड़ा, लेकिन वे अपनी टीम के साथ मिलकर इन सभी मुश्किलों को पीछे छोड़ लगातार लोगों की मदद में लगे हुए है।
शशांक आज देश भर के लोगों से भी यह अपील कर रहे हैं कि हम सभी को इस कठिन घड़ी में अपनी क्षमता अनुसार जरूरतमंद व्यक्ति की मदद जरूर करनी चाहिए और इसी तरह हम एक साथ इस संकट की घड़ी से बाहर आ सकते हैं।
Edited by Ranjana Tripathi