वायु प्रदूषण से लोगों को सुरक्षित रखने के लिए खास मास्क बना रही है रुड़की की यह कंपनी
IIT-रुड़की के दोस्त जथिन जगन्नाथ, विजय सिंह और भरत यादव ने COVID-19 महामारी के बीच मास्क के एक बेहद जरूरी चीज बनने से बहुत पहले ही उन्होंने इस समस्या पर ध्यान केंद्रित किया।
अपनी थीसिस के लिए नैनोफाइबर फैब्रिकेशन प्रोजेक्ट पर काम करते हुए तीनों ने इसके बारे में सोचा। यह महसूस करने के बाद कि अधिकांश एयर फिल्ट्रेशन प्रोडक्ट आयात किए गए थे, तीनों ने लोगों को वायु प्रदूषण से सुरक्षित रहने में मदद करने के लिए एक नैनोफाइबर फैब्रिकेशन-आधारित समाधान खोजने का फैसला किया, जो पूरे भारत में एक बढ़ती चिंता है। कई शोधों ने दिल्ली, कानपुर, वाराणसी और गया जैसे शहरों को दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में शुमार किया है।
यही वह समस्या थी जिसे हमेशा "साइंस, रिसर्च और प्रयोग में रुचि रखने वाले" जथिन और उनके दोस्तों ने हल करने का फैसला किया।
2018 में, तीनों ने
(व्यान प्यूरीफायर) लॉन्च किया। IIT-रुड़की में इनक्यूबेट किया गया, स्टार्टअप लोगों को वायु प्रदूषण से सुरक्षित रहने में मदद करने के लिए एडवांस नैनोफाइबर-बेस्ड HEPA (हाई इफिशिएंसी पार्टिकुलेट एयर) फिल्टर का उपयोग करके N99 मास्क का उत्पादन करता है।जथिन योरस्टोरी को बताते हैं,
"हमारे मास्टर्स थीसिस के दौरान, हम नैनोफाइबर फैब्रिकेशन से जुड़े कुछ दिलचस्प प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहे थे और महसूस किया कि हमारा प्रोटोटाइप मार्केट-रेडी प्रोडक्ट से सिर्फ छह महीने दूर था। हम हमेशा अपना खुद का कुछ निर्माण करना चाहते थे लेकिन अभी तक बिजनेस आइडिया पर फैसला नहीं किया था। अपने प्रोटोटाइप का परीक्षण करने और इसे अपग्रेड करने के बाद, हमने तुरंत व्यान को लॉन्च किया।”
किफायती एयर फिल्ट्रेशन प्रोडक्ट का निर्माण
व्यान प्यूरीफायर एक उद्देश्य के साथ शुरू हुआ: "वायु प्रदूषण की बढ़ती समस्या और कुशल, किफायती वायु निस्पंदन उत्पादों यानी एयर फिल्ट्रेशन प्रोडक्ट्स की कमी के बीच की खाई को पाटना"।
स्टार्टअप का पहला कॉमर्शियल प्रोडक्ट एक N99 फेस मास्क है जिसे एडवांस नैनोफाइबर-बेस्ड HEPA फिल्टर के साथ डिजाइन किया गया है ताकि धूल, वायरस और अन्य एलर्जी सहित किसी भी अवांछित कणों को अंदर जाने से रोजा जा सके। पुन: प्रयोज्य यानी रीयूजेबल मास्क टिकाऊ ABS प्लास्टिक से बनाया गया है और इसे कई बार इस्तेमाल करने के लिए धोया या साफ किया जा सकता है। यूजर्स को केवल इसके फिल्टर कार्ट्रिज को बदलने की जरूरत है, जिसकी कीमत 20 रुपये है।
जथिन कहते हैं,
“हमारे प्रोडक्ट में एक नैनोफाइबर-आधारित HEPA फिल्टर है, जो 99.7 प्रतिशत दक्षता प्रदान करता है। टेक्नोलॉजी के अलावा, हमने अपने उत्पादों के डिजाइन पर भी ध्यान केंद्रित किया है। मास्क को विशिष्ट रूप से संपूर्ण फेस सील और फॉग-फ्री विजन अनुभव प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।"
मास्क को IS 9473:2002 D.R.D.O. और EN 1822-3 सर्टिफिकेशन मिले हैं।
वह बताते हैं कि फिल्टर को आवश्यकतानुसार बदलने की आवश्यकता होगी। दिल्ली जैसे अत्यधिक प्रदूषित शहरों में रहने वाले लोगों को कम प्रदूषित शहरों के लोगों की तुलना में अधिक बार फिल्टर बदलने की आवश्यकता हो सकती है।
स्टार्टअप ने अपनी तरह के पहले 'स्मार्ट मास्क' का प्रोटोटाइप भी पूरा कर लिया है, जो एक माइक्रोफोन-आधारित रेस्पिरेटरी हेल्थकेयर डिवाइस है।
संस्थापकों के अनुसार, यह प्रोडक्ट यूजर्स के सांस लेने के पैटर्न की निरंतर निगरानी और विश्लेषण करने और खांसी और घरघराहट जैसी विसंगतियों का पता लगाने के लिए मशीन लर्निंग का लाभ उठाएगा। इस डेटा का उपयोग प्रारंभिक अवस्था में सांस संबंधी समस्याओं का पता लगाने के लिए किया जा सकता है।
इस साल दूसरी COVID-19 लहर के दौरान, व्यान ने देश के फ्रंटलाइन वर्कर्स को 200 मास्क मुफ्त में वितरित किए। वर्तमान में, यह फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं को रियायती मूल्य पर मास्क प्रदान करता है।
स्टार्टअप का दावा है कि महामारी की स्थिति के बीच रेस्पिरेटर मास्क की बिक्री में 46 प्रतिशत और फिल्टर की बिक्री में 24 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।
बिजनेस मॉडल
व्यान के प्रोडक्ट आधिकारिक वेबसाइट और अन्य ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म जैसे Amazon, Flipkart और PaytmMall से खरीदने के लिए उपलब्ध हैं। प्रोडक्ट्स के दिल्ली, हैदराबाद और बैंगलोर में ऑफलाइन डिस्ट्रीब्यूशन पार्टनर भी हैं।
पिछले जनवरी में, स्टार्टअप ने अपने विनिर्माण सेटअप का समर्थन करने के लिए TIDES, IIT-रुड़की से सीड फंडिंग जुटाई। व्यान का मैन्युफैक्चरिंग सेटअप नोएडा में है जबकि इसकी असेंबलिंग फैसिलिटी मेरठ में है।
COVID-19 महामारी के कारण मास्क जैसे चिकित्सा उपकरणों की मांग और बढ़ गई है। रिपोर्टलिंकर की एक रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2020 में भारतीय मास्क बाजार का मूल्य लगभग $66 मिलियन था और वित्त वर्ष 2025 तक 11 प्रतिशत से अधिक की सीएजीआर से बढ़ने का अनुमान है।
जथिन ने खुलासा किया कि स्टार्टअप के 5,000 से अधिक एक्टिव यूजर्स हैं और इस साल के अंत तक कुल 20,000 एक्टिव यूजर्स को प्राप्त करना चाहते हैं।
वह कहते हैं,
“मास्क समस्या एक वैश्विक समस्या है और हम अंतरराष्ट्रीय बाजारों में विस्तार करना चाह रहे हैं। हम दुबई स्थित वितरकों के साथ बातचीत कर रहे हैं, जिनके अफ्रीकी और यूरोपीय देशों में भी चैनल हैं।”
Edited by Ranjana Tripathi